Last Updated:July 19, 2025, 21:02 IST

भारतीय सेना ने मेजर मुकुंदन की तारीफ की है.
नई दिल्ली. उड़ती फ्लाइट में एक बुजुर्ग की तबीयत अचानक से खराब हो गई. यहां तक कि उसके हाथ-पांव भी ठंडे पड़ गए थे, एक बार तो ऐसा लगा कि शायद वह नहीं बच पाएंगे. लेकिन तभी सीमा पर देश की हिफाजत करने वाले इंडियन आर्मी के मेजर भगवान की तरह आए और उस शख्स को नई जिंदगी दी. यह घटना हुई 14 जुलाई 2025 को चेन्नई से गुवाहाटी जा रही इंडिगो की उड़ान संख्या 6E-6011 में.
भारतीय सेना ने अपने एक बयान में कहा, इंडिगो की फ्लाइट में सवार 75 साल के बुजुर्ग यात्री को लगभग 18:20 बजे एक मेडिकल इमरजेंसी हालात का सामना करना पड़ा. वह बेहोश हो गए और अत्यधिक पसीना आने, कमज़ोर नाड़ी और ठंडे हाथ-पैरों सहित हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखाई देने लगे. तभी केबिन क्रू ने तुरंत उन्हें ऑक्सीजन दिया और मेडिकल मदद के लिए विमान में घोषणा की.”
सेना ने आगे बताया, “उस वक्त छुट्टी से लौट रहे सेना के डॉक्टर मेजर मुकुंदन ने तुरंत शख्स की मदद की. जांच करने पर, उन्होंने पाया कि मरीज़ अर्ध-बेहोशी की हालत में था, उनकी पुतलियां रिएक्ट कर रही थीं और हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण थे. उड़ान के दौरान सीमित संसाधनों के साथ, मेजर मुकुंदन ने मरीज़ के नब्ज़ और ऑक्सीजन की निगरानी जारी रखते हुए, उसे मुंह से चीनी और ओआरएस दिया.”
सेना ने कहा, “इसके बाद गुवाहाटी में उतरने पर, मरीज़ को तुरंत हवाई अड्डे के इमरजेंसी रूम कक्ष में ले जाया गया, जहां मेजर मुकुंदन ने उनका इलाज जारी रखा. रात करीब 8 बजे तक मरीज़ को होश आ गया और उसकी हालत स्थिर हो गई. मेजर मुकुंदन की तुरंत और निस्वार्थ कार्रवाई और क्रू मेंबर के त्वरित सहयोग ने सुनिश्चित किया कि यात्री की जान बच गई.”
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
Chennai,Tamil Nadu