लखनऊ. देश में मौसम है विधानसभा चुनावों और उपचुनावों का. लेकिन, इस मौसम में राजनीतिक पार्टियां अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पोस्टरबाजी तरह-तरह के तरकीब शुरू कर देते हैं. कुछ कार्यकर्ता तो अपने नेताओं को ख्वाबी पुलाव भी खिलाना शुरू कर देते हैं. ऐसा ही ख्वाब का एक पोस्टर लखनऊ के समाजवादी पार्टी के दफ्तर लगा है. इस पोस्टर में अखिलेश यादव को ‘सत्ताईस का सत्ताधीश’ बताया गया है. बता दें कि यह पोस्टर अब इसलिए चर्चा में आ गई है. क्योंकि, कल यानी मंगलवार को ही सीएम योगी आदित्यनाथ की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यवाहक मोहन भागवत से डेढ़ घंटे अकेले में सीक्रेट मीटिंग हुई है.
आपको बता दें कि वैसे तो पार्टियों के दफ्तरों के बाहर समर्थकों के द्वारा समय-समय पर पोस्टर लगाए जाते हैं और उसकी चर्चाएं भी होती हैं. लेकिन, मंगलवार को सीएम योगी की आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मीटिंग के बाद यह पोस्टर लगना यह बता रहा है कि समाजवादी पार्टी नेताओं को कुछ ऐसी जानकारी मिल गई है, जिसमें उनको लड्डू खाने का मौका नजर आ रहा है. हालांकि, जितना वह आसान समझ रहे हैं उतना आसान नहीं होने वाला है 2027 का रण
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अखिलेश आएंगे या फिर चलेगा बाबा का ‘बुलडोजर’
आपको बता दें कि इसी समाजवादी पार्टी के दफ्तर में अखिलेश यादव के भावी प्रधानमंत्री और डिंपल यादव का भावी मुख्यमंत्री के तौर पर पोस्टर लग चुका है. बीजेपी नेता गाहे-बगाहे समय-समय पर ऐसे पोस्टरों पर तफरी भी लेते हैं. इस बार भी संतकबीर नगर के सपा नेता जयराम पांडे ने यह पोस्टर लगवाया है. इस पोस्टर में उसने अपना मोबाइल नंबर भी दे रखा है. जाहिर है कि वह सपा के शीर्ष नेतृत्व की नजर में आने के लिए लगाया होगा या फिर सपा के किसी नेता ने जानबूझकर इस पोस्टर को लगवाने के लिए बोला.
‘सत्ताईस का सत्ताधीश’ वर्सेज 27 का मठाधीश
‘सत्ताईस का सत्ताधीश’ जैसे इनोवेटिव वर्ड्स अक्सर चुनावों के दौरान इस्तेमाल किए जाते हैं. इसको बनाने में प्रोफेशनल लोगों की मदद राजनीतिक पार्टियां लेती हैं. लेकिन, जिस अंदाज में अखिलेश का यह पोस्टर लगा है. उससे जाहिर होता है कि पार्टी के किसी बड़े नेता ने सीएम योगी और मोहन भागवत की मुलाकात के बाद जानबूझकर लगवाया, ताकि बीजेपी कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति रहे कि पार्टी आलाकमान और सीएम योगी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. जैसा लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी बीजेपी की खराब प्रदर्शन को लेकर गॉसिप चलना शुरू हो गया था.
सीएम योगी के मुलाकात को लेकर क्यों हो रही चर्चा?
हो सकता है कि अगले कुछ दिनों में मोहन भागवत और सीएम योगी की सीक्रेट मीटिंग को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो जाए. जबकि, आपको बता दें कि सीएम योगी और संघ प्रमुख की मुलाकात बहुत पहले होनी थी, लेकिन किसी कारण से नहीं हो पा रही थी. मथुरा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली फरह से सटे परखम गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी आए थे.
ऐसे में सीएम योगी भी वहां पहुंच कर उनसे मुलाकात की. दोनों की मुलाकात लगभग डेढ़ घंटे तक अकेले में हुई. हालांकि, आधिकारिक तौर पर बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसकी जानकारी नहीं आई है. लेकिन, इस मुलाकात के बाद यूपी की सियासत गर्मा जरूर गई है. शायद यही कारण है कि समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यालय में अखिलेश यादव का नया पोस्टर सत्ताईस का सत्ताधीश लगा दिया
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FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 16:42 IST