चंदन का वो करीबी कौन है जो हर खबर कर रहा था पास? हर कदम की शेरू को थी जानकारी

6 hours ago

Last Updated:July 20, 2025, 10:52 IST

Chandan Mishra Murder Case: 17 जुलाई 2025 की सुबह पटना का पारस हॉस्पिटल गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा था. टारगेट बनाकर गैंगस्टर चंदन मिश्रा का खूनी अंत हो गया. कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल की...और पढ़ें

चंदन का वो करीबी कौन है जो हर खबर कर रहा था पास? हर कदम की शेरू को थी जानकारी

चंदन मिश्रा हत्याकांड में शेरू सिंह की साजिश और करीबी की गद्दारी का खुलासा

हाइलाइट्स

पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह ने चंदन मिश्रा के करीबी को हथियार बनाकर रची हत्या की साजिश. तौसीफ बादशाह और शूटरों ने पारस हॉस्पिटल में दी साजिश को अंजाम, सीसीटीवी ने खोली पोल. चंदन के करीबी की पहचान गुप्त, पुलिस और एसटीएफ की जांच में बिहार-बंगाल जेल कनेक्शन.

पटना. 17 जुलाई 2025 को पटना के पारस हॉस्पिटल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस सनसनीखेज हत्याकांड का मास्टरमाइंड पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह था जिसने चंदन के ही करीबी को हथियार बनाकर हर कदम की जानकारी हासिल की. आखिर कैसे एक पुराने दोस्त ने जेल की सलाखों के पीछे से ऐसी साजिश रची कि चंदन को भनक तक नहीं लगी? सूत्रों से जानकारी के अनुसार, चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश रचने के लिए शेरू ने चंदन के एक खासमखास दोस्त को अपने पाले में मिलाकर उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी. चंदन को इसकी भनक तक नहीं लगी कि उसका करीबी शेरू का मुखबिर बन गया.

सूत्रों के मुताबिक, शेरू ने चंदन मिश्रा के उस करीबी की पहचान अभी गुप्त है जिसको शेरू ने अपने पाले में मिला लिया था. यह करीबी चंदन की हर गतिविधि पर नजर रख रहा था और उसकी खबर शेरू को पास कर रहा था. जेल में हत्या संभव नहीं होने के कारण शेरू ने चंदन मिश्रा के पैरोल पर बाहर आने का इंतजार किया. जब चंदन को बीमारी के चलते इलाज की जरूरत पड़ी तो करीबी ने यह खबर शेरू को दी. जेल से पैरोल पर निकलने से लेकर अस्पताल में भर्ती होने तक की जानकारी शेरू तक पहुंचाता था. जब चंदन इलाज के बहाने पैरोल पर बेऊर जेल से बाहर आया तो शेरू को मौका मिल गया. चंदन को बीमारी के चलते ऑपरेशन की जरूरत थी और इस करीबी ने शेरू को सूचना दी कि चंदन पटना एम्स के बजाय पारस हॉस्पिटल में भर्ती होगा.

खबर पक्की होते ही तौसीफ और उसके साथी एक्टिव हुए

जानकारी के अनुसार, इसके बाद शेरू सिंह ने तौसीफ बादशाह और अन्य शूटरों को सक्रिय कर दिया. तौसीफ की सलाह पर चंदन मिश्रा को पटना के नेहरू पथ पर स्थित पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां शूटर आसानी से पहुंच सकते थे. 16 जुलाई को शूटर तौसीफ के ठिकाने पर जुटे और 17 जुलाई की सुबह हॉस्पिटल में घुसकर चंदन की गोली मारकर हत्या कर दी. पटना पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तौसीफ सहित पांच शूटरों को कोलकाता से गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही 3 अन्य सहयोगियों को भी अरेस्ट कर लिया गया है.

चंदन मिश्रा और शेरू सिंह की दोस्ती बदली दुश्मनी में

दरअसल, चंदन मिश्रा और शेरू सिंह, बक्सर के दो ऐसे नाम रहे जिन्होंने कभी क्रिकेट के मैदान से अपराध की दुनिया तक का सफर साथ तय किया था. 2009 में अनिल सिंह की हत्या से शुरू हुई उनकी जोड़ी 2011 में राजेंद्र केसरी और हैदर अली हत्याकांडों तक शाहाबाद में आतंक दूसरा नाम बने. लेकिन 2017 में तनिष्क ज्वेलरी लूट और लूट के माल के बंटवारे को लेकर दोनों में दरार पड़ गई. यह दोस्ती दुश्मनी में बदल गई और पुरुलिया जेल में बंद शेरू ने चंदन को ठिकाने लगाने की ठान ली.

तौसीफ के घर के पास जुटे थे शूटर, अगले दिन किया कांड

शेरू सिंह ने पुरुलिया जेल से तौसीफ बादशाह को 10 लाख रुपये की सुपारी दी. तौसीफ पहले बेऊर जेल में शेरू से मिल चुका था और उसको पारस हॉस्पिटल की पूरी जानकारी थी. हत्या की साजिश तीन दिन पहले समनपुरा में रची गई जहां तौसीफ और चार अन्य शूटरों-मोनू सिंह, बलवंत सिंह, नीशू खान और एक अज्ञात ने ठिकाना बनाया. 16 जुलाई को तौसीफ के घर के पास शूटर जुटे और अगले दिन सुबह 7 बजे पांचों ने पारस हॉस्पिटल में घुसकर चंदन के कमरे नंबर 209 में ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. सीसीटीवी फुटेज में तौसीफ को इशारों में शूटरों को निर्देश देते देखा गया.

तौसीफ बादशाह समेत पांच शूटर गिरफ्तार किये गए

पटना पुलिस और बिहार-बंगाल एसटीएफ ने 48 घंटों के भीतर कोलकाता के न्यू टाउन से तौसीफ सहित पांच शूटरों को गिरफ्तार किया है. तीन अन्य मददगारों को पटना और बक्सर से हिरासत में लिया गया जिसमें एक महिला भी शामिल है. शेरू से पूछताछ में पता चला कि बिहार की एक जेल में बंद उसके गुर्गे ने इस साजिश में अहम भूमिका निभाई. लेकिन चंदन का वह करीबी, जो शेरू का मुखबिर बना अभी भी रहस्य है. पुलिस ने उसकी पहचान को गुप्त रखा है क्योंकि जांच अभी जारी है.

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

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