Inside story of israel attack on iran: इजराइल ने शनिवार तड़के ईरान पर जबरदस्त हवाई हमले करके पूरी दुनिया को बता दिया है कि वह जब चाहे ईरान पर हमला कर सकता है. इजरायल ने यह हमला ईरान से बदला लेने के लिए किया है. इस महीने की शुरुआत में ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया था. तभी से पूरी दुनिया इजरायल के जवाब का इंतजार कर रही थी. और आखिर आज वह दिन आ गया जब इजरायल ने ईरान में घुसकर उसके सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए बता दिया कि वह ईरान में कभी भी और कही भी हमला कर सकता है.
पढ़ें इजरायल हमले की इनसाइड स्टोरी
आइए जानते हैं इजरायल ने ईरान पर हमले से पहले किसको किया था फोन. किसके ओके कहने पर ईरान में मचाया गया कोहराम.
फोन पर किससे ली गई अनुमति?
इजरायल ने ईरान पर हमला करने से पहले अपने सुरक्षा मंत्रिमंडल को रात में फोन किया. उनकी मंजूरी के बाद ही हमला किया गया. इजरायल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक,'इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने ईरान में हमलों को मंजूरी देने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया'
हमले के तुंरत बाद इजरायली सेना ने की पुष्टि
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री कार्यालय ने सीएनएन को बताया कि हमले से कुछ घंटे पहले फोन कॉल पर मतदान हुआ. जिसमें इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने ईरान में हमलों को मंजूरी देने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया. जैसे ही सुरक्षा मंत्रिमंडल ने अनुमति दी, इजरायल ने रात 2.30 पर ईरान में कोहराम मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद इजराइल की सेना ने शनिवार की सुबह पुष्टि कि वह तेहरान में विस्फोटों की शुरुआती रिपोर्टों के बाद ईरान में "सैन्य लक्ष्यों" पर हमला कर रही है.
ईरान से 1 अक्टूबर का बदला
पिछले हफ्ते एक इजराइली अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि 1 अक्टूबर को ईरान ने जो हमला किया था उसके बाद जवाब देने पर कैबिनेट एकमत नहीं हो पा रही थी, लेकिन शनिवार रात को मंजूरी मिलते ही हमला कर दिया गया. उधर ईरान में सब सो रहे थे, तभी विस्फोटों की आवाज सुनकर तेहरान के लोग नींद से जागे, हालांकि अभी इस बारे में जानकारी नहीं है कि इन हमलों से कितना नुकसान हुआ. इन हमलों के बाद ईरान और इजरायल में दुश्मनी और बढ़ गई है. पश्चिम एशिया में इसके बाद हालात और खराब होने का खतरा हो गया है. पश्चिम एशिया में ईरान समर्थित चरमपंथी समूह, गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्ला पहले से ही इजराइल के साथ जंग लड़ रहे हैं.
कमांड सेंटर का वीडियो किया जारी
इजरायली सेना ने हमले के कई वीडियो जारी किए हैं. इन्हीं वीडियो में से एक वीडियो इजरायली एयरफोर्स के कमांड सेंटर का है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे इस कमांड सेंटर में सैन्य अधिकारी ईरान पर किए जा रहे हमले का दिशा निर्देश दे रहे हैं. IDF द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में इजरायली चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हर्ज़ी हलेवी को कैंप राबिन (किर्या) में इजरायली वायु सेना के अंडरग्राउंड सेंटर से ईरान पर हमले की कमान संभालते हुए दिखाया गया है.
आप भी देखें वीडियो-
A video released by @IDF shows Israeli Chief of the General Staff, Herzi Halevi, commanding the strike on Iran from the Israeli Air Force underground command center in Camp Rabin (The Kirya).pic.twitter.com/zEWThUK0Lq
— Iran English (@IranIntl_En) October 26, 2024
इजरायल ने कहा, हमारे पास जवाब देने का अधिकार
जब शनिवार को बताया कि उसने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं. हालांकि उसने हमलों के बारे में फिलहाल कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है. इजराइली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश में शनिवार को कहा, ‘‘ईरान का शासन और क्षेत्र में उसके समर्थक सात अक्टूबर से इजराइल पर लगातार हमले कर रहे हैं... जिनमें ईरानी धरती से किए गए सीधे हमले भी शामिल हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के हर अन्य संप्रभु देश की तरह इजराइल को भी जवाब देने का अधिकार है और यह उसका कर्तव्य है.’’
इजरायल ने अमेरिका को बताकर किया हमला
ईरान पर हमले को लेकर अमेरिकी ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान पर हमले से कुछ क्षण पहले इजरायल ने इसकी जानकारी अमेरिका को दी थी. बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने इजरायल से अनुरोध किया था कि वह ईरान के परमाणु ठिकाने पर हमला न करे. अमेरिका के नेशनल सिक्युरिटी काउंसिल के प्रवक्ता सीन सावेट ने एक बयान में कहा कि सैन्य ठिकानों पर टार्गेटेड हमला आत्म रक्षा की कार्रवाई है.