हाइलाइट्स
दूसरे विश्व युद्ध में करीब 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था. तीसरे विश्व युद्ध में इसका 1000 गुना ज्यादा नुकसान की आशंका है. इस लिहाज से देखा जाए तो अब 4000 ट्रिलियन डॉलर का होगा.
नई दिल्ली. रूस-यूक्रेन, इजरॉयल-हमास, इजरॉयल-ईरान, लेबनान और सीरिया, ये सभी उन देशों के नाम हैं, जो अभी किसी न किसी रूप में युद्ध कर रहे हैं. इसके अलावा इजरॉयल के खिलाफ दुनिया के 40 से ज्यादा इस्लामिक देश लामबंद हो रहे तो रूस भी बाहर से समर्थन दे रहा है. दूसरी ओर, अमेरिका सहित नाटो समूह के देश इजरॉयल के साथ खड़े नजर आते हैं. उत्तर कोरिया तो हर समय युद्ध की धमकी और न्यूक्लियर टेस्ट करता ही रहता है. इन सभी के बीच भारत और चीन आपसी मनमुटाव में उलझे हैं तो चीन ताइवान पर चढ़ाई करने को तैयार है, जिसे अमेरिका हर हाल में बचाना चाहता है.
ऊपर की लाइनें पढ़ने के बाद आपके मन में भी यह सवाल बरबस उठ आता होगा कि क्या हम एक बार फिर विश्व युद्ध की तरफ बढ़ रहे हैं. एस्ट्रोलॉजी क्षेत्र के दिग्गज और भारत के नास्त्रेदमस माने जाने वाले कुशल कुमार ने पिछले साल ही भविष्यवाणी कर दी थी कि 2024 दुनिया के लिए इस सदी का सबसे तनाव वाला साल साबित होने वाला है. मौजूदा हालात भी इसी तरफ इशारा कर रहे हैं. लिहाजा अगर ग्लोबल लेवल पर हालात और बदतर हुए और तीसरे विश्व युद्ध (Third World War) की नौबत आती है तो दुनिया में कितने पैसे का नुकसान होगा और किस देश को इसका सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
टि्वटर (एक्स) पर कर रहा ट्रेंड
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका इस कदर गहराती जा रही है कि आज गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (एक्स) पर बाकायदा ट्रेंड कर रहा है और लाखों की संख्या में व्यूज व कमेंट आ रहे. इतना ही नहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और मौजूदा उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसे लेकर आशंका जताई है. उनका कहना है कि दुनिया एक बार फिर ग्लोबल लेवल पर गंभीर समस्या का सामना कर रही है.
कितने पैसे का होगा नुकसान
चूंकि, तीसरे विश्व युद्ध को लेकर सिर्फ कयास लगाए जा रहे. ऐसे में इसके नुकसान का सही अंदाजा लगाना तो संभव नहीं, लेकिन पिछले विश्व युद्ध यानी सेकंड वर्ल्ड वॉर में हुए नुकसान के आधार पर विश्लेषक आने वाले नुकसान का आंकड़ा लगा रहे हैं. अगर 1939 से 1945 तक हुए दूसरे विश्व युद्ध के आर्थिक नुकसान का अंदाजा आज के अनुसार करें तो तब करीब 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 336 लाख करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ था. लेकिन, तीसरे विश्व युद्ध में इसका 1000 गुना ज्यादा नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. अगर इसी आंकड़े को पकड़कर चलते हैं तो कुल नुकसान करीब 3,36,000 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है.
क्यों होगा ज्यादा नुकसान
एक्सपर्ट का कहना है कि मौजूदा समय में दुनिया के पास ज्यादा आधुनिक हथियार हैं और अब अगर युद्ध होता है तो यह जमीन, जल और आकाश तीनों जगहों पर होने के साथ-साथ साइबर तरीके से भी किया जाएगा. इससे ज्यादा जान जानें के अलावा आर्थिक रूप से भी अधिक नुकसान की आशंका है. दूसरे विश्व युद्ध में जहां परमाणु शक्ति सिर्फ अमेरिका के पास थी, आज दुनिया के दर्जनभर देशों के पास परमाणु बम हैं. इतना ही नहीं हाइड्रोजन बम और केमिकल वीपन भी खूब डेवलप कर लिए गए हैं. लिहाजा विश्व युद्ध के हालात में नुकसान का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं.
किसे होगा ज्यादा नुकसान
अगर दूसरे विश्व युद्ध की बात करें तो यूरोपीय देशों को सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ा था. तीसरा विश्व युद्ध होता है तो इसका सबसे ज्यादा असर जाहिर तौर पर अमेरिका और रूस पर होगा. इसकी वजह ये है कि इन दोनों देशों ने ही एक-दूसरे के खिलाफ अन्य देशों को लामबंद कर रखा है. जाहिर है कि युद्ध की स्थिति में इन दोनों देशों को न सिर्फ आर्थिक रूप से मदद करनी होगी, बल्कि अपने साथियों को हथियार भी मुहैया कराने पड़ेंगे. यूक्रेन-रूस युद्ध में आपने देखा ही होगा कि अमेरिका ने यूक्रेन को न सिर्फ अरबों डॉलर की प्रत्यक्ष तौर से मदद की, बल्कि तमाम हथियार भी भेजे.
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FIRST PUBLISHED :
October 3, 2024, 13:35 IST