नई दिल्ली. घर का रद्दी बेचकर कोई कितना कमा सकता है. हजार, 10 हजार, लाख…इससे ज्यादा के बारे में आमलोग सोच भी नहीं सकता है. दरअसल, दिवाली के मौके पर लोगबाग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं. इस दौरान बेकार पड़े सामान जैसे रद्दी आदि को कबाड़ी के हाथों बेच देते है. इससे कुछ सौ या फिर कुछ हजार रुपये हो जाते हैं. सरकार ने भी लक्ष्मी पूजा से पहले साफ-सफाई का अभियान शुरू किया है. यह कैंपेन 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगा. सरकार ने अपने हजारों ऑफिस की लाखों बेकार फाइलों को बेचकर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है.
केंद्र ने महीने भर तक जारी रहने वाले विशेष स्वच्छता अभियान के दौरान रद्दी के निपटान से 100 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है. यह जानकारी एक सरकारी अधिकारी ने गुरुवार को दी. इस अधिकारी ने बताया कि कैंपेन पीरियड के दौरान केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों ने बेकार पड़ीं 12 लाख से अधिक फाइलों को अब तक निपटाया है और इससे 97.2 लाख वर्ग फुट जगह खाली हुई है. विशेष अभियान 4.0 स्वच्छता को संस्थागत बनाने और लंबित मामलों को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को लागू करता है. अभियान 2 अक्टूबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक जारी रहेगा.
2.7 लाख ऑफिस कवर
स्वच्छता अभियान से संबंधित नोडल एजेंसी डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड पब्लिक ग्रीवांसेज (Department of Administrative Reforms and Public Grievances) के सचिव वी. श्रीनिवास ने बताया कि इसके लागू होने के पहले दो हफ्तों के बाद कैंपेन ने महत्वपूर्ण गति पकड़ ली है और नियमों को सुगम बनाने और लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा, ‘अब तक अभियान अवधि के दौरान 2.7 लाख कार्यालयों को कवर किया गया है. रद्दी बेचने से 101.48 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. 12,33,638 फाइलों को हटा दिया गया है और इससे 97.2 लाख वर्ग फुट जगह खाली हुई है.’
3 साल में 1162 करोड़ की कमाई
साल 2021-2023 के पीरियड में स्पेशल कैंपेन का स्तर लगातार बढ़ा है. अभियान 4.5 लाख कार्यालयों में लागू किया गया और इससे ऑफिस में 355 लाख वर्ग फुट जगह खाली हुई और 1,162 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया. राजस्थान कैडर के 1989 बैच के आईएएस श्रीनिवास ने कहा कि इन विशेष अभियानों के तहत लगभग एक करोड़ फाइलों को हटाया गया. स्पेशल कैंपेन 4.0 लंबित चीजों को कम करने के लिए भारत का सबसे बड़ा G2G (सरकार से सरकार) अभियान है जो 31 अक्टूबर को समाप्त होगा. श्रीनिवास ने बताया कि सभी मंत्रालयों/विभागों में सप्ताह में तीन घंटे स्वच्छता के लिए समर्पित रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि 23 अक्टूबर तक 369 नियमों को आसान बनाया गया है और 3,86,539 सार्वजनिक शिकायतों का निवारण किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 22,85,564 फाइलों और 2,96,373 ई-फाइलों की समीक्षा की गई है.
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FIRST PUBLISHED :
October 24, 2024, 18:24 IST