Last Updated:June 15, 2025, 10:41 IST
Ahmedabad Plane Crash News: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद तुर्की सरकार ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 की मेंटेनेंस में तुर्किश टेक्निक की भूमिका को खारिज किया है और इसे अफवाह बताया है.

एयर इंडिया के विमान के मेंटेनेंश पर सवाल उठने लगा है.
हाइलाइट्स
तुर्की ने विमान हादसे में मेंटेनेंस भूमिका को खारिज किया.तुर्की ने कहा, अफवाहें भारत-तुर्की रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश.एयर इंडिया हादसे की जांच DGCA द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू.Ahmedabad Plane Crash News: अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद सनसनीखेज दावे सामने आए हैं. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दावा किया कि एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की मेंटेनेंस तुर्की की कंपनी तुर्किश टेक्निक ने की थी, जिसके चलते हादसा हुआ. लेकिन अब तुर्की सरकार ने इस दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं.
हादसे के बाद सरकार की कम्युनिकेशन विंग ने बयान जारी कर कहा कि तुर्किश टेक्निक के द्वारा एआई-171 उड़ान की मेंटेनेंस करने का दावा झूठा है. यह भारत-तुर्की संबंधों को प्रभावित करने वाली गलत सूचना का हिस्सा है. यह सफाई तब आई जब सोशल मीडिया पर कुछ हैंडल्स ने फरवरी 2025 में एयर इंडिया और तुर्किश टेक्निक के बीच हुए मेंटेनेंस डील का हवाला देते हुए दावा किया कि हादसे का शिकार विमान इसी समझौते का हिस्सा था. तुर्की सरकार ने स्पष्ट किया कि यह डील केवल बी777-टाइप वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट के लिए थी न कि बोइंग 787-8 के लिए जो हादसे का शिकार हुआ.
तुर्की के अधिकारियों ने कहा कि एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की मेंटेनेंस तुर्किश टेक्निक ने कभी नहीं की. उन्होंने जोर देकर कहा कि हादसे के बाद फैली अफवाहें जानबूझकर भारत और तुर्की के रिश्तों में दरार पैदा करने की कोशिश हैं. तुर्की के कम्युनिकेशन डायरेक्टरेट के डिसइन्फॉर्मेशन सेन्टर ने भी इस बात की पुष्टि की कि तुर्किश टेक्निक का इस विमान से कोई लेना-देना नहीं है और 2024-25 के समझौते केवल बी777 विमानों तक सीमित हैं.
भारत-तुर्की के रिश्ते में तनाव
दूसरी ओर, इस हादसे ने भारत में तुर्की के साथ व्यापारिक और कूटनीतिक रिश्तों पर भी सवाल उठाए हैं. हाल के दिनों में भारत और तुर्की के बीच तनाव बढ़ा है. खासकर भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकवाद की नीति के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हमले किए. तुर्की ने इन हमलों की निंदा की थी, जिसके बाद भारत ने तुर्की से जुड़ी कंपनियों के साथ अपने संबंधों की समीक्षा शुरू की. एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने भी हाल ही में कहा कि भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर तुर्किश टेक्निक पर निर्भरता कम की जाएगी और मेंटेनेंस का काम मध्य पूर्व, दक्षिण-पूर्व एशिया और अमेरिका जैसे अन्य क्षेत्रों में शिफ्ट किया जाएगा.
हादसे की जांच के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, जिसमें विमान के मेंटेनेंस रिकॉर्ड, पायलट ब्रीफिंग और एयर ट्रैफिक कंट्रोल कम्युनिकेशन की जांच शामिल है. एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रही है और यात्री सुरक्षा उसकी प्राथमिकता है. इस बीच तुर्की ने हादसे पर शोक जताया है लेकिन मेंटेनेंस को लेकर अपने रुख पर कायम है.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
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