वडोदरा: स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ अपनी पत्नी बेगोना गोमेज़ के साथ 27 से 29 अक्टूबर के बीच आधिकारिक दौरे पर भारत आएंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री सांचेज़ के बीच गुजरात के बड़ौदा में लक्ष्मी विलास पैलेस में बैठक होगी. बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ (तृतीय) ने वर्ष 1880 में लक्ष्मी विलास पैलेस का निर्माण करवाया था. इस महल को दुनिया के सबसे बड़े महलों में स्थान दिया गया है. यह महल इतना विशाल है कि इसमें चार बकिंघम पैलेस समा सकते हैं, जो ब्रिटेन की रानी का महल है. इस महल में 170 कमरे और कई उद्यान भी शामिल हैं. यह पैलेस 700 एकड़ में फैले विश्व का सबसे बड़ा निजी निवास है.
भव्य वास्तुकला और इतिहास
लक्ष्मी विलास पैलेस भारत की सबसे भव्य संरचनाओं में से एक है. इसका आर्किटेक्चर डिज़ाइन रॉबर्ट फेलो चिशोल्म ने किया था, और इस महल को बनने में बारह साल का समय लगा. आज इसे दुनिया के सबसे महंगे और आलीशान महलों में गिना जाता है. यह महल अभी तक के सबसे बड़े महलों में से एक है. इसके परिसर में मोती बाग पैलेस, मकरपुरा पैलेस, प्रताप विलास पैलेस और महाराजा फतेह सिंह म्यूज़ियम बिल्डिंग जैसी अन्य इमारतें भी शामिल हैं. 700 एकड़ में फैले इस महल परिसर में सुंदर नवलखी स्टेपवेल और एक छोटा प्राणी संग्रहालय भी है.
आंतरिक सजावट और आकर्षण
महल की अंदरूनी सजावट देखने लायक है. सुंदर दरबार हॉल, वेनिस से आयातित मोजेक फ्लोर, संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए खूबसूरत स्थल, चमचमाती कांच की खिड़कियां इसे और अधिक आकर्षक बनाती हैं. विदेशी झूमर और कई कलाकृतियां इसकी शोभा बढ़ाती हैं.
खेल गतिविधियाँ और आधुनिक सुविधाएँ
शहर में क्रिकेट से संबंधित गतिविधियाँ अक्सर मोती बाग पैलेस के पास के मैदान में होती हैं. यहां एक गोल्फ कोर्स, स्विमिंग पूल, क्लब हाउस, जिम और मोती बाग क्रिकेट ग्राउंड के साथ-साथ एक म्यूज़ियम और बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन का मुख्यालय भी है. महल में कई आधुनिक सुविधाएँ जैसे लिफ्ट, टेलीफोन एक्सचेंज, और बिजली व्यवस्था भी मौजूद है, जिसके लिए विदेशी कारीगरों को बुलवाया गया था.
विभिन्न थीम पर आधारित कमरे
महल के कई कमरे विशेष थीम पर आधारित हैं, जैसे सिल्वर रूम और पिंक रूम. महल का सबसे खास हिस्सा इसका दरबार हॉल है, जो लगभग 5000 वर्ग फुट में फैला हुआ है. इस दरबार हॉल में महाराजा महफ़िल सजाते थे. यह विशाल महल आज भी एक शाही निवास स्थान है और पर्यटकों के लिए खुला रहता है.
वर्तमान मालिक और संपत्ति का मूल्य
लक्ष्मी विलास पैलेस के वर्तमान मालिक एच.आर.एच. समरजीतसिंह गायकवाड़ हैं, जिन्होंने 2012 में अपने पिता रंजीतसिंह प्रतापसिंह गायकवाड़ के निधन के बाद यह पद संभाला. उनका विवाह 2002 में वांकानेर के राजपरिवार से संबंधित राधिकराजे के साथ हुआ था, जो पूर्व में पत्रकार रह चुकी हैं. समरजीत के दो बेटियाँ हैं.
महल की मौजूदा कीमत और महत्व
इस महल की वर्तमान कीमत लगभग 24 हजार करोड़ रुपये मानी जाती है, जो भारत में बने किसी भी निजी निवास के लिए सबसे अधिक है. जब इसका निर्माण हुआ था, तब इसकी कीमत केवल 18 हजार ग्रेट ब्रिटेन पाउंड थी, जो भारतीय मुद्रा में करीब 19,06,950 रुपये थी. लेकिन आज यह देश की सबसे महंगी संपत्तियों में से एक बन चुकी है.
पर्यटकों के लिए आकर्षण
लक्ष्मी विलास पैलेस पर्यटकों के लिए सबसे प्रभावशाली आकर्षणों में से एक है. यह सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है, हालांकि दोपहर 1:00 से 1:30 बजे के बीच लंच ब्रेक में बंद रहता है. महल सोमवार को बंद रहता है.
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FIRST PUBLISHED :
October 26, 2024, 13:28 IST