महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां कैंडिडेट का ऐलान कर रही हैं. लेकिन इसी बीच ‘होम मिनिस्टर की डायरी’ से राज्य में भूचाल मचा हुआ है. यह एक ऑटोबायोग्राफी है, जिसे राज्य के पूर्व गृहमंत्री और शरद पवार गुट के नेता अनिल देशमुख ने लिखी है. लेकिन आत्मकथा प्रकाशित होने से पहले ही चर्चा में है, क्योंकि इसके कुछ सनसनीखेज राज बाहर आ गए हैं.
अनिल देशमुख ने इसमें तत्कालीन मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए 100 करोड़ की वसूली मामले का खुलासा किया है. इसकी वजह से ही देशमुख को 14 महीने जेल में बिताने पड़े थे. आरोप था कि जब देशमुख गृह मंत्री थे तो उन्होंने मुंबई में होटल और बार मालिकों से 100 करोड़ रुपये तक वसूलने के निर्देश दिए थे. लेकिन देशमुख ने कहा है कि ये सब एक साजिश थी और उन्होंने ये किताब उन सभी मामलों पर लिखी है.
देशमुख की डायरी में क्या है राज?
देशमुख ने कहा-‘मेरे खिलाफ साजिश रचकर मुझे झूठे आरोप में 14 महीने तक जेल में रखा गया. मैं कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़कर जेल से बाहर आया. जब मैं जेल में था तो मेरे खिलाफ कैसे साजिश रची गई, इस पर मैंने एक किताब लिखी. जेल में रहते हुए कई अखबारों की कतरनें और कई संदर्भ जुटाए. जेल से बाहर आने के बाद इस किताब को अंतिम रूप दिया गया. यह किताब मराठी, हिंदी और अंग्रेजी में छपी है. पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि मेरे द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘होम मिनिस्टर की डायरी’ जल्द ही प्रकाशित होगी.
विरोधियों की आलोचना
लेकिन अनिल देशमुख की इस ऑटोबायोग्राफी की बीजेपी-शिंंदे गुट की शिवसेना ने आलोचना की है. भाजपा विधान परिषद विधायक परिणय फुके ने कहा कि देशमुख किसी भी स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल नहीं हुए थे और उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा था. शिंदे गुट ने कहा, अनिल देशमुख को अपनी बात रखने का हक है, लेकिन सच बोलना चाहिए. वो भ्रष्टाचार में जेल में गए थे.
संजय राऊत की किताब भी आएगी
देशमुख की ऑटोबायोग्राफी के बाद शिवसेना नेता संजय राउत की भी किताब आने वाली है. वे भी जेल में बिताई गई अपनी जिंंदगी पर बुक लिख रहे हैं. राऊत ने कहा कि उनका 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राउत ने अपनी किताब के नाम की भी घोषणा की है. रौता की पुस्तक ‘नरकताल स्वर्ग’ कहलाएगी.
देशमुख की डायरी में छिपा है कौन सा राज? यह जल्द ही सामने आएगा. लेकिन चाहे देशमुख की आत्मकथा हो या इसी मामले में जेल गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की जमानत, ये सभी चीजें चुनावी लड़ाई के दौरान हो रही हैं, इसलिए संकेत हैं कि महाराष्ट्र की लड़ाई अच्छी होगी आने वाले समय में पता चलेगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 24, 2024, 21:38 IST