ईडी के सामने कबूल किया था गुनाह, दोबारा पूछताछ पहले व्यवसायी ने दे दी जान

1 week ago
लालपुर थाना क्षेत्र में व्यवसायी ने अपनी जान दे दी.लालपुर थाना क्षेत्र में व्यवसायी ने अपनी जान दे दी.

रांची. झारखंड की राजधानी रांची के लालपुर थाना क्षेत्र स्थित सिल्वर डेल अपार्टमेंट में रहने वाले कृष्णकांत सिन्हा उर्फ केके नामक जमीन कारोबारी ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली. कृष्ण कांत ने अपने ही कमरे में फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी. घटना गुरुवार सुबह की है, परिजनों ने जब कृष्णकांत को फांसी के फंदे से लटका देखा तो उन्हें आनन फानन में एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी हुई है.

कृष्णकांत के परिजनों के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई थी, जिसके बाद पुलिस निजी अस्पताल पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया.  परिजनों ने पुलिस को मौखिक रूप से जो जानकारी दी है उसके अनुसार, कृष्णकांत पिछले 15-20 दिनों से कृष्णकांत काफी तनाव में थे. जिसमें आर्थिक स्थिति के साथ ईडी के द्वारा जमीन से जुड़े मामले में की जा रही कार्रवाई शामिल है.

सरकारी रोक के बाद भी जमीन की डील

बता दें कि रिम्स के पीछे तिरिल बस्ती में करीब 100 एकड गैर मजुरुआ और आदिवासी जमीन का पावर ऑफ अटर्नी संजय घोष और महुआ मित्रा के द्वारा कृष्णकांत सिन्हा, बसंत दास और हेमंत झा के नाम था. लेकिन, सरकार के द्वारा इस जमीन खरीद बिक्री पर रोक थी. आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी कागजात बनाकर जमीन की खरीद बिक्री की. वहीं, इसके साथ ही नामकुम इलाके स्थित संग्रामपुर में भी जमीन के नेचर को बदल उसकी खरीद बिक्री का आरोप कृष्णकांत सहित अन्य लोगों पर था.

ईडी की पूछताछ में कबूला था गुनाह

बताया जाता है कि इसी तरह के भूमि घोटाले से संबंधित मामलों में कृष्णकांत सिन्हा का नाम ईडी के समक्ष आया था. इसी कारण उनसे बीते दिनों पूछताछ भी ईडी के अधिकारियों ने की थी. बताया जाता है कि इस पूछताछ में उन्होंने अपना गुनाह भी स्वीकार किया था. इसके बाद ईडी के द्वारा फिर से उसे समन जारी कर आज (गुरुवार) पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन ईडी दफ्तर जाने से पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली.

कृष्णकांत को सता रहा था गिरफ्तारी का डर!

बता दें कि कृष्णकांत, प्रियरंजन सहाय के साथ जमीन का काम करता था. पिछले दिनों जेएमएम नेता अंतू तिर्की के साथ प्रियरंजन सहाय को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था. जिसके बाद कृष्णकांत सिन्हा को गिरफ्तारी डर सता रहा था. हालांकि, मौत को वजह ईडी की कार्रवाई है या फिर कुछ और फिलहाल ये जांच का विषय है. मामले में पुलिस फिलहाल जांच कर रही है जिसके बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी.

Tags: Hemant soren, Jharkhand Government

FIRST PUBLISHED :

May 9, 2024, 15:58 IST

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