EXPLAINED: ईरान की वो कौन सी मिसाइल थी, जिसे रोक नहीं पाया इजरायल का आयरन डोम

1 month ago

Fattah Hypersonic Ballistic Missiles: ईरानी सेना ने मंगलवार रात इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की बौछार कर दी. हमले में मुख्‍य रूप से सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया. इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली (Iron Dom) हमले को लेकर सक्रिय थी. इसी के चलते आसमान में ही कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया गया, लेकिन इसके बावजूद कुछ मिसाइल जमीन पर गिरे और इजरायल को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. ईरान ने इजरायल पर हमला करने के लिए पहली बार घरेलू निर्मित फतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है, जिसके हमले को इजरायल का आयरन डोम भी पूरी तरह नही रोक पाया.

खामनेई ने रखा था इस मिसाइल का नाम

फतह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल (Fattah Hypersonic Ballistic Missiles) ईरान की एक मध्यम दूरी की मिसाइल है. इसे ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के एयरोस्पेस फोर्स ने बनाया है. इस मिसाइल का नाम ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने 'फतह' रखा था. अरबी भाषा में इसका मतलब 'विजेता' या 'जीत लाने वाला' होता है. ईरान ने पिछले साल इस मिसाइल का अनावरण किया था और पहली बार इजरायल के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया है.

फतह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल की ताकत

रिपोर्ट्स के अनुसार, फतह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल (Fattah Hypersonic Ballistic Missiles) आवाज की गति से 15 गुना ज्यादा रफ्तार से हमला कर सकती है. इस मिसाइल की रेंज 1400 किलोमीटर है और इसमें 350 से 450 किलोग्राम वजन का हथियार लगाया जा सकता है. इसकी मैन्यूवरिबिलिटी के कारण इसे किसी भी दिशा में मोड़ा जा सकता है और साथ ही यह किसी भी मिसाइल रडार की नजर में नहीं आती. इसे चलाने के लिए सॉलिड फ्यूल इंजन का इस्तेमाल किया जाता है.

आयरन डोम हवा में ही मिसाइलों को कर देता है नष्ट

जब ईरान ने तेल अवीव पर बैलेस्टिक मिसाइल हमला किया, तब इजरायली वायु रक्षा प्रणाली (Iron dom) ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया और कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर हवा में ही निस्तेनाबूद कर दिया, लेकिन वो सभी मिसाइलों को नहीं रोक पाया. आयरन डोम एक वायु रक्षा प्रणाली है, जिसमें रडार और तामिर इंटरसेप्टर मिसाइल शामिल हैं. यह छोटी दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला एयर डिफेंस सिस्टम है, जो इजरायल पर हमला करने वाली मिसाइलों या रॉकेटो को ट्रैक करके उन्हें बेअसर कर देता है. इसका उपयोग रॉकेट, तोप और मोर्टार के साथ-साथ विमान, हेलीकॉप्टर तथा मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) का प्रतिरोध करने के लिए किया जाता है. आयरन डोम को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने विकसित किया है और साल 2011 से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इजरायल दावा करता है कि इसकी सफलता दर 90 प्रतिशत है.

अब आगे क्या होगा?

इजरायली सैन्य प्रवक्ता डैनियल हैगरी ने कहा कि इजरायल ईरानी हमले के खिलाफ बचाव और जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समयबद्ध तरीके से होगा. डैनियल हैगरी ने कहा, 'ईरान का हमला एक गंभीर और खतरनाक है. इसके गंभीर परिणाम होंगे. इजराइल सरकार के निर्देश के अनुसार, हम जहां भी, जब भी और जिस तरह से चाहें, जवाब देंगे.' इस बीच अमेरिका ने इजरायल का समर्थन किया है. व्हाइट हाउस के सलाहकार सुलिवन ने कहा कि बाइडेन प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि ईरान द्वारा इस हमले के गंभीर परिणाम होंगे और अमेरिका इस मामले में इजरायल के साथ काम करेगा.

इस बीच ईरान ने भी इजरायल को अपने हमले का जवाब न देने की चेतावनी दी है. अगर उसने जवाबी कार्रवाई की तो वह देश पर और मिसाइलें दागेगा.
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने धमकी दी है कि अगर इजरायल जवाब देता है, तो वह दूसरा हमला करेगा. ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने इजरायल पर हमले के बाद बड़ा बयान दिया है और कहा है कि जरूरत पड़ी तो हमले और तेज होंगे. इसके साथ ही ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल पर ईरान के हमले का बचाव किया है और इजरायली प्रधानमंत्री को चेतावनी दी है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'ईरान ने 'वैध अधिकारों के साथ 'ईरान और क्षेत्र की शांति और सुरक्षा' के लिए 'निर्णायक' प्रतिक्रिया दी है, जो 'ईरान के हितों और नागरिकों की सुरक्षा' के लिए है.

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