'गालियों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि...' PM मोदी की 15 बड़ी बातें

1 month ago

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पहले लोग सवाल करते थे कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ताकतवर लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की, जबकि अब ताकतवर और भ्रष्ट लोग पूछ रहे हैं कि एजेंसियां उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों कर रही हैं. विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा सरकार पर उन्हें निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने के आरोपों के बीच ‘न्यूज18’ समूह के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की.

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों के नेताओं के पास से बड़े पैमाने पर नकदी की बरामदगी का हवाला देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की कड़ी कार्रवाई ने उन्हें गाली देने के लिए उकसाया है.

पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

पीएम मोदी ने कहा कि गालियों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि उन्हें गरीबों का आशीर्वाद मिल रहा है जिन्हें सभी लाभ प्राप्त हो रहे हैं, जबकि अतीत में कल्याण के लिए निर्धारित निधि के बड़े हिस्से का गबन कर लिया जाता था.

पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले सरकार अपने ‘घोटालों’ का बचाव करने के लिए झूठ का सहारा लेती थी, लेकिन अब स्थिति उलट गई है क्योंकि उनकी सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करना उनकी प्रतिबद्धता है. उन्होंने “फिर एक बार, मोदी सरकार” के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि “देश ने अपना मन बना लिया है.”

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जहां उनकी सरकार अगले 25 वर्षों के लिए ‘रोडमैप’ तैयार करने और अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की योजना बनाने में व्यस्त है, वहीं विपक्ष उन्हें गालियां देने में व्यस्त है.

पीएम मोदी ने विपक्षी नेताओं की उन टिप्पणियों का हवाला दिया, जिसमें उन्हें धमकी दी गई और उनकी तुलना मुगल सम्राट औरंगजेब से की गई. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब चुनाव हो रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को 97 करोड़ मतदाताओं से जुड़े लोकतंत्र के इस बड़े उत्सव पर गर्व होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में कई कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को 34 लाख करोड़ रुपये से अधिक अंतरित किए गए हैं.

प्रधानमंत्री ने 2004-14 के दौरान कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का परोक्ष तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार के तहत अधिकांश राशि भ्रष्टाचारियों की जेब में चली जाती थी.

पीएम मोदी ने कहा कि अगले पांच साल “अभूतपूर्व परिवर्तन, विकास और विस्तार” के होंगे और यह उनकी गारंटी है. उन्होंने कहा कि भारत के पास किसी भी देश से पीछे रहने का कोई कारण नहीं है और लोगों को “राष्ट्र पहले” दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा. उन्होंने भारत के निर्यात, विदेशी मुद्रा भंडार और अन्य विकास संकेतकों में भारी वृद्धि का भी हवाला दिया.

पीएम मोदी ने कहा, “मदर ऑफ डेमोक्रेसी के तौर पर यह हर भारतीय के लिए, यहां हॉल में बैठे प्रत्‍येक व्‍यक्ति के लिए और आपके टीवी के दर्शकों के लिए भी उतनी ही गर्व की बात है. साथियों आज पूरी दुनिया 21वीं सदी को भारत की सदी कहती है. बड़ी-बड़ी रेटिंग एजेंसी, बडे़-बड़े अर्थशास्‍त्री, बड़े-बड़े जानकार राइजिंग भारत को लेकर बहुत आश्‍वस्‍त हैं. इन लोगों के मन में कोई इफ नहीं है, कोई बट नहीं है, नो इफ नो बट. आखिर ऐसा क्‍यों है. कोई सवालिया निशान नहीं, ऐसा क्‍यों है. ऐसा इसलिए है, क्‍यूंकि पूरी दुनिया आज यह देख रही है, पिछले दस साल में भारत ने कितने बड़े परिवर्तन किए हैं.”

पीएम मोदी ने कहा, “आजादी के बाद से जो सिस्‍टम बना, जो वर्क कल्‍चर बना, उस सिस्‍टम में ट्रांसफार्मेशन लाना, इतना आसान नहीं था. लेकिन यह हुआ है और यह हम भारतीयों ने ही करके दिखाया है. आज भारत का कांफिडेस लेबल हर भारतीय की बातों में झलकता है. हम विकसित भारत की बात कर रहे हैं. आज हम आत्‍मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं. लोग चाहे विपक्ष में हों, देश के भीतर हों, या देश के बाहर हों. सब भारत की उपलब्धियां देख रहे हैं.”

पीएम मोदी ने कहा, “सिर्फ दस साल में 25 करोड़ लोगों का गरीबी से बाहर निकलना, क्‍या यह ऐसे ही हो गया होगा क्‍या? सिर्फ 10 साल में भारत का 11वें नंबर से 5 पांचवे नंबर की इकॉनोमी बन जाना, क्‍या ऐसे ही हुआ होगा क्‍या? सिर्फ दस साल में भारत का फॉरेक्‍स‍ रिजर्व बढ़कर के 700 बिलियन डॉलर के पार पहुंच जाना, क्‍या ऐसे ही हो गया होगा क्‍या? सिर्फ 10 साल में भारत का एक्‍सपोर्ट 700 बिलियन डॉलर पार कर जाना क्‍या ऐसे ही हुआ होगा क्‍या? और यह तो अभी कुछ भी नहीं है, अभी तो और भी आगे जाना है.”

पीएम मोदी ने कहा, “आप जानते हैं हमारे यहां सरकारों में ब्‍यूरोक्रेसी में काम कैसे होता रहा है. फिर वो एक फैक्‍टर क्‍या था, जिसकी वजह से यह बदलाव आया. वह एक फैक्‍टर है, नीयत. नीयत सही तो काम सही. और नीयत कौन सी, नेशन फर्स्‍ट की नीयत. मेरे देश में कोई कमी नहीं है कि उसकी पहचान गरीब देश के रूप में हो. हम दुनिया के सबसे युवा देश हैं. एक समय में हम ज्ञान में, विज्ञान में, सबसे आगे रहे हैं. दुनिया की कोई वजह नहीं है कि भारत किसी भी देश से पीछे रहे. बस हमें नेशन फर्स्‍ट की नीयत के साथ आगे चलना है. यह देश जो हमें इतना कुछ देता है, हम उसमें सिर्फ रहते हैं, या देश के लिए कुछ अलग करते भी हैं. यह फर्क बहुत बारीक है. लेकिन बारीक का फर्क ही देश को आगे ले जाता है.”

पीएम मोदी ने कहा, “जिस दिन आप अपने काम को देश के साथ जेाड़ लेंगे, आप जो कुछ भी हैं, आप डॉक्‍टर हैं, इंजीनियर हैं, स्‍टार्टअप शुरू कर रहे हैं, जिस दिन आप अपने काम को देश के लक्ष्‍यों के साथ में जोड़ लेंगे, तो समझ लीजिएगा नेशन फर्स्‍ट का बीज आपमें अंकुरित हो गया है. यही नेशन फर्स्‍ट का बीज आज सरकार में, सिस्‍टम में, हर व्‍यवस्‍था में, व्‍यक्ति में, देश के कोने कोने में, राइजिंग भारत का आधार बन रहा है. सिर्फ अपने लिए ही जिए, सिर्फ अपने लिए जिए तो क्‍या जिए. जीना है तो देश के लिए, मरना है तो देश के लिए.”

पीएम मोदी ने कहा, “साथियों 2014 से पहले और आज की स्थिति में और एक ऐसा अंतर आया है, जिसकी उतनी चर्चा नहीं होती. यह चर्चा देश की साख से जुड़ी है. जिस देश की साख गिर रही हो, उस देश के लोगों का स्‍वाभिमान भी ऊंचा नहीं रह सकता है. 2014 से पहले भारत के साथ क्‍या स्थिति थी. आप याद कीज‍िए 2014 से पहले घर-घर में भ्रष्‍टाचार बड़ा मुद्दा था. देश की साख गिर रही थी. लेकिन तब की सरकार झूठे तर्कों के आधार पर अपने घोटालों को डिफेंड करने में जुटी रहती थी. आज स्थित एकदम अगल है. आज सरकार भ्रष्‍टाचार पर कड़े एक्‍शन ले रही है. जो एक्‍शन लिया, उसका हिसाब ले रहे है. और भ्रष्‍टाचारी झूठ बोल बोल कर खुद बचाव की मुद्रा में हैं.”

पीएम मोदी ने कहा, “तब देश पूछता था कि पॉवरफुल लोगों पर ईडी सीबीआई जैसी एजेंसियां एक्‍शन क्‍यों नहीं लेती है. यह सवाल पूछा जाता था. आज पॉवरफुल और भ्रष्‍ट लोग पूछ रहे हैं कि एजेंसियां उन पर एक्‍शन क्‍यों ले रही हैं. यह अंतर दस सालों में आया है. बात वही है, नीयत सही तो काम सही. करप्‍शन पर कार्रवाई, यह मेरा कमिटमेंट है. साथियों हमारे देश में भ्रष्‍टाचार इसलिए भी अधिक था, क्‍यों सरकारी दफ्तर सर्विस सेंटर बनने की बजाय पॉवर सेंटर बन गए थे. हर काम के लिए देशवासियों को सरकारी दफ्तर के चक्‍कर लगाने पड़ते थे.”

पीएम मोदी ने कहा, “साथियों आपमें जो सीनियर है उसने वह दिन भी देखे हैं, जब देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्‍ली से एक रुपया भेजता हूं तो 15 पैसा गरीब के घर तक पहुंचता है. यानी सरकारी खजाने से पैसा निकल रहा था, लेकिन वह किसी और की जेब में जा रहा था. यह ऐसा भ्रष्‍टाचार था जो सीधे सामान्‍य जन को प्रभावित करता था. मनरेगा का पैसा सरकारी खजाने से निकलता था, लेकिन मजदूर को मजदूरी नहीं मिलती थी. गैस की सब्सिडी किसी और के खाते में पहुंच जाती थी.”

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Tags: Congress, INDIA Alliance, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Narendra modi, Rising Bharat Summit

FIRST PUBLISHED :

March 20, 2024, 23:25 IST

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