हाइलाइट्स
प्रॉपर्टी खरीदते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है. सबसे पहले आपको टाइटल जरूर चेक करना चाहिए. इसके अलावा लोन और बैंक से डॉक्यूमेंट भी चेक करें.
नई दिल्ली. भारत का प्रॉपर्टी बाजार तेजी से बढ़ रहा है और जमीनों के रेट दिन-दूना रात चौगुना बढ़ते ही जा रहे. महंगा होने के साथ रियल एस्टेट में निवेश करना लोगों के लिए एक अहम फैसला भी होता है. चाहे आप पहली बार घर खरीद रहे हों या निवेश के उद्देश्य से संपत्ति ले रहे हों, सही संपत्ति चुनना बेहद महत्वपूर्ण होता है. खासकर जब बात रेडी टु मूव (Ready to Move) प्रॉपर्टी की हो, तो कुछ बातों की अनदेखी भारी पड़ सकती है.
प्रॉपर्टी मामलों के जानकार और ओरम डेवलपमेंट के सीएमडी प्रदीप मिश्र का कहना है कि रेडी टु मूव प्रॉपर्टी के अपने फायदे जरूर हैं, लेकिन जोखिम भी काफी रहता है. लिहाजा इस सौदे में कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, जिससे आप किसी बड़े नुकसान से बच सकें. रेडी टू मूव प्रॉपर्टी खरीदने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप खुद के लिए खरीद रहे हैं तो तत्काल परिवार सहित शिफ्ट कर सकते हैं और निवेश के लिए खरीदा है तो किराये पर चढ़ा सकते हैं. लेकिन, इस तरह के सौदे में 5 बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
प्रॉपर्टी का टाइटल क्लीयर होना चाहिए
संपत्ति खरीदते समय सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि उसका टाइटल क्लियर होना चाहिए. टाइटल क्लियर होने का मतलब है कि संपत्ति के मालिकाना हक पर कोई विवाद न हो. आप रेवेन्यू ऑफिस जाकर यह जांच कर सकते हैं कि जिसके नाम पर संपत्ति है, वही इसका असली मालिक है. इसके अलावा, प्रॉपर्टी टैक्स के दस्तावेजों से भी मालिकाना हक की पुष्टि की जा सकती है. अगर संपत्ति बैंक के पास गिरवी रखी है, तो बैंक से भी इसके बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है. इस काम में पेशेवर वकील या रियल एस्टेट एजेंट की मदद लेना भी अच्छा विकल्प हो सकता है.
निर्माण का समय और गुणवत्ता
संपत्ति का निर्माण कब हुआ और उसकी गुणवत्ता कैसी है, इसका भी ध्यान रखना जरूरी है. आमतौर पर एक इमारत की जीवन अवधि 70 से 80 साल मानी जाती है, लेकिन इसका भी मूल्यांकन करना चाहिए कि उस इमारत की हालत क्या है. आप प्रॉपर्टी डीलरों, स्थानीय लोगों या किसी स्ट्रक्चरल इंजीनियर से उस इमारत की जांच करवा सकते हैं. आजकल कई पेशेवर कंपनियां भी इस सेवा में मदद करती हैं, जो इमारत की गुणवत्ता का सही मूल्यांकन कर सकती हैं.
आसपास की सुविधाएं
संपत्ति खरीदते समय यह देखना भी जरूरी है कि उस क्षेत्र में रोजमर्रा की जरूरतों के लिए क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं. अगर आपके घर के पास किराने की दुकान, बाजार और अन्य रोजमर्रा की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो यह एक बड़ी परेशानी हो सकती है. लिहाजा यह देखना जरूरी है कि वहां की स्थानीय सुविधाएं आपकी आवश्यकताओं को पूरा करती हैं या नहीं. जैसे आसपास अच्छे स्कूल का होना.
रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन (RWA)
आप जिस संपत्ति में निवेश करने जा रहे हैं, वहां कोई रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन काम कर रही है या नहीं, इसका भी पता करें. RWA सुरक्षा व्यवस्था, बिजली, पानी, प्लंबिंग जैसी छोटी-मोटी समस्याओं के समाधान के लिए जिम्मेदार होती है. यह आपके जीवन को अधिक आरामदायक बनाता है. अगर क्षेत्र में RWA नहीं है, तो आपको अपनी समस्याओं का समाधान खुद करना पड़ सकता है.
सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा
संपत्ति की खरीदारी में सुरक्षा सबसे अहम पहलू है. जहां आप संपत्ति ले रहे हैं, वहां की सुरक्षा व्यवस्था कैसी है, इसका पता लगाएं. खासकर अगर आप बड़े शहर में संपत्ति ले रहे हैं, तो सुरक्षा का महत्व और भी बढ़ जाता है. स्थानीय पुलिस स्टेशन की दूरी, चौकीदार की उपस्थिति और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था जैसे पहलुओं की जांच करना महत्वपूर्ण है.
Tags: Business news, Property dispute, Property investment
FIRST PUBLISHED :
October 5, 2024, 21:31 IST