Bangladesh Hindu : बांग्लादेश में हिंसा का नया दौर शुरू हो चुका है और इस बार उपद्रवियों के टारगेट पर हैं पूर्व पीएम शेख हसीना के सहयोगी. उनको समर्थन देने वाले राजनैतिक दल, जिनके दफ्तरों में आगजनी और तोड़फोड़ की जा रही है. इसके साथ-साथ बांग्लादेश में हिंदुओं को भी निशाना बनाया जा रहा है. हिंदु संगठन से जुड़े लोगों पर राष्ट्रद्रोह का केस लगाया जा रहा है. आखिर कब शांत होगा बांग्लादेश में बवाल, यह सवाल अब सबके अधरों पर है.
लाठी-डंडों से लैस सैकड़ों उपद्रवियों की भीड़ ने पहले एक इमारत में आगजनी की. फिर कुछ उपद्रवियों ने इमारत पर चढ़कर तोड़फोड़ की. ये तस्वीरें बांग्लादेश की राजधानी ढाका की है, जहां हिंसा का दौर एक बार फिर से शुरू हो चुका है. इस बार दंगाईयों के टारगेट पर थी शेख हसीना की समर्थक जातीय पार्टी और उसका दफ्तर, जो दंगाई के गुस्से की भेट चढ़ गया.
जातीय पार्टी के दफ्तर में लगा दी आग
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की गठबंधन पार्टी के मुख्यालय पर बीती रात लठी-डंडो और धारदार हथियारों से लैस होकर सैकड़ों की भीड़ जुटी. इसके बाद उपद्रवी भीड़ ने पहले तो जातीय पार्टी के दफ्तर में आग लगायी. इसी दौरान कुछ उपद्रवी जातीय पार्टी की इमारत पर चढ़ गए और वहां लगी होर्डिंग को तहस-नहस करने लगे.
इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी...फायर ब्रिगेड के साथ भारी पुलिसबल मौके पर पहुंचा और हिंसक भीड़ को समझा-बुझा कर आग बुझाने की कोशिश की गई. मगर उपद्रवी कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे. वो लगातार नारेबाजी करने लगे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दंगाइयों की पहले वहां मौजूद पार्टी सदस्यों के साथ झड़प हुई और फिर पार्टी दफ्तर में आग लगाई गई. आग और झड़प के चलते जातीय पार्टी के 20 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए.
बांग्लादेश का तीसरा बड़ा राजनीतिक दल
गौर करने वाली बात ये है कि जातीय पार्टी बांग्लादेश का तीसरा बड़ा राजनैतिक दल है. जिसका गठन मे. जनरल इरशाद ने साल 1985 में किया. जातीय पार्टी का शेख हसीना की पार्टी से गठबंधन था. बस इसी वजह के चलते दंगाईयों ने हसीना के सहयोगी दलों को भी निशाना बनाया. फिलहाल इस हमले में किसी के मौत की पुष्टि नहीं हुई. लेकिन इस घटना के साथ ही बांग्लादेश एक बार फिर बदले की आग में सुलगने लगा है.
वहीं बाग्लादेश में हिंदुओं को भी टारगेट करने का सिलसिला शुरू हो चुका है. बता दें कि बांग्लादेश में इस्कॉन ग्रुप के प्रमुख चेहरे चिन्मय दास के खिलाफ. राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. चिटगांव जिले में चिन्मय दास ब्रह्मचारी के साथ 19 अन्य हिंदू संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ इस तरह का मामला दर्ज किया गया है.
इस्कॉन ट्रस्ट के सचिव पर देशद्रोह का केस दर्ज
आपको बता दें कि चिन्मय दास ब्रह्मचारी बांग्लादेश में इस्कॉन ट्रस्ट के सचिव हैं और हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. वे लगातार रैलियों और प्रदर्शनों का आयोजन कर रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने 25 अक्टूबर को चिटगांव में एक रैली आयोजित की, जिसमें बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं की रक्षा करने की अपील की गई. अब उसी रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय झंडे की कथित अवमानना और अपमान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने उन पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया है.