कौन हैं जज खन्ना? CJI चंद्रचूड़ के पिता की बेंच में थे चाचा, इंदिरा से कनेक्शन

4 weeks ago

Who is New CJI Vinod Khanna: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को जस्टिस संजीव खन्ना को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया है. वह 11 नवंबर से सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे. जस्टिस खन्ना और चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ में एक कॉमन लिंक जिसके बारे में शायद ही किसी को पता होगा. दरअसल, दोनों का नेशनल इमरजेंसी के दौरान जबलपुर केस से लिंक जुड़ा है.

इमरजेंसी के दौरान एक केस के मामले में सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संवैधानिक पीठ गठित की गई थी. इसमें जस्टिस संजीव खन्ना चाचा जस्टिस हंस राज खन्ना और वर्तमान सीजेआ डीवाई चंद्रचूड़ के पिता वाईवी चंद्रचूड़ दोनों थे. 1975-77 में इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल घोषित किया था. इस दौरान हजारों लोगों को जेल में ठूंस दिया गया था. जबलपुर के एडीएम केस में हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार हुए किसी भी व्यक्ति को हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण या किसी अन्य रिट के माध्यम से राहत मांगने से रोक दिया गया था.

CJI चंद्रचूड़ और जस्टिस खन्ना के बीच पुराना लिंक
इसपर सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ गठित हुई थी. इसमें 4 जजों ने सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया यानी सरकार के कदम को सही ठहराया. सही ठहराने वाले जजों में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के पिता भी शामिल थे. मगर जस्टिस खन्ना इकलौते जज थे, जिन्होंने सरकार से असहमति जताई थी. सरकार ने उनको पद से हटा दिया और उनके जूनियर एमएच बेग नियुक्त किया जो बाद में सीजेआई बने. हालांकि, पद से विरोध में एचआर खन्ना ने इस्तीफा दे दिया था.

सौम्य स्वभाव वाले जस्टिस खन्ना
जस्टिस एचआर खन्ना के भतीजे जस्टिस संजीव खन्ना 51वें सीजेआई बनने जा रहे हैं. सौम्य स्वभाव, हमेशा मुस्कुराते रहने वाले व्यवहार और कोर्ट की गहमागहमी के दौरान शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. वे 18 जनवरी, 2019 को एससी जज के रूप में प्रोमोट हुए थे. उन्होंने पिछले पांच वर्षों में कई ऐतिहासिक फैसले दिए. सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने 11 नवंबर को रिटायरमेंट के एक दिन बाद सीजेआई पद को संभालेंगे.

कैसा रहा करियर
जस्टिस खन्ना का न्यायिक करियर 2005 में दिल्ली एचसी के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शुरू हुआ था. बाद में उन्हें स्थायी जस्टिस बनाया गया. एचसी न्यायाधीश के रूप में, न्यायमूर्ति खन्ना कई प्रमुख संस्थानों, जैसे दिल्ली न्यायिक अकादमी, दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र और जिला न्यायालय मध्यस्थता केंद्र के तौर पर भी काम किया है. इनका कार्यकाल बहुत छोटा होगा. वह 13 मई, 2025 को 51वें सीजेआई के रूप में रिटायर होंगे.

Tags: DY Chandrachud, Supreme Court

FIRST PUBLISHED :

October 25, 2024, 11:27 IST

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