'भारत की सीमा और सेना के साथ छेड़खानी नहीं...' अमित शाह का दो टूक संदेश

2 weeks ago

भारत की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का लोहा तो दुनिया मानती है. हाल के दिनों में कुछ विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स में रॉ पर कनाडा, अमेरिका और पाकिस्तान में कोवर्ट ऑपरेशन (अंडर कवर) के जरिये आतंकवादियों का सफाया करने का आरोप लगाया गया. भारत की तरफ से इन तमाम रिपोर्ट्स का लगातार खंडन भी किया जाता रहा है. ऐसे में नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इसे लेकर बात की तो उन्होंने इन रिपोर्ट्स को ज्यादा तवज्जो नहीं देने को कहा.

अमित शाह ने हालांकि इसके साथ ही कहा, ‘आज पूरी दुनिया यह समझ गई है कि भारत की सीमा और सेना के साथ छेड़खानी नहीं करनी है, वरना करारा जवाब मिलता है.’ पढ़ें नेटवर्क18 के ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी के साथ अमित शाह की इस मुद्दे पर पूरी बातचीत…

राहुल जोशी: गार्डियन में एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि पाकिस्तान में 20 आतंकवादियों को रॉ ने कुछ लोगों का इस्तेमाल करके वहां पर मारा है. इसे लेकर आप क्या कहेंगे?

अमित शाह: देखिये किसने मारा. ये तो ढूंढने का सवाल है. परंतु मैं इतना निश्चित रूप से मानता हूं कि ये तो एक्सपोज़ हो ही गया कि पाकिस्तान की मिट्टी पर भारत में आतंक फैलाने वाले लोग थे.

सवाल: प्रधानमंत्री भी ये कह रहे हैं. आपके कई वरिष्ठ नेता भी कह रहे हैं कि अब यह भारत वह भारत नहीं रहा जो खड़ा होकर साइड से तमाशा देखेगा. यह भारत घर में घुसकर मारता है. इस पर आपके क्या विचार हैं?

अमित शाह: निश्चित रूप से सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद पूरी दुनिया यह समझ गई है कि भारत की सीमा और भारत की सेना के साथ छेड़खानी नहीं करनी है, वरना करारा जवाब मिलता है.

राहुल जोशी: वॉशिंगटन पोस्ट पर ऐसा ही एक आर्टिकल आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि हमारी इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ प्लांट कर रही थी यूएस में कुछ टेररिस्ट को मारने का

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अमित शाह: देखिये इस तरह की मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कोई राय नहीं बनानी चाहिए. अगर कोई ठोस आरोप है तो एजेंसियां उसका जवाब देंगी. अगर कोई सरकार डिप्लोमेटिक मैथड से हमारे साथ चर्चा करती है, तो हम उसका जवाब देंगे.

राहुल जोशी: कनाडा में निज्जर के मर्डर पर भी बात हुई थी.

अमित शाह: ऐसे आरोप मीडिया में लगने से मैं नहीं मानता कोई गंभीर सवाल खड़े होते हैं.

वेस्टर्न प्रेस में पिछले कुछ महीनों से तमाम आर्टिकल आ रहे हैं जो कि भारत में इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी, तानाशाही तमाम तरह की बातें करते हैं. इसको आप कैसे देखते हैं? ये इलेक्शन के समय ये जो बार-बार आता है क्या आप इसमें कोई साजिश देखते हैं? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा, ‘साजिश-वाजिश छोड़ दीजिए. मैं बड़े गौरव और विश्वास के साथ यह कह रहा हूं कि हमारा लोकतंत्र, हमारी लोकतांत्रिक पद्धति और हमारा चुनाव… तीनों दुनिया में सबसे पारदर्शी, सबसे ज्यादा विश्वसनीय है.’

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