नई दिल्ली/हैदराबाद. इंडियन रेलवे सुरक्षा को लेकर काफी चौकस रहता है, ताकि हजारों-लाखों पैसेंजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही रेलवे संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचने से रोका जा सके. हाल के दिनों में रेलेव ट्रैक पर गैस सिलेंडर से लेकर खंभे तक रखने के मामले सामने आ चुके हैं. ट्रेन ड्राइवर की सावधानी और सतर्कता के चलते बड़े हादसे को रोकने में सफलता मिली है. अब इंडियन रेलवे ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. साउथ सेंट्रल रेलवे के 6 डिविजन के DRM एक टेबल पर जुटे. दक्षिण-मध्य रेलवे के GM ने AGM के साथ ही सेक्शन हेड और 6 डिविजन के DRM के साथ बैठक कर बड़ा फैसला लिया है. अब राजकीय रेल पुलिस (GRP) और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
साउथ सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक यानी GM अरुण कुमार जैन ने अधिकारियों को पटरियों की सुरक्षा पर खास ध्यान देने और पेट्रोलिंग को बढ़ाने की सलाह दी है. इसमें जीआरपी और आरपीएफ टीम की मदद लेने को भी कहा है. जीएम ने हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए सेफ्टी एंड सिक्योरिटी जरूरतों का ध्यान रखने और ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है. बता दें कि देश के विभिन्न हिस्सों में रेल पटरियों पर गैस सिलेंडर, बिजली के खंभे, ईंट-पत्थर आदि रखने के मामले सामने आ चुके हैं. इससे यात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है. हाल के दिनों में हुई कुछ रेलवे दुर्घटनाओं में अराजक तत्वों का हाथ होने की आशंका जताई गई है.
एकसाथ जुटे 6 रेले डिविजन के DRM
दक्षिण-मध्य रेलवे के GM अरुण कुमार जैन ने कुछ दिनों पहले एडिशनल जनरल मैनेजर नीरज अग्रवाल, सेक्शन प्रमुखों और 6 रेल डिविजन के DRM के साथ बैठक की थी. सिंकद्राबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुंताकल, गुंटूर और नांदेड़ रेल मंडल के DRM इस बैठक में शामिल हुए थे. रेल महाप्रबंधक अरुण कुमार ने इन सभी शीर्ष अधिकारियों को सेफ्टी ड्राइव चलाने का निर्देश दिया. साथ ही फील्ड इंस्पेक्शन के अलावा लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, गार्ड और खासतौर से ट्रैकमैन को सुरक्षा को लेकर काउंसलिंग करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटनाओं को समय रहते रोका जा सके.
GRP-RPF को विशेष जिम्मेदारी
रनिंग ट्रेनों की सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए GRP और RPF को विशेष निर्देश दिए गए हैं. इन्हें विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है. रेलवे ट्रैक की पेट्रोलिंग के समय सुरक्षा मानकों का खासतौर पर ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है. जीएम अरुण कुमार ने फायर सेफ्टी से जुड़े उपकरणों जैसे स्मोक डिटेक्शन डिवाइस, अग्निशमन यंत्र आदि की उपलब्धता की भी समीक्षा की है. उन्होंने रेलवे अधिकारियों को इमरजेंसी इक्विपमेंट के स्टॉक पर भी नजर रखने को कहा गया है.
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FIRST PUBLISHED :
October 19, 2024, 16:04 IST