Last Updated:June 26, 2025, 01:34 IST
Top 10 Countries With Largest Tank Power: मिडिल-ईस्ट एशिया हो या फिर यूरोप, दुनिया के कई इलाकों में जंग छिड़ी हुई है. ऐसे में तमाम देश अपनी डिफेंस ताकत बढ़ाने में लगे हैं. भारत भी इस मामले में किसी से पीछे नहीं...और पढ़ें

टैंकों के मामले में चीन ने अमेरिका-रूस जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है. (Photo : US Department of Defence)
हाइलाइट्स
भारत के पास 4,201 टैंक, टॉप 5 में शामिल.चीन 6,800 टैंकों के साथ नंबर 1 पर.पाकिस्तान 2,627 टैंकों के साथ सातवें स्थान पर.नई दिल्ली: दुनिया एक बार फिर हथियारों की होड़ में फंसती नजर आ रही है. जहां वैश्विक स्तर पर शांति की अपीलें की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर देश भारी संख्या में टैंकों, मिसाइलों और परमाणु हथियारों का जखीरा जमा कर रहे हैं. इसी बीच Global Firepower 2025 की नई रिपोर्ट आई है, जिसमें यह बताया गया है कि दुनिया के किन 10 देशों के पास सबसे ज्यादा टैंक हैं. भारत इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है, जबकि उसका पड़ोसी और कट्टर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान सातवें स्थान पर खिसक गया है.
दुनिया की टॉप-10 टैंक ताकतें
Global Firepower Rankings 2025 के अनुसार, टैंक फ्लीट स्ट्रेंथ यानी जंगी टैंकों की संख्या के आधार पर टॉप-10 देश इस प्रकार हैं:
1 | चीन | 6,800 |
2 | रूस | 5,750 |
3 | अमेरिका | 4,640 |
4 | उत्तर कोरिया | 4,344 |
5 | भारत | 4,201 |
6 | मिस्र | 3,620 |
7 | पाकिस्तान | 2,627 |
8 | तुर्किये | 2,238 |
9 | दक्षिण कोरिया | 2,236 |
10 | ईरान | 1,713 |
भारत की ताकत: एक संतुलित और रणनीतिक टैंक आर्मी
भारत की टैंक फोर्स में मुख्य रूप से T-90, T-72 और अर्जुन टैंक्स शामिल हैं. भारतीय सेना का जोर थल युद्ध की तैयारी और पश्चिमी सीमा (पाकिस्तान) व उत्तरी सीमा (चीन) दोनों मोर्चों पर संतुलन बनाए रखने पर है. कुल मिलाकर 4,201 टैंकों के साथ भारत न केवल पाकिस्तान से कहीं आगे है, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी टैंक ताकतों में शामिल हो चुका है.
भारत के पास ‘अर्जुन’ जैसे धाकड़ टैंक है. (Photo : Indian Army)
पाकिस्तान पिछड़ा, फिर भी खतरा कायम
पाकिस्तान 2,627 टैंकों के साथ सातवें स्थान पर है. भले ही भारत की टैंक ताकत इससे करीब 60% ज्यादा हो, लेकिन पाकिस्तान की तेजी से आधुनिक हो रही टैंक यूनिट्स और चीन से मिल रहा सैन्य सहयोग भारत के लिए सतर्क रहने की वजह है. खासकर VT-4 टैंक जैसी नई टेक्नोलॉजी पाकिस्तानी सेना में शामिल हो रही है, जिससे वह सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी क्षमता बढ़ा रहा है.
टैंक अब भी क्यों हैं महत्वपूर्ण?
हाल के सालों में भले ही ड्रोन, मिसाइल और साइबर वॉर जैसे टूल्स हावी हो गए हों, लेकिन टैंक आज भी कंवेशनल वारफेयर की रीढ़ माने जाते हैं. क्योंकि टैंक:
रूस-यूक्रेन युद्ध इसका ताजा उदाहरण है, जहां टैंक अब भी अम भूमिका निभा रहे हैं.
चीन की सबसे बड़ी छलांग
चीन ने 2025 में सभी को चौंकाते हुए 6,800 टैंकों के साथ नंबर-1 की पोजीशन ले ली है. अमेरिका और रूस जैसे पुराने दिग्गजों को पीछे छोड़कर, चीन ने यह उपलब्धि तेजी से सैन्य आधुनिकीकरण, डोमेस्टिक टैंक प्रोडक्शन और एआई तकनीक के बलबूते हासिल की है.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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New Delhi,Delhi