बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस का नाम एक बार फिर चर्चा में है. लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे और फिर हाल ही में अजित पवार की एनसीपी का दामन थामने वाले बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गिरफ्तार दो शूटरों ने खुद को लॉरेंस गैंग का सदस्य बताया है. वहीं लॉरेंस गैंग की तरफ से एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली गई है.
बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र के बड़े राजनेता थे. वह मुंबई के एक बड़े कारोबारी में शुमार किए जाते थे और उनकी बॉलीवुड में भी अच्छी पकड़ थी. ऐसे में उनकी हत्या ने महाराष्ट्र सहित देशभर में लोगों को हैरान कर दिया है. मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी को इसलिए टारगेट किया, ताकि वह इससे एक साथ इन तीनों बड़े सेक्टर को एक बड़ा मैसेज दे सके. लॉरेंस बिश्नोई इस हत्याकांड से मुंबई के राजनेताओं, बॉलीवुड हस्तियों और बड़े कारोबारियों को यह संदेश दे सके कि वो अगर बाबा सिद्दीकी को मार सकता है, तो किसी को भी मार सकता है.
लॉरेंस के खिलाफ 50 केस दर्ज
लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. उसके खिलाफ हत्या, हत्या के मकसद के हमला करने, चोरी-डकैती और जबरन उगाही जैसे करीब 50 केस दर्ज हैं. सिद्धू मूसेवाला और जयपुर में करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या के अलावा पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल और एपी ढिल्लों के ऊपर फायरिंग तक में उसका नाम सामने आया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर 31 साल का लॉरेंस बिश्नोई अपराध की दुनिया का इतना बड़ा नाम कैसे बन गया और जेल में ही बैठकर वह इतने हाई प्रोफाइल कांड को कैसे अंजाम देता रहा है.
लॉरेंस का क्या है असली नाम?
लॉरेंस बिश्नोई का असली नाम सतविंदर सिंह है. उसका जन्म 1993 में पंजाब के फिरोजपुर जिले स्थित एक गांव में हुआ था, जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है. का जन्म उसके पिता हरियाणा पुलिस में सिपाही थे. बिश्नोई ने अपने कॉलेज के दिनों में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. वह 2010 में डीएवी कॉलेज में पढ़ने के लिए चंडीगढ़ चला गया. बाद में वह 2011 में पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट्स काउंसिल में शामिल हो गया. यहां उसकी मुलाकात गोल्डी बरार से हुई, जो एक और कुख्यात गैंगस्टर है.
कॉलेज में ही कर दिया था पहला कत्ल
लॉरेंस ने छात्रसंघ का चुनाव लड़ने के लिए स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी नाम से एक संगठन भी बनाया था. इसके बाद उसने मुक्तसर गवर्नमेंट कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव लड़ा, जिसमें उसे हार मिली. आरोप है कि इस हार से लॉरेंस बेहद बौखला गया और छात्रसंघ चुनाव के विजेता की गोली मारकर हत्या कर दी. जुर्म की दुनिया में लॉरेंस का यह पहला बड़ा कदम था और इसके एक साल के अंदर ही यानी 2012 तक उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, अतिक्रमण, हमला और डकैती जैसे अपराधों के लिए 7 दर्ज की चुकी थी. ये सभी मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे.
इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुनाहों की किताब के हर पन्ने पर जुर्म की स्याही से वो कहानियां लिखी गईं, जिन्हें पढ़कर हर कोई खौफ में आ जाता है. सूत्रों की मानें तो देश के 11 राज्यों पजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, झारखंड और गुजरात तक लॉरेंस के गुर्गे ऐक्टिव हैं. यानी इन राज्यों में लॉरेंस किसी की भी सुपारी ले सकता है, किसी को भी मौत के घाट उतार सकता है.
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि इसके तार कई देशों में है. अमेरिका, कनाडा, अजरबैजान, पुर्तगाल, यूएई, रूस तक लॉरेंस गैंग का नेटवर्क बना हुआ है. सूत्रों की मानें तो इन देशों से लॉरेंस अवैध हथियार की तस्करी करता है. ड्रग्स माफिया के साथ काम करता है. इतना ही नहीं भारत में लॉरेंस गैंग के जितने भी अपराध होते हैं उनके पीछे जो फंडिंग होती है. उसमें उगाही का पैसा बड़ी भूमिका अदा करता है. जैसे अवैध हथियार, ड्रग्स का धंधा, केबल ऑपरेटरों से उगाही…रेत माफ़िया… शराब कारोबारियों और बिल्डरों से वसूली… ऐसे तमाम काम हैं, जो लॉरेंस बिश्नोई का गैंग यानी उसके शूटर करते रहे हैं.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुछ कांड
29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी. 20 सितंबर 2023 को कनाडा में आतंकी सुखदूल सिंह की हत्या की भी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली. 25 नवंबर 2023 को कनाडा में पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर पर फायरिंग भी लॉरेंस गैंग ने कराई. वहीं 14 अप्रैल 2024 को मुंबई में गैलेक्सी अपार्टमेंट में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने ली थी. इसके साथ ही 2 सितंबर 2024 को कनाडा में पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के घर पर फायरिंग मामले की जिम्मेदारी भी इसी गैंग ने ली.कहा जाता है कि बिश्नोई की गैंग में क़रीब 700 सदस्य हैं. लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गैंग में सबका एरिया बांट रखा है. गोल्डी बराड़, रोहित गोदारा, अनमोल बिश्नोई और काला जठेड़ी सबका एरिया बंटा हुआ है, जिनकी रिपोर्ट सीधे साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के पास दी जाती है.
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FIRST PUBLISHED :
October 14, 2024, 16:18 IST