कब्ज कितनी भी पुरानी क्यों न हो, HMF का नियम अपनाइए, सब कुछ साफ हो जाएगा

2 weeks ago

Tips for Fast Constipation Relief: जब भोजन का पाचन बहुत कठिन हो और स्टूल पास करने में बहुत दिक्कत हो, तो यह कब्ज है. इसमें स्टूल का कंटेंट बहुत हार्ड हो जाता है. इससे ब्लॉटिंग और गैस की तो परेशानी होती ही है, पाइल्स का खतरा भी बढ़ जाता है. इससे पेट बहुत भारी महसूस होने लगता है. दरअसल, कब्ज में शरीर में पानी को अवशोषण बहुत तेज होने लगता है जिसके कारण डिहाइड्रेशन होने लगता है. इसमें मेटाबोलिज्म बहुत स्लो हो जाता है. इससे स्टूल बहुत हार्ड होने लगता है जिसके कारण स्टूल का पास होना मुश्किल हो जाता है. लेकिन कब्ज अब चाहे कितना पुराना क्यों न हो, सिर्फ HMF नियम का पालन कीजिए.इससे बहुत जल्द कब्ज ठीक हो सकता है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर में न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा ने इस HMF नियम के बारे में विस्तार से बताया है. आइए जानते हैं कि HMF नियम क्या है. पूजा मखीजा कहती है कि पेट को हेल्दी और बीमारियों से मुक्त बनाने के लिए एचएमएफ सबसे बेस्ट तरीका है. इसमें एच का मतलब हाइड्रेशन, एम का मतलब मूवमेंट और एफ का मतलब फाइबर है. आइए इन बातों को विस्तार से समझते हैं.

H-एच फॉर हाइड्रेशन
कब्ज तब होता है जब आपके शरीर में पानी की कमी होती है. पानी की कमी होने से स्टूल हार्ड होने लगता है और इससे कब्ज की बीमारी होती है. पानी सिर्फ स्टूल ही नहीं पूरे शरीर में हर तरह की रासायनिक प्रक्रिया के लिए जरूरी है. इसलिए भर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीजिए. शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा के लिए ऐसी चीजों का सेवन कीजिए जिसमें पानी की मात्रा अधिक हो. हरी पत्तीदार सब्जियों और ताजे फलों से शरीर में पानी की कमी नहीं होगी. गर्मी में खीरा, तरबूज, ककड़ी आदि का सेवन बढ़ा दीजिए.

M- एम फॉर मूवमेंट
एम का मतलब मूवमेंट यानी शरीर को जितना हिलाएंगे, डुलाएंगे उतना आपके लिए फायदा होगा. कहावत भी है कि हरकत में बरकत है. इसके लिए नियमित रूप से एयरोबिक एक्सरसाइज कीजिए. खूब टहलिए, दौड़िए, स्वीमिंग कीजिए, साइकिल चलाइए, कुछ भी करते रहिए. जो मन हो वो कीजिए, डांस कीजिए, जूंबा कीजिए ऐसे सभी काम जिसमें शरीर की कसरत हो पेट के साथ-साथ पूरी बॉडी के लिए फायदेमंद है.

F – एफ फॉर फाइबर
फाइबर का मतलब है कि आप अपने आहार में रेशेदार सब्जियों या फलों की मात्रा को बढ़ाइए. इसके लिए ज्यादा सब्जी नहीं खा पाते तो कम से कम सब्जियों का जूस ही पीजिए. फलीदार सब्जियां, बींस, रेश वाली सब्जियों का ज्यादा सेवन करें. फलों में संतरे और अन्नानास बहुत फायदेमंद है. फाइबर वाले फूड से गुड बैक्टीरिया बढ़ेगा जिससे पाचन में सुधार होगा और स्टूल का कंटेंट भी हार्ड नहीं होगा. इसलिए खूब पानी पीजिए, नियमित एक्सरसाइज कीजिए और साग सब्जियों का सेवन ज्यादा कीजिए.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle

FIRST PUBLISHED :

April 22, 2024, 09:23 IST

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