DGCA में ये कैसा संकट...बस आधे टेक्निकल स्‍टाफ से चल रहा काम

6 hours ago

Last Updated:July 20, 2025, 06:22 IST

DGCA News: अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान के क्रैश के बाद सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं. अब DGCA को लेकर एक ऐसी सच्‍चाई सामने आई है, जिसे एयर ट्रैवल सिक्‍योरिटी के लिहाज से कतई अच्‍छा नहीं माना जा सकता है.

DGCA में ये कैसा संकट...बस आधे टेक्निकल स्‍टाफ से चल रहा काम

DGCA में टेक्निकल स्‍टाफ के तकरीबन आधे पद खाली हैं. (सांकेतिक तस्‍वीर)

DGCA News: देश के एविएशन रेगुलेटर DGCA को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. DGCA तकरीबन आधे टेक्निकल स्‍टाफ के साथ काम कर रहा है. फ्लाइट ऑपरेशन इंस्‍पेक्‍टर से लेकर एयरोनॉटिकल इंजीनियर तक के पद खाली पड़े हैं. ऐसे में फ्लाइट ऑपरेशंस और पैसेंजर्स की सेफ्टी पर गंभीर सवाल उठे हैं. बता दें कि DGCA ही वह संस्‍था है जो एविएशन सेक्‍टर में सेफ्टी ऑडिट करता है और उसमें सुधार करने का निर्देश देता है. टेक्निकल स्‍टाफ में घोर कमी की वजह से विमानों के संचालन की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठना लाजमी है. बता दें कि जून में अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ करते ही क्रैश हो गई थी. इस हादसे में 260 लोग मारे गए थे. उसके बाद अब DGCA में टेक्निकल स्‍टाफ की कमी की बात सामने आई है.

भारत की एविएशन इंडस्ट्री भले ही दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती हवाई सेवाओं में गिनी जाती हो, लेकिन देश की विमानन सुरक्षा नियामक संस्था DGCA (Directorate General of Civil Aviation) गहरे संकट से जूझ रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, DGCA के पास उसकी आवश्यकता का केवल 50% तकनीकी स्टाफ ही मौजूद है. कुल 1,063 तकनीकी पदों में से 48% यानी 510 पद खाली हैं, जिससे भारत की विमानन सुरक्षा और निगरानी संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. DGCA की जिम्मेदारियां बेहद व्यापक हैं – एयरलाइनों के संचालन की निगरानी से लेकर हवाई अड्डों के प्रमाणन तक. इसके तकनीकी अधिकारियों की भूमिका बेहद अहम होती है, जो विमानों की एयरवर्दिनेस जांच, ऑपरेशनल सर्वेइलेंस और सुरक्षा ऑडिट जैसे कार्यों को अंजाम देते हैं.

बढ़ती उड़ानों के बीच घटते संसाधन

यह संकट ऐसे समय में सामने आया है जब भारत में विमानन क्षेत्र में बूम देखने को मिल रहा है. कोरोना महामारी के बाद भारत, अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन चुका है. लेकिन, हाल ही में एयर इंडिया फ्लाइट 171 की दुर्घटना (जिसमें 260 लोगों की मौत हो गई थी) ने सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ऐसे में DGCA में विशेषज्ञ अधिकारियों की भारी कमी चिंता का विषय बन गई है. ‘हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स’ की रिपेार्ट के अनुसार, साल 2022 में सरकार ने DGCA के लिए 400 नए पद मंजूर किए थे, लेकिन अब तक उन्हें भरा नहीं जा सका है. ये खाली पद फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर, एयरवर्दिनेस ऑफिसर, एयर सेफ्टी ऑफिसर और एरोनॉटिकल इंजीनियर जैसे महत्वपूर्ण पद हैं, जो विमानन सुरक्षा की पहली पंक्ति में होते हैं.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

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