हाइलाइट्स
चीन ने करीब 12 लाख करोड़ का राहत पैकेज जारी किया है. इसका असर चीन और हांगकांग के शेयर बाजार पर दिखा है. दोनों मार्केट का पूंजीकरण 15 सत्र में 269 लाख करोड़ बढ़ गया.
नई दिल्ली. चालाक चीन को ऐसे ही खिलाड़ी नहीं कहा जाता है. पिछले कुछ समय से लगातार नुकसान की ओर से जा रहे शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था को ट्रैक पर लाने के लिए ड्रैगन ने ऐसा दांव मारा कि 15 दिनों में ही करीब 269 लाख करोड़ रुपये बटोर लिए. यह रकम इतनी ज्यादा है कि स्विट्जरलैंड, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों का कुल मार्केट कैप भी इसका मुकाबला नहीं कर सकते हैं. आपको बता दें कि चीन में पिछले कुछ समय से बैंकिंग सेक्टर और रियल एस्टेट काफी दबाव में चल रहे थे. आलम ये हो गया था कि बैंकों की सुरक्षा के लिए टैंक तक तैनात करने पड़े थे.
दरअसल, चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार को सुधारने के लिए भारी-भरकम राहत पैकेज जारी किया था. इसका असर महज 15 सत्र में दिख गया और चीन के शेयर बाजार का मार्केट कैप करीब 2 ट्रिलियन डॉलर बढ़कर 10.1 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया. इसी तरह, हांगकांग शेयर बाजार का मार्केट कैप भी 1.25 ट्रिलियन डॉलर बढ़कर 6 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया. कुल मिलाकर दोनों शेयर बाजार का मार्केट कैप महज 15 सत्र के भीतर 3.25 ट्रिलियन डॉलर (करीब 269 लाख करोड़ रुपये) बढ़ चुका है. यह रकम स्वीडन, नीदरलैंड, यूएई, डेनमार्क, स्पेन और इंडोनेशिया सहित ऊपर बताए 3 और देशों की मार्केट कैप से भी ज्यादा है.
10 गुना चढ़ गए कंपनियों के शेयर
चीन के प्रमुख शेयर बाजार शंघाई कंपोजिट इंडेक्स पर लिस्टेड 37 कंपनियों के स्टॉक तो जैसे रॉकेट बन गए. इन कंपनियों के शेयरों में महज 15 सत्र के भीतर 1000 फीसदी यानी करीब 10 गुना का उछाल दिखा है. इतना ही नहीं 200 से ज्यादा कंपनियों में भी 40 से 87 फीसदी तक का उछाल दिखा है. इसी तरह, हांगकांग के हेंगसेंग स्टॉक एक्सचेंज पर 19 कंपनियों के शेयर प्राइस 50 से 100 फीसदी तक बढ़ तो 50 से ज्यादा कंपनियों ने 10 से 40 फीसदी का रिटर्न महज 15 सत्र में दे दिया.
ऐसा क्या किया चीन ने
चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में जान फूंकने के लिए प्रॉपर्टी सेक्टर को खासतौर से राहत पैकेज जारी किया है. चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने प्रमुख ब्याज दर को 1.7 फीसदी से घटाकर 1.50 फीसदी कर दिया है और रिजर्व रेशियो भी 50 आधार अंक घटा दिया है. इस कदम के साथ ही सरकार ने 142 अरब डॉलर (11.92 लाख करोड़ रुपये) अर्थव्यवस्था में भी डाले.
क्या हुआ इसका असर
सरकार के इस कदम से लोन की ब्याज दरें 50 आधार अंक नीचे आ गई हैं. इसका फायदा देश के 5 करोड़ से ज्यादा परिवारों को हुआ और उन्हें 21.1 अरब डॉलर (करीब 1.77 लाख करोड़ रुपये) की बचत भी हुई. इसके अलावा शेयर बाजार को बूस्ट करने के लिए ब्रोकर्स को 71 अरब डॉलर की स्वैप फैसिलिटी भी दी. साथ ही शेयर बायबैक को सपोर्ट करने के लिए लिस्टेड कंपनियों को रीफाइनेंसिंग का ऑप्शन भी दिया. इसका असर ये हुआ कि शंघाई कंपोजिट और हेंगसेंग दोनों में ही 17 फीसदी का उछाल दिख रहा है.
Tags: Business news, China government, Share market
FIRST PUBLISHED :
October 4, 2024, 11:27 IST