हाइलाइट्स
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को देश से भागना पड़ा.प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश में हिन्दुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं.भारत ने बांग्लादेश की नई सरकार के सामने अल्पसंख्यकों पर हमले का मुद्दा उठाया.
नई दिल्ली. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में बिगड़े हालातों के बीच शुक्रवार को भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया. सरकार ने भारत-बांग्लादेश बॉर्डर (IBB) पर स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है. यह समिति बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश के समकक्ष अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रखेगी.
इस समिति में अपर महानिदेशक (एडीजी), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), पूर्वी कंमाड, इस समिति के अध्यक्ष होंगे. समिति के अन्य सदस्यों में महानिरीक्षक (आईजी), बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय दक्षिण बंगाल, महानिरीक्षक (आईजी), बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय त्रिपुरा, सदस्य (योजना और विकास), भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण (LPAI), और, सचिव, LPAI, शामिल हैं.
यह भी पढ़ें:- रात को सोते वक्त ब्रा पहने या नहीं… इजरायली महिलाओं के लिए क्यों बना ये इतना बड़ा सिरदर्द
बांग्लादेश हिंसा की वजह से घबराए वहां के अल्पसंख्यक बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल सीमा की तरफ बॉर्डर का रुख कर रहे हैं. वहां हालात बिगड़ने के बाद सीमा पर अल्पसंख्यकों की भारी भीड़ जमा हो रही है. बांग्लादेशी हिन्दू भारत में दाखिल होना चाह रहे हैं. भारत बांग्लादेश सीमा पर सिलीगुड़ी, किशनगंज और मुकेश पोस्ट पर पड़ोसी देश के हिन्दू जमा हो रहे हैं. बीएसएफ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से लगातार संपर्क स्थापित कर इन नागरिकों को नियमों के मुताबिक उनके देश में ही रोक रहा है.
बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कमांडर लेवल के अधिकारी इस व्यवस्था को बनाए रखने में आपस में संवाद कर रहे हैं. सिर्फ जिनके पास वैध कानूनी दस्तावेज हैं उन्हे इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल होने की अनुमति है जहां से नियमित व्यापार भी शुरू हो गया है.
Tags: Bangladesh news, Sheikh hasina, World news
FIRST PUBLISHED :
August 9, 2024, 15:54 IST