बिहार: छपरा का यह केस माथा घुमा देगा, इस थाने के थानेदार नहीं उठाते अपना वेतन

1 month ago
छपरा के एएसपी राजकिशोर सिंह मामले की जांच करते हुए.छपरा के एएसपी राजकिशोर सिंह मामले की जांच करते हुए.

हाइलाइट्स

सारण के एसपी ने डोरीगंज थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. सारण के डीएम और एसपी तक आ चुके हैं बालू को लेकर कार्रवाई की जद में. बालू वाले इलाकों में थानेदारी करने वाले थानेदार नहीं निकलते हैं अपनी सैलरी.

छपरा. बिहार के सारण जिले के डोरीगंज में बालू का अवैध कारोबार पुलिस संरक्षण में चल रहा था. एडिशनल एसपी राजकिशोर सिंह की जांच रिपोर्ट में इसको लेकर अब बड़ा खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद एसपी ने डोरीगंज थाने के सभी पुलिसकर्मियों को एक साथ निलंबित कर दिया है. निलंबित को पुलिसकर्मियों में थानेदार से लेकर चौकीदार तक शामिल हैं, जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई तक के अनुशंसा की गई है. बता दें कि सारण जिले में बालू को लेकर कार्रवाई की जद में डीएम एसपी तक आ चुके हैं. इस इलाके (डोरीगंज थाना क्षेत्र) में आम तौर पर कहा जाता है कि यहां थानेदारी करने वाले थानेदार अपना वेतन कभी अकाउंट से नहीं निकालते क्योंकि अलग से ही इतनी काली कमाई कर लेते हैं कि इसकी कभी जरूरत नहीं होती.

गौरतलब है कि वर्ष 2016 में डोरीगंज से सोनपुर तक बालू के अवैध धंधा का खुलासा डीएम और एसपी ने आधी रात को छापेमारी कर 800 बालू लदे ट्रकों को जब्त किया था. इसमें 10 और 20 के नोट सीरिज से बालू का ट्रक पासिंग कराया जाता था. इसमें तत्कालीन एसपी की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी बाद में राज्य स्तर की टीम जांच की और निगरानी भी जांच की. जिसमें डीएम और एसपी पर कार्रवाई हुई.

छपरा के डोरीगंज थाना क्षेत्र से सोनपुर तक बालू के अवैध धंधे में पुलिसवालों की मिलीभगत का बड़ा खुलासा.

इसी मामले में थानेदार पर आर्थिक अपराध शाखा की छापेमारी हुई थी बालू के अवैध कारोबार से अवैध संपत्ति जमा करने के मामले में 27 अक्टूबर 2021 को आर्थिक अपराध शाखा (EOU) ने यहां के पूर्व थानेदार संजय प्रसाद के दो ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान 2 लाख 30 हजार नगद और दूसरी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी. जांच में पता चला कि मई 2015 से अक्टूबर 2017 के बीच संजय प्रसाद ने वेतन खाते से एक रुपए की भी निकासी नहीं की थी.

अब ताजा मामले में पूरे थाने के पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. न्यूज 18 के पास इस बात की एक्सक्लूसिव जानकारी है कि पासिंग गैंग के सदस्यों को डोरीगंज थाना के पुलिसकर्मियों द्वारा संरक्षण दिया जा रहा था और इसके एवज में मोटी कमाई की जा रही थी. सारण के एसपी कुमार आशीष ने कहा है कि किसी भी तरह के अवैध कारोबार में पुलिसकर्मियों के सम्मिलित होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और यह कार्रवाई एक संदेश है. उधर, पुलिस के इस कारवाई से डोरीगंज थाने में हड़कंप मच गया.

सारण के एसपी कुमार आशीष ने डोरीगंज थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.

एसपी ने बताया कि डोरीगंज थाने के पुलिसकर्मियों की बालू के पासिंग करने वाले गिरोह से स्पष्ट सांठगांठ के सबूत मिले हैं. इसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है. बता दें कि प्रतिदिन डोरीरीगंज थाना से होकर हजारों की संख्या में ट्रक गुजर रहे हैं. पुलिसकर्मियों को अवैध ट्रैकों की आवाजाही पर रोक लगाने का जिम्मा था, लेकिन पुलिसकर्मी खुद ही इस कारोबार में शामिल हो गए थे. पासिंग गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ था और चौकीदार का भाई इस गिरोह का सरगना निकला था इसके बाद पुलिस ने इसकी बड़े पैमाने पर जांच कराई थी. जांच रिपोर्ट मिलते ही एसपी ने यह बड़ी कार्रवाई की है.

Tags: Bihar News, Chhapra News, Sand mafia, Saran News

FIRST PUBLISHED :

October 6, 2024, 11:08 IST

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