सबका सपना अमेरिका में बसना! फिर अमेरिकी क्‍यों छोड़ रहे अपना देश?

1 week ago

हाइलाइट्स

अमेरिका में देश छोड़ने का चलन बढ़ गया है. ट्रंप की जीत के बाद यह ट्रेंड और बढ़ गया है. गूगल पर लोग कनाडा, मैक्सिको तलाश रहे हैं.

नई दिल्‍ली. अमेरिका में बसने की ख्‍वाहिश सभी को होती है. खासकर भारतीयों के लिए तो यह किसी सपने के सच होने जैसा रहता है. इसके लिए कोई भी जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं, भले ही अवैध तरीके से यानी ‘डंकी रूट’ मारकर अमेरिका में घुसना पड़े. लेकिन, अमेरिका के लोग अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में जाने के लिए क्‍यों लालायित हो रहे हैं. बतौर राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप की वापसी के बाद तो जैसे अमेरिकी नागरिकों में अपना देश छोड़ने की होड़ मच गई है.

अमेरिका में बसने की ख्‍वाहिश 2 बड़े कारणों की वजह से सबसे ज्‍यादा रहती है. पहला कि यहां हर टैलेंट को बराबर का मौका मिलता है और दूसरा यहां की करेंसी इतनी मजबूत है कि कम पैसे कमाकर भी भारतीयों के पास काफी पूंजी जमा हो जाती है. लेकिन, क्‍या आपको पता है कि ट्रंप की जीत के बाद से अमेरिकी अपना देश छोड़कर दूसरी जगह जाने के विकल्‍प तलाशने लगे हैं. आखिर ऐसा क्‍यों हो रहा है.

ये भी पढ़ें – ये तो चमत्‍कार है! बेटे के पैदा होने पर लगाए थे 10 लाख, 22 साल का हुआ तो बन गया 7.26 करोड़ का मालिक

अमेरिका का खास वीजा बना कारण
अमेरिका अपने नागरिकों को एक खास तरह का वीजा देता है, जिसके तहत अम‍ेरिकी नागरिक किसी भी देश में जाकर काम कर सकते हैं. ट्रंप की वापसी के बाद इस वीजा के लिए आवेदन काफी बढ़ गए हैं. गूगल पर अमेरिका छोड़कर यूरोप, कनाडा और मैक्सिको जाने के तरीके खोजने का चलन भी काफी बढ़ गया है और यह सबकुछ डोनाल्‍ड ट्रंप की राष्‍ट्रपति पद पर वापसी के बाद हुआ है.

क्‍या दिक्‍कत है अमेरिकियों को
अमेरिकियों के देश छोड़ने के पीछे डोनाल्‍ड ट्रंप की वापसी को ही मुख्‍य कारण माना जा रहा है. देश का एक खास वर्ग खुद को लिबरल मानता है और उसे लगता है कि ट्रंप के कार्यकाल में उसके लिए अमेरिका में रहना ठीक नहीं. इसके पीछे की वजह ट्रंप की कुछ नीतियां हैं. इसमें इमीग्रेशन को लेकर उनका सख्‍त रवैया और एंट्री-अबॉर्शन जैसे कदम हो सकते हैं. New York Times और USA Today की तमाम रिपोर्ट भी इस तरह के ट्रेंड की तरफ इशारा करती हैं.

2016 में भी चला था ट्रेंड
ऐसा नहीं है कि इस बार ही ट्रंप के सत्‍ता में आने पर इस तरह का ट्रेंड अमेरिका में दिख रहा है, बल्कि साल 2016 में जब ट्रंप पहली बार हिलेरी क्लिंटन को हराकर राष्‍ट्रपति बने थे, तब भी लोगों में अपना देश छोड़कर जाने का ट्रेंड दिखा था. उस समय तो बाकायदा इसे ‘AmerExit’ का नाम दिया गया था. पिछले चुनाव में कैलिफोर्निया छोड़ पुर्तगाल चले गए 48 वर्षीय जस्टिन नेपर का कहना है क‍ि उनके 50 फीसदी दोस्‍त राजनीतिक कारणों से अमेरिका छोड़ने पर विचार कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद अमेरिका में सोशल मीडिया पर भी देश छोड़ने को लेकर बहस छिड़ गई है. तमाम यूजर AmerExit अभियान पर लोगों की राय मांग रहे हैं और कनाडा, मैक्सिको में जॉब अपॉर्च्‍युनिटी को लेकर एक-दूसरे की मदद ले रहे हैं. एक महिला यूजर ने तो यहां तक लिख दिया, ‘मैं अपनी जिंदगी को लेकर डरी हुई हूं. मैं और मेरे पति ने पिछले 30 साल से वोट किया है. लेकिन अब हमने अपना सामान बांधने की तैयारी कर ली है. हमें अमेरिका से प्‍यार है, लेकिन डोनाल्‍ड ट्रंप जैसे तानाशाह के राज में यहां रहना संभव नहीं है.’

Tags: Business news, Donald Trump, Social media

FIRST PUBLISHED :

November 13, 2024, 11:25 IST

Read Full Article at Source