महाराष्ट्र ही नहीं देश की राजनीति में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का अपना एक अलग कद है. वह बड़े कद के नेता हैं और उनकी छवि विकास पुरुष की रही है. राजनीति में वह महाराष्ट्र में भाजपा के संस्थापक रहे एक दिग्गज नेता को अपना गुरु मानते हैं. वह दिग्गज अब इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन, उनकी बेटियां उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रही हैं. लेकिन, बीते कुछ चुनावों से नितिन गडकरी के इस गुरु के गढ़ पर राज्य के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की निगाहें हैं.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं भाजपा के दिवंगत वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटियों और भतीजे की. महाराष्ट्र में बीड़ संसदीय क्षेत्र गोपीनाथ मुंडे का अपना गढ़ रहा. उनके निधन के बाद उनकी दोनों बेटियां यहां से उनकी राजनीतिक विरासत संभालने की जिम्मेदारी उठाईं. लेकिन, फिर शरद पवार ने उनके खिलाफ उनके ही चचरे भाई और गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुडे को बड़ा नेता बनाया. नतीजा यह हुआ कि बीड़ में गोपीनाथ मुंडे की दोनों बेटियां प्रीतमा और पंकजा दोनों काफी पीछे हो गईं और धनंजय का कद बढ़ने लगा.
बीते लोकसभा चुनाव में बीड़ से पंकजा मुंडे भाजपा की उम्मीदवार थीं लेकिन वह एनसीपी शरद गुट के नेता बजरंग मनोहर सोनवरे से चुनाव हार गईं. अब साहब की योजना धनंजय मुंडे को भी निपटवाने की है. क्योंकि बीते साल एनसीपी में जब दो फाड़ हुआ तो धनंजय मुंडे शरद पवार के भतीजे अजित पवार के साथ चले गए. इसी कारण वह मुंडे से नाराज हैं.
बीड की राजनीति
ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीड के परली विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक घटनाक्रम जोर पकड़ चुका है. हाल ही में शरद पवार समूह में शामिल हुए राजाभाऊ फड़ ने परली में एक संपर्क कार्यालय शुरू किया है. इसका उद्घाटन शरद पवार गुट की नेता फौजिया खान ने किया.
भाषण के दौरान राजाभाऊ फड़ ने धनंजय मुंडे की आलोचना की. उन्होंने कहा कि बीड के संरक्षक मंत्री निष्क्रिय हैं और उनकी हार अवश्यंभावी है. पवार साहब की वजह से आप मंत्री बने, विपक्ष के नेता बने. परन्तु आपने उन्हें धोखा दिया. राजाभाऊ फड़ ने चेतावनी दी कि जब तक आपको उखाड़ नहीं फेंका जाता, पारली के लोग शांत नहीं बैठेंगे. आपकी गलतियां इतनी अधिक हैं कि गिनना असंभव है. इस दौरान फड़ ने आरोप लगाया कि मंत्री धनंजय मुंडे ने शहर में अपने काम के जरिए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया है.
शरद पवार की रणनीति
गंगाखेड विधायक रत्नाकर गुट्टे के दामाद राजाभाऊ फड़ पंद्रह दिन पहले (25 सितंबर) एनसीपी शरद पवार गुट में शामिल हो गए. उन्होंने शरद पवार की मौजूदगी में सदस्यता ली. शरद पवार ने यह जानते हैं कि फड़ को उम्मीदवार बनाया गया तो कृषि मंत्री धनंजय मुंडे के सामने ताकतवर उम्मीदवार होंगे. ऐसे में उन्हें विधानसभा टिकट मिलने की संभावना है. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में हम परली में एक बड़ी बैठक करेंगे और बताएंगे कि परिवर्तन क्या होता है. कुछ दिन पहले शरद पवार ने कहा था कि जब तक राज्य में सरकार नहीं बदल जाती हम चैन से नहीं बैठेंगे, अब सिर्फ एक महीना बचा है.
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FIRST PUBLISHED :
October 14, 2024, 08:00 IST