नई दिल्ली. जल्द अमीर बनने की अच्छी किसकी नहीं होती. लोग तरह तरह की तरकीब और नुक्सों से तेजी से पैसा कमाने का प्रयास करते हैं. कुछ स्टार्टअप कामयाब हो जाते हैं जबकि कुछ फ्लॉप होकर गुमनामी में खो जाते हैं. अब हम आपको नोएडा और मुंबई के दो युवकों की कहानी के बारे में बताते हैं. इन दोनों ने भी तेजी से पैसा कमाने के लिए एक आइडिया पर वर्क किया. दोनों ही अपने पेशे में घूब कामयाब भी हुए. हालांकि जल्दी अमीर होने के लिए उनका यह तरीका गैर-कानूनी था. दोनों ने तरकीब तो खूब लगाई और वो पुलिस के जाल में फंस गए हैं. एक ने फ्लैट में ही गुपुचप गांजे की खेती करना शुरू कर दिया जबकि दूसरा शख्स घर में ही मिनी जंगल बनाकर दुर्लभ प्रजाति के बंदर और कछुए पालने लगा. चलिए हम एक एक कर इन दोनों महानुभवों की कहानी के बारे में बताते हैं.
पुलिस के मुताबिक 46 साल के राहुल चौधरी के नोएडा स्थित फ्लैट से 60 लाख रुपये की कीमत के लगभग 80 गांजे के पौधे मिले. इसके अलावा बड़ी माता में पौधा उगाने में इस्तेमाल फर्टिलाइजर, बीज और अन्य रसायन बराम किया गया. यह गिरफ्तारी बेंगलुरु के एक कपल को घर में गांजा उगाने के आरोप में पकड़े जाने के कुछ दिनों बाद हुई है. एक फेसबुक पोस्ट में बेंगलुरु की महिला ने अपने घर के बगीचे को दिखाया था. जिसके बाद पुलिस ने उस तक पहुंच गई. अब ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक सोसायटी के फ्लैट में गांजे की खेती करने वाले शख्स पर सूचना के आधार पर एक्शन लिया. फूलों के गमलों में भांग उगती पाई गई थी. 2 ग्राम से थोड़ा ज़्यादा गांजा, 163 ग्राम ओजी (एक तरह का गांजा) और खाद, बीज और उपकरण बरामद हुए.
AC में रखता था पौधा
पुलिस के मुताबिक पौधों की देखभाल के लिए भी काफ़ी ध्यान देने की ज़रूरत थी. नियमित रूप से पानी देने और मिट्टी की देखभाल करने के अलावा आरोपी चौधरी ने पौधों की ग्रोथ के लिए तापमान मेंटेन करने पर भी फोकस किया. इसके लिए वो 24×7 घर का ऐसी चालू रखता था. ऐसा इसलिए क्योंकि वो दरवाज़े और खिड़कियां खुली नहीं रख सकता था. सूरज की रौशनी की कमी को पूरा करने के लिए फोटोसिंथेसिस के लिए लाइट लगवाई. हर पौथे पर चौधरी 5,000-6,000 रुपये खर्च किया करता था. एक पौधे को बढ़ने में 110 दिन का वक्त लगता था. पिछले चार महीनों से वो पूरी तरह इसी काम में लगा था. प्रत्येक पौधे से चौधरी को 10 गुना मुनाफा होता था. उसने सीड्समैन नामक एक विदेशी वेबसाइट से भांग के बीज खरीदे. सभी लेन-देन पेपाल ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से किए गए. वो मेरठ विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में पोस्ट ग्रैजुएट है. इंटरनेट और सोशल मीडिया की मदद से उसने गांजे की खेती सीखी. पूरा सेटअप एक किचन गार्डन जैसा था. डार्क वेब की मदद से चौधरी ने कस्टर ढूंढे.
घर को जंगल बनाकर कमाए लाखों
उधर, मुंबई में एक कपल ने अपने घर को ही जंगल बना दिया था. घर को पूरी तरह एयरकंडीशन से लेस करने के बाद उसने अंदर रंग-बिरंगे सांप, बंदर और दुर्लभ छिपकलियां पाल रखी थी. इन दुर्लभ वन जीवों की अंतरराष्ट्रीच बाजार में काफी ज्यादा कीमत है. वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि फैजान खान नाम का शख्स अपने घर से इन जंगली जीवों को पाल रहा है. इन्हें देश-विदेश में बेचा जाता है. वन विभाग ने रिजर्व पुलिस बल और स्थानीय मनपाड़ा पुलिस के साथ घर पर छापा मारा! हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही पति-पत्नी फरार हो चुके थे. सवर्णा बिल्डिंग की आठवीं मंजिल पर स्थित कमरे को खोला तो पाया कि आरोपी ने घर से लेकर बाथरूम तक हर जगह एसी लगाया हुआ है. वो पत्नी और 12 साल के बेटे के साथ यहां रहता था.
Tags: Greater noida news, Hindi news, Mumbai News
FIRST PUBLISHED :
November 13, 2024, 10:27 IST