BRICS के मंच से PM मोदी ने दुनिया को बताई भारत की ताकत, आतंकवाद और टेरर फंडिंग पर भी रखी बात

1 month ago

Modi in Brics Summit: रूस के कजान शहर में ब्रिक्स के तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा है कि मैं 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद देना चाहता हूं. एक बार फिर  मैं  ब्रिक्स से जुड़े नए साथियों का हृदय से स्वागत करता हूं. अपने नए रूप में ब्रिक्स दुनिया की 40% मानवता और लगभग 30% का प्रतिनिधित्व करता है. ब्रिक्स ने पिछले दो दशकों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यह संगठन वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा. मैं न्यू डेवलपमेंट बैंक की अध्यक्ष डिल्मा रूसेफ को बधाई देता हूं.

इस दौरान पीएम मोदी ने न्यू डेवलपमेंट बैंक को लेकर कहा कि पिछले 10 वर्षों में यह बैंक ग्लोबल साउथ के देशों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में उभर रहा है. भारत में गिफ्ट सिटी के खुलने से इस बैंक की गतिविधियों को मजबूती मिली है. एनडीबी को इस पर काम जारी रखना चाहिए मांग-संचालित सिद्धांत और बैंक का विस्तार करते समय, दीर्घकालिक वित्तीय टिकाऊ, स्वस्थ क्रेडिट रेटिंग और बाजार पहुंच सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.

बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सभी ब्रिक्स देशों में बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर दिया जा रहा है. भारत में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ाने के लिए, हमने 'गतिशक्ति' पोर्टल बनाया है. इससे इन विकासों की एकीकृत योजना और कार्यान्वयन में मदद मिली है और लॉजिस्टिक्स लागत कम हुई है. हमें आप सभी के साथ अपने अनुभव साझा करने में खुशी होगी. हम ब्रिक्स देशों के बीच वित्तीय एकीकरण बढ़ाने के प्रयासों का स्वागत करते हैं. स्थानीय मुद्रा में व्यापार और आसान सीमा पार भुगतान से हमारा आर्थिक सहयोग मजबूत होगा यह भारत की एक बड़ी सफलता की कहानी है. इसे कई देशों में अपनाया गया है. पिछले साल हमने शेख मोहम्मद के साथ मिलकर इसे संयुक्त अरब अमीरात में भी लॉन्च किया था. अन्य विदेशी देशों के साथ भी इसमें सहयोग किया जा सकता है.

सहयोग के बढ़ते दायरे का जिक्र

वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अन्य देशों के नेताओं की मेजबानी की. पुतिन ने बुधावर को ब्रिक्स की बैठक की शुरुआत में अपने एजेंडे के हिस्से के रूप में वित्त क्षेत्र में सहयोग के बढ़ते दायरे का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बैठक में शामिल होने वाले देश क्षेत्रीय संघर्षों सहित कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों तथा अन्य देशों को शामिल कर समूह के विस्तार पर भी चर्चा करेंगे. 

पुतिन ने कहा कि विश्व पटल पर ब्रिक्स की रणनीति वैश्विक समुदाय के मुख्य हिस्से के प्रयासों की पुष्टि करती है. इसे ही तथाकथित वैश्विक बहुलता कहा जाता है. ब्रिक्स की शुरुआत में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इसके सदस्य थे हालांकि अब इसके दायरे को बढ़ाकर समूह में ईरान, मिस्र, इथियोपिया, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब को शामिल किया गया है. इसके अलावा तुर्किये, अजरबैजान और मलेशिया ने औपचारिक रूप से सदस्य बनने के लिए आवेदन किया है. कई अन्य देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है. 

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