Last Updated:July 20, 2025, 08:32 IST
Ahmedabad Air India Plane Crash News: अहमदाबाद विमान हादसे में जांच की दिशा बदल गई है. विमान के पिछले हिस्से में इलेक्ट्रिकल आग के निशान मिले हैं. AAIB की रिपोर्ट में इंजन बंद होने का कारण इलेक्ट्रिकल सिस्टम की...और पढ़ें

एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.
हाइलाइट्स
AAIB की रिपोर्ट में इलेक्ट्रिकल सिस्टम की खराबी का खुलासा.विमान के पिछले हिस्से में इलेक्ट्रिकल आग के निशान मिले.इंजन बंद होने का कारण इलेक्ट्रिकल सिस्टम की खराबी बताया गया.Ahmedabad Air India Plane Crash News: बीते 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच की रिपोर्ट को लेकर पूरी दुनिया में हंगामा मचा हुआ है. सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के महज 26 सेकंड के बाद एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हादसे के शिकार बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में सवार 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई. चमत्कारिक रूप से एक यात्री की जान बच गई थी. हादसे में जमीन पर मौजूद कई अन्य लोगों की भी मौत हुई थी.
इंडियन एक्सप्रेस की एक्सक्लूसिव रिपोर्टे के मुताबिक अब भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की जांच में एक नया और चौंकाने वाला मोड़ आया है. विमान के पिछले हिस्से (empennage) के मलबे में सीमित इलेक्ट्रिकल आग के निशान मिले हैं, जिसने जांच की दिशा को इलेक्ट्रिकल सिस्टम की खराबी की ओर मोड़ दिया है. यह खुलासा जांच अधिकारियों को हैरान करने वाला है, क्योंकि यह हादसे का प्रमुख कारण हो सकता है. AAIB की 12 जुलाई की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार विमान के उड़ान भरने के तीन सेकंड बाद ही दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच रन से कटऑफ स्थिति में चले गए, जिसके कारण इंजन बंद हो गए. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट का सवाल- “तुमने फ्यूल क्यों काटा?” और दूसरे का जवाब, “मैंने नहीं किया,” इस रहस्य को गहराता है.
इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी
जांचकर्ताओं का मानना है कि इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी ने इंजन कंट्रोल यूनिट (ECU) को गलत डेटा भेजा, जिसके परिणामस्वरूप ईंधन आपूर्ति रुक गई. विमान के पिछले हिस्से में स्थित ऑक्जिलरी पावर यूनिट (APU) बरकरार मिली, लेकिन रियर ब्लैक बॉक्स को व्यापक क्षति पहुंची है, जिससे डेटा निकालना मुश्किल हो गया. हालांकि, फ्रंट ब्लैक बॉक्स से डेटा सफलतापूर्वक प्राप्त हुआ जो जांच के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है.
जांच में यह भी सामने आया कि दिल्ली से अहमदाबाद आने वाली पिछली उड़ान AI-423 में पायलट ने “STAB POS XDCR” (Stabilizer Position Transducer) की खराबी की शिकायत दर्ज की थी. यह सेंसर विमान की पिच को नियंत्रित करता है और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम को डेटा भेजता है. अहमदाबाद में मेंटेनेंस इंजीनियर ने इसकी जांच के बाद उड़ान को मंजूरी दी थी, लेकिन अब जांचकर्ता इस सेंसर की खराबी को व्यापक इलेक्ट्रिकल सिस्टम की समस्या से जोड़ रहे हैं.
पिछले हिस्से के मलबे से मिले सुराग
पिछले हिस्से के मलबे में मिले APU, ट्रांसड्यूसर्स और रडर्स को सुरक्षित रखा गया है, ताकि इनका विस्तृत विश्लेषण किया जा सके. जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि उड़ान के दौरान इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी से सेंसर डेटा में गड़बड़ी हुई होगी, जिसके कारण ECU ने इंजनों को गलत कमांड भेजा. इसके बाद रैम एयर टरबाइन (RAT) तैनात हुआ, जो इलेक्ट्रिकल विफलता के दौरान आपातकालीन शक्ति प्रदान करता है, लेकिन विमान की कम ऊंचाई (625 फीट) के कारण पायलटों को सुरक्षित लैंडिंग का समय नहीं मिला.
विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मेस भवन पर गिरा, जहां उसके पीछे का हिस्सा अलग हो गया और अपेक्षाकृत कम क्षतिग्रस्त रहा. इससे जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिले. जांच में बोइंग, जनरल इलेक्ट्रिक, अमेरिका की NTSB और ब्रिटेन की CAA के विशेषज्ञ शामिल हैं.
एक अन्य सिद्धांत के तहत ईंधन लीकेज की संभावना भी जांची गई, लेकिन हवाई अड्डे के ईंधन टैंकों और बोसर्स के नमूने सामान्य पाए गए. बोइंग 787 का उन्नत इलेक्ट्रिकल सिस्टम एक इंजन के फेल होने पर भी सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित करता है, लेकिन दोनों इंजनों का एक साथ बंद होना रेयर घटना है.
हादसे का एक मात्र जीवित बचा यात्री विश्वास कुमार रमेश ने बताया कि उड़ान के दौरान केबिन की रोशनी हरी और सफेद रंग में टिमटिमा रही थी और एक जोरदार धमाके के बाद विमान रुक गया. इस बयान ने इलेक्ट्रिकल खराबी के सिद्धांत को और मजबूती दी.
हादसे के बाद एयर इंडिया ने अपने बोइंग 787 बेड़े की गहन जांच की. उसके बाद 26 विमानों को फिर से उड़ान की मंजूरी दी. गुजरात पुलिस ने आतंकवादी साजिश की आशंका को खारिज किया है, क्योंकि मलबे में विस्फोटक पदार्थों के कोई निशान नहीं मिले.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...
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