Vladimir Putin Oath: पुतिन का कमाल.. बनाया रिकॉर्ड; पांचवीं बार ली राष्ट्रपति की शपथ, रूस में क्या बदलाव होगा?

1 week ago

Vladimir Putin Oath: वर्तमान वैश्विक राजनीति में दुनिया के सबसे दिग्गज और ताकतवर नेताओं में शुमार रूस के राष्ट्रपति के रूप में व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को क्रेमलिन में एक भव्य समारोह में अपना पांचवां कार्यकाल शुरू किया. जोसेफ स्टालिन के बाद क्रेमलिन के सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेता के रूप में, पुतिन का नया कार्यकाल 2030 तक चलेगा. उस समय भी वे संविधान के अनुसार फिर से राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए पात्र होंगे.

मंगलवार को मॉस्को स्थित क्रेमलिन पैलेस में पुतिन ने 33 शब्दों में शपथ ली है. यह वही जगह है, जहां रूस के जार परिवार के 3 राजाओं एलेक्जेंडर 2, एलेक्जेंडर 3 और निकोलस 2 की ताजपोशी हुई थी. शपथ के बाद पुतिन ने कहा कि हम और मजबूत होंगे. हम उन देशों के साथ अपने रिश्ते मजबूत करेंगे जो हमें अपना दुश्मन समझते हैं. मैं जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए हरसंभव कोशिश करूंगा.

विरोधी को मिले सिर्फ चार प्रतिशत मत
पुतिन ने छह वर्ष के कार्यकाल के लिए तीसरी बार रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ ली है. रूस में 15-17 मार्च को हुए चुनाव में पुतिन को 88 प्रतिशत मत मिले जबकि खारितोनोव को सिर्फ 4 प्रतिशत मत मिले. यह संयोग ही है कि रूस ने सोमवार को कहा कि वह युद्धक्षेत्र में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर सैन्य अभ्यास करने की योजना बना रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पांचवे कार्यालय की शुरुआत की पूर्व संध्या पर यह घोषणा की गई.

पहली बार परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास की घोषणा!
इतना ही नहीं रूस इस सप्ताह को 'विजय दिवस' के रूप में मनाएगा, जो द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी की हार का प्रतीक भी है. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि यह अभ्यास ‘रूस के संबंध में कुछ पश्चिमी देशों के अधिकारियों के भड़काऊ बयानों और धमकियों’ के जवाब में है. रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास की घोषणा की है हालांकि इसके सामरिक परमाणु बल नियमित रूप से अभ्यास करते रहते हैं. 

रूस में क्या-क्या बदल जाएगा
पुतिन की शपथ और राष्ट्रगान के बाद सेना ने उन्हें 21 तोपों की सलामी दी. शपथ ग्रहण समारोह में सीनेट के सांसद, निचले सदन के सांसद, कोर्ट के जज, अलग-अलग देशों के राजदूत भी शामिल हुए. करीब 25 साल के शासन में पुतिन के नेतृत्व में रूस ने काफी उतार चढ़ाव देखे लेकिन पुतिन अपने बेखौफ अंदाज के लिए मशहूर रहे. इस समय रूस कई मोर्चों पर लड़ रहा है जिसमें यूक्रेन का युद्ध शामिल है. उनके विरोधी उन पर निशाना भी साधते हैं कि उन्होंने अपने लिए संविधान को भी बदल दिया है. लेकिन सच्चाई है कि पुतिन अपने ही अंदाज में नेतृत्व करते रहेंगे. Agency Input

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