पणजी: भारत में ऑनलाइन लॉटरी टिकट खरीदना कानूनी नहीं है. फिर भी कई राज्य सरकारों लॉटरी संचालित की जाती हैं. प्रत्येक राज्य के अपने अलग-अलग नियम और शर्तें हैं, और कुछ राज्यों में लॉटरी पर प्रतिबंध है. यदि आप किसी दूसरे राज्य की लॉटरी लेते हैं तो उसे अवैध माना जाता है. मगर, गोवा भारत का पहला ऐसा राज्य होगा, जो पूरी तरह टेक्नोलॉजी वाले ऑनलाइन लॉटरी शुरू करने जा रहा है. राज्य सरकार 18 नवंबर को लॉटरी शुरू करेगी और पहला ड्रॉ 24 नवंबर को होगा. इसमें लोगों को टिकट के बेस प्राइस के साथ 50 करोड़ तक जीतने का मौका मिलेगा.
छोटी बचत और लॉटरी के डायरेक्टर नारायण गाड़ ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से बताया, ‘गोवा में ऑनलाइन लॉटरी चलाने के लिए राज्य ने ऋति स्पोर्ट्स और दुसाने इंफोटेक की कंबाइंड बिजनेस इसे अंतिम रूप दे दिया है.’ फिलहाल, 12 से अधिक राज्यों में आधिकारिक तौर पर कागज वाला लॉटरी चलाया जाता है. मगर, गोवा की लॉटरी सिस्टम पूरी तरह से ऑनलाइन बेस्ड होगा. जो भारत और दुनिया भर के लॉटरी प्रेमियों की फायदा उठाने का मौका देगा.
ग्रेट गोवा गेम्स
ऋति समूह के संस्थापक अरुण पांडे ने कहा, “हम भारत से एकमात्र पूर्ण ऑनलाइन लॉटरी ब्रांड ‘ग्रेट गोवा गेम्स’ को लॉन्च करके रोमांचित महसूस कर रहे हैं. यह देश में पहला सिस्टम है. हमारा मिशन प्रौद्योगिकी के माध्यम से अवसरों का लोकतंत्रीकरण करना है. इसके पूर्ण पारदर्शिता और सकारात्मक गेमिंग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
ऑनलाइन लॉटरी में पारदर्शिता
ऋति स्पोर्ट्स ने कहा कि जिम्मेदार जुए के बारे में शैक्षिक संसाधनों के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को लॉटरी भागीदारी से जुड़े जोखिमों और पुरस्कारों के बारे में बेहतर जानकारी दी जाएगा. ग्रेट गोवा गेम्स न केवल खिलाड़ियों के लिए एक यूनिक अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि एकत्रित धन का 50% से अधिक पुरस्कार के रूप में वापस किया जाए.
कोई भी ले सकता है भाग
ऋति स्पोर्ट्स ने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के साथ, अलग-अलग बैकग्राउंड के लोग, विशेष रूप से अतिरिक्त आय की तलाश करने वाले अकुशल लोग, आसानी से ई-लॉटरी से जुड़ सकते हैं.
ट्रैक कर सकते हैं पैसा
इसके अलावा, ऑनलाइन लॉटरी में काफी पारदर्शिता रहेगी. यूजर्स यह ट्रैक कर सकेंगे कि इनकम का उपयोग शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसी सामाजिक पहलों कैसे किया जा सकता है. ऑनलाइन लॉटरी न केवल लॉटरी के संचालन के तरीके में क्रांति लाएगी, बल्कि जिम्मेदार समाज का निर्माण में भी योगदान प्रदान करेगी.
FIRST PUBLISHED :
November 13, 2024, 13:17 IST