फ्री में सामान दे रही कंपनी, फिर क्‍यों भड़का कस्‍टमर, बताया 'गंदा' खेल

1 month ago

हाइलाइट्स

ई-कॉमर्स कंपनियां अब डार्क पैटर्न का इस्‍तेमाल करने लगी हैं. इसमें ग्राहक को जबरन प्रोडक्‍ट बेचना, जानकारी देना तक शामिल है. बैंगलोर के एक यूजर ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर तंज कसा है.

नई दिल्‍ली. भारत के ग्राहक जो फ्री में सामान पाने के लिए हमेशा लालायित रहते हैं, लेकिन ऐसा क्‍या हुआ कि कंपनी के फ्री में सामान देने पर अब लोग भड़क उठे. बैंगलोर के प्रोडक्‍ट डिजाइनर रामानुजन ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स (टि्वटर) पर एक पोस्‍ट लिखकर कंपनी के फ्री में सामान डिलीवर करने की आलोचना की और कहा कि यह कंपनियों का जाल है, जिसमें ज्‍यादातर कस्‍टमर फंस जाते हैं. आखिर ऐसा हुआ क्‍या जो इस कस्‍टमर ने फ्री सामान देने पर भी तंज कसा.

यह मामला है बैंगलोर का जहां एक व्‍यक्ति ने स्विगी के फास्‍ट डिलीवरी ऑप्‍शन इंस्‍टामार्ट से अपने किए अंडे ऑर्डर किए थे. ग्राहक ने एक्‍स पर डाली अपनी पोस्‍ट में लिखा कि उसके ऑर्डर के साथ कंपनी की ओर से 500 ग्राम टमाटर फ्री में भेजे गए. ऑर्डर करते समय हमारे पास इसे डिलीट करने या फ्री टमाटर को ऑर्डर बॉस्‍केट से हटाने का कोई विकल्‍प नहीं था. कंपनी ने इसे हटाने का कोई ऑप्‍शन ही नहीं दिया, जिसका मतलब है कि ग्राहक को यह मुफ्त का सामान लेना पड़ेगा.

Very bad design in Swiggy Instamart, where an item is automatically added to my cart. I don’t want tomatoes but I cannot remove it from my cart. Even if I am not paying for it, this is basket sneaking which is a dark pattern. pic.twitter.com/9mRpqqexWL

— Bengaluru man (@NCResq) October 12, 2024

गुस्‍से में कंपनी पर बोला हमला
ग्राहक सोशल मीडिया पर लिखा, ‘इंस्‍टामार्ट का यह काफी खराब डिजाइन है. इस पर आइटम अपने आप आपके कार्ट में शामिल हो जाते हैं और उन्‍हें रिमूव करने का ऑप्‍शन भी नहीं मिलता. मेरे कार्ट में टमाटर अपने आप ऐड हो गए, जो मुझे नहीं चाहिए. हालांकि, कंपनी ने यह प्रोडक्‍ट पूरी तरह फ्री दिया है लेकिन यह कंपनी का डार्क पैटर्न है, जो ग्राहकों को फंसाने के लिए इस्‍तेमाल किया जाता है.’

यूजर ने दिया जमकर रिएक्‍शन
रामानुजन के सोशल मीडिया पोस्‍ट पर करीब 70 हजार यूजर्स ने रिएक्‍शन दिया. इसमें से ज्‍यादातर लोग रामानुजन की बात से सहमत नजर आए. उनका कहना था कि कंपनी भले ही कोई प्रोडक्‍ट फ्री में दे रही है, लेकिन उसे ग्राहक को यह ऑप्‍शन देना होगा कि वे इसे वैकल्पिक तौर पर स्‍वीकार कर सकते हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘मैं यह समझने की कोशिश कर रहा हूं कि क्‍या फ्री में सामान मिलना अच्‍छा होता है. मुझे लग रहा कि यह कंपनी का एक डार्क पैटर्न है. यह समझ से परे है कि आखिर इस फ्री वाले प्रोडक्‍ट को रिमूव क्‍यों नहीं कर सकते हैं.’

क्‍या है डार्क पैटर्न
ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से ग्राहकों पर अपनी मंशा जबरदस्‍ती थोपने का तरीका है डार्क पैटर्न. इसका इस्‍तेमाल कर वेबसाइट और ऐप ऐसी चीजों को ग्राहकों पर थोपते हैं, जिनकी उन्‍हें जरूरत नहीं होती. उन्‍हें एक्‍स्‍ट्रा खरीदारी या किसी लिंक को साइनअप करने के लिए मजबूर किया जाता है. इसमें यूजर को ऑप्‍ट आउट करने का ऑप्‍शन नहीं दिया जाता है. इस तरह ग्राहक से ज्‍यादा चार्ज और प्राइवेसी के नाम पर उसकी डिटेल ले ली जाती है.

Tags: Business news, Online Shopping

FIRST PUBLISHED :

October 14, 2024, 14:01 IST

Read Full Article at Source