मोदी सरकार आम लोगों का आवागमन आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. सड़क मार्ग को सुगम बनाने के लिए देशभर में एक्सप्रेसवे का नेटवर्क तैयार हो रहा है, जिससे एक कोने से दूसरे कोने में जाना आसान हो रहा है. इसी का परिणाम है कि लोग कई रूटों पर ट्रेन के बजाए सड़क मार्ग से जाना बेहतर समझते हैं. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे इसी परिणाम है, जिसका काफी हिस्सा अगले माह तक तैयार होने जा रहा है.
इस एक्प्रेसवे के रूप में दिल्ली से हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात की ओर जाने वाले वाहन चालकों को तोहफा मिल जाएगा. लोगों को अब और अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा. ट्रेन के बजाए कार से सुविधाजनक ढंग से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. नेशनल अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अनुसार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे में 845 किमी. सेक्शन लगभग तैयार हो गया है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किलोमीटर लंबा है. यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है. कुल नौ फेज में बनाया जा रहा है. एनएचएआई के अनुसार पूरे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. वहीं दिल्ली से वड़ोदरा तक (845 किमी.) का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है. थोड़ा बहुत काम बचा है, जो अगले माह खत्म हो जाएगा. हालांकि इसका काम अगस्त में पूरा होना था, लेकिन तकनीकी कारणों पूरा नहीं हो पाया है. अब इसे अगले महीने यानी अक्तूबर में पूरा होना है. इस तरह दिवाली तक यह एक्सप्रेसवे तैयार हो जाएगा और लोगों को तोहफा मिल सकेगा.
एक्सप्रेसवे पर यहां दौड़ रहा है ट्रैफिक
दिल्ली से दौसा सवाई माधोपुर 293 किमी. लंबा एक्सप्रसेव ट्रैफिक के लिए खोजा जा चुका है. वहीं, झलावर-रत्लाम-एमपी/ गुजरात बॉर्डर 245 किमी. एक्सप्रेसवे पर वाहन दौड़ रहे है. इसके अलावा सवाई माधोपर से झलावर से 159 किमी. और एमपी/गुजरात बॉर्डर से वड़ोदरा 148 किमी. दोनों फेज अगले महीने तैयार हो जाएंगे.
इन प्रमुख शहरों को राहत
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे हरियाणा के सोहना से शुरू होकर राजस्थान, मध्य प्रदेश से होकर महाराष्ट्र तक जाएगा. इससे जयपुर, अजमेर, किशनगढ़, कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सूरत और आसपास के शहरे कनेक्टीविटी आसान हो जाएगी.
दूरी होगी कम
अभी दिल्ली से वड़ोदरा तक की रोड द्वारा करीब 1300 किमी. है. एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद दूरी 900 किमी. के करीब रह जाएगी. इस तरह करीब 400 किमी. दूरी कम हो जाएगी. वहीं ट्रेन से जाने में करीब 1100 किमी. की दूरी तय करनी पड़ती है और 14 घंटे से अधिक का समय लगता है. एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद ट्रेन की तुलना जल्दी अनुमानित 9 घंटे में पहुंचेंगे.
Tags: Road and Transport Ministry
FIRST PUBLISHED :
September 20, 2024, 15:49 IST