Israeli strikes: अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि इजरायली हमले से ईरान की परमाणु फैसिलिटी पर कोई असर नहीं पड़ा है. आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने शनिवार को एक बयान में कहा, "आईएईए निरीक्षक सुरक्षित हैं और ईरान में अपना महत्वपूर्ण कार्य जारी रख रहे हैं." समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रॉसी ने ऐसी कार्रवाइयों में 'विवेक और संयम' बरतने की अपील की, जिनसे परमाणु और अन्य रेडियोधर्मी सामग्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.
तेहरान को चेतावनी
इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर 'सटीक और टारगेटेड हमले' करने की घोषणा. इसके साथ ही तेहरान को चेतावनी दी कि अगर उसने तनाव बढ़ाने की गलती की तो जवाब दिया जाएगा. आईडीएफ के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायली वायु सेना (आईएएफ) के सहयोग से तीन चरणों में ये हमले किए गए. यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को तेहरान बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का जवाब थी.
चार लोगों की मौत
अलजजीरा के मुताबिक ईरानी मीडिया ने शनिवार को बताया कि इजरायली हवाई हमलों में कम से कम चार सैन्यकर्मी मारे गए और रडार सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गए. ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र से ईरान पर इजरायली के हमलों की निंदा करने की अपील की.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को ईरान ने क्यों लिखा लेटर
उन्होंने चेतावनी दी कि उनका देश उचित समय पर इजरायल के हमले का कानूनी और वैध तरीके से जवाब देने का अपना अधिकार सुरक्षित रखता है. अराघची ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को लिखे पत्रों में विश्व निकाय से अपील की कि वे निरंतर और व्यवस्थित इजरायली हमलों के परिणामों पर विचार करते हुए निर्णायक रुख अपनाए और यहूदी राष्ट्र के शासन की कार्रवाइयों की निंदा करे, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह संदेश दिया जा सके कि इस तरह की कार्रवाइयों को अनदेखा नहीं किया जाएगा. इनपुट आईएएनएस