दूसरे विश्व युद्ध के 80 साल बाद जापान में पहली बार फटा अमेरिकी बम, 80 से ज्यादा...

1 month ago

WWII bomb blast at miyazaki airport japan : जापान में हर कोई परमाणु त्रासदी वाले दौर की चर्चा कर रहा है. इसकी वजह वो बम है जिसके फटते ही जापानियों की धुकधुकी बढ़ गई. दरअसल इस बम की मेनुफेक्चरिंग की तारीख और साल लगभग वही है जब अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर एटम बम डाल कर मानो पूरा देश ही खत्म करने का मन बना लिया था.

फटा बम बन गई खाई

द्वितीय विश्व युद्ध का ये अमेरिकी बम कुछ घंटे पहले जापानी एयरपोर्ट पर फटा, शुक्र है कि वहां आस-पास कोई फ्लाइट नहीं थी, वरना बड़ा हादसा हो जाता. इस बमकांड के चलते मियाजाकी एयरपोर्ट पर करीब 80 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. इस खौफनाक एपिसोड में राहत की बात ये रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. बस टैक्सी वे पर एक खाई बन गई. भूमि और परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण-पश्चिमी जापान के मियाज़ाकी हवाई अड्डे पर जब बम फटा तब आस-पास कोई विमान नहीं था.

500 पाउंड वजनी...

अधिकारियों ने कहा, 'जांच में पुष्टि हुई है कि जापान के गांव में जो बम फटा उसका वजन करीब 500 पाउंड था. उसमें कोई रेडिएशन नहीं था. ऐसे में अब कोई खतरा नहीं है. अब हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि अचानक धमाके की वजह क्या है? इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है. जापानी टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो में टैक्सीवे में कथित तौर पर लगभग सात मीटर व्यास और तीन फीट गहरा एक गड्ढा दिखाया गया. मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि हवाई अड्डे पर गुरुवार शाम से फ्लाइट्स का संचालन शुरू होने की उम्मीद है.

एयरपोर्ट का इतिहास

CNN में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक मियाजाकी हवाई अड्डा 1943 में नौसेना उड़ान प्रशिक्षण क्षेत्र के रूप में बनाया गया था, जहां से कई पायलटों ने अमेरिकी फौज को निपटाने के लिए उड़ान भरी थी. यहां से कुछ पायलटों ने ने आत्मघाती हमले के लिए भी उड़ान भरी थी. इस पूरे इलाके में जहां एयरपोर्ट बना है, वहां दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना द्वारा गिराए गए कई जिंदा बमों का पता चला है. अब पूरा जापानी इकोसिस्टम ऐसा इंतजाम करने में जुटा है कि दोबारा कभी ऐसा न हो.

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