Bangladesh: ‘पूरी रात बिना सोए बिताई’- डर के साए में लोग, पुलिस की गैरमौजूदगी में सड़कों पर दे रहे पहरा

1 month ago

Dhaka News: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद आज अंतरिम सरकार के गठन की उम्मीद जताई जा रही हैं. हालाकि जमीन पर हालात गंभीर बने हुए हैं. लोग रात-रात भर जाग कर सड़कों पर पहरा दे रहे हैं. द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक ढाका के विभिन्न भागों में पुलिस प्रशासन में की गैरमौजूदी में लूटपाट की घटनाएं सामने आने की वजह से विभिन्न क्षेत्रों के निवासी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बुधवार रात सड़कों पर रहे.

उत्तरा, धानमंडी, मोहम्मदपुर, मीरपुर और ढाका के पुराने हिस्से के लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और हाथों में लाठियां लेकर रात भर सुरक्षा प्रदान करने के लिए इलाकों में गश्त करते रहे. सुबह होने पर ही वह अपने घर में वापिस गए.

मीरपुर, पल्लबी, उत्तरा और मोहम्मदपुर के कुछ इलाकों में सेना के जवान सड़कों पर गश्त करते भी देखे गए.

सोशल मीडिया पर मांगी मदद
कई लोगों ने अपने इलाकों में डकैती के दौरान अपने पड़ोसियों से मदद मांगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. ईसीबी चत्तर इलाके के एक निवासी के अनुसार, कल रात चाकू और छुरे लेकर अलग-अलग उम्र के लुटेरे कई घरों में घुसते देखे गए. स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सेना के जवानों ने इलाके से डकैती के आरोप में कुछ युवकों को पकड़ा.

इस बीच मोहम्मदपुर, केरानीगंज के अतीबाजार, वाशपुर, अर्शीनगर और उत्तरा इलाकों में लूटपाट की सूचना और वीडियो सोशल मीडिया के जरिए फैल गए हैं. इन इलाकों की मस्जिदों से घोषणाएं की गईं, जिसमें सभी से अलर्ट रहने की अपील की गई.

'हम घबरा गए थे'
अर्शीनगर निवासी मोहम्मद फैसल ने बताया कि लुटेरे उनके इलाके में घुस आए, जिसके बाद मस्जिदों से सतर्क रहने की घोषणाएं की गईं. उन्होंने कहा, 'हम घबरा गए थे.'

मोहम्मदपुर के एक निवासी ने बताया कि रात करीब 12:30 बजे लुटेरे अलग-अलग दिशाओं से इलाके में घुसे, लेकिन लोग अपने घरों से लाठी-डंडे लेकर नीचे उतरे और लुटेरों को खदेड़ दिया. उत्तरा के निवासी पिनाकी रॉय ने कहा कि उन्होंने और कई अन्य लोगों ने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी रात गश्त की.

'पूरी रात बिना सोए बिताई'
एक अन्य निवासी ने कहा, 'यह स्थिति जारी नहीं रह सकती. कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपना काम शुरू करना चाहिए और लोगों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए.' मीरपुर के निवासी चैतन्य चंद्र हलदर ने कहा कि उनके परिवार ने लुटेरों के डर से पूरी रात बिना सोए बिताई.

द डेली स्टार के मुताबिक प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़कर भाग जाने के बाद प्रदर्शनकारियों के साथ झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों पर हुए हमलों के बाद से वे अभी तक काम पर नहीं लौटे हैं.

हमलों के दौरान कई पुलिसकर्मी मारे गए, जबकि कई वारयल वीडियो में पुलिसकर्मियों को निहत्थे लोगों को नजदीक से मारते हुए दिखाया गया.

पुलिस ने क्या कहा?
नवनियुक्त पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मोहम्मद मैनुल इस्लाम ने सभी पुलिसकर्मियों को सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने-अपने पुलिस लाइन, कार्यालय और बैरक में लौटने का निर्देश दिया.

बाद में, बांग्लादेश पुलिस ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि विभिन्न वर्गों और व्यवसायों के लोग, राजनीतिक दलों के नेता, छात्र और आम लोग पुलिस कर्मियों को सुरक्षित रूप से उनके कार्यस्थल पर लौटने में मदद करने के लिए हरसंभव सहयोग कर रहे हैं. पुलिसकर्मियों को काम पर जाने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, यह खबर सच नहीं पाई गई है.

विज्ञप्ति में कहा गया कि इसलिए सभी से अनुरोध है कि वे अफवाहों से भ्रमित न हों.

Photo courtesy- Reuters

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