Middle East crisis: ईरान नहीं हिजबुल्लाह करेगा पहला वार, इजरायली अधिकारियों की चेतावनी

1 month ago

इजरायली अधिकारियों का मानना ​​है कि आने वाले दिनों में ईरान नहीं, बल्कि हिजबुल्लाह सबसे पहले इजरायल पर बड़ा हमला करेगा. खुफिया जानकारी से परिचित दो सूत्रों ने CNN को बताया कि ऐसा लग रहा है कि हिजबुल्लाह ईरान की मंशा से स्वतंत्र होकर इजरायल पर हमला कर सकता है.

सूत्रों में से एक ने कहा कि लेबनान स्थित आतंकवादी समूह अपनी योजना में ईरान से ज्यादा तेजी से आगे बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में इजरायल पर हमला करने की फिराक में है.

CNN कई अधिकारियों के हवाले से कहा कि ईरान अभी भी इस बात पर काम कर रहा है कि उसे किस तरह से जवाब देना है. एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने CNN को बताया कि ईरान ने कुछ तैयारियां की हैं, लेकिन सभी नहीं.

खुफिया जानकारी से परिचित दूसरे सूत्र ने कहा कि लेबनान के उत्तर में इजरायल के साथ निकटता को देखते हुए, हिज़्बुल्लाह बिना किसी सूचना के कार्रवाई कर सकता है. उन्होंने कहा, यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान और हिज़्बुल्लाह के बीच संभावित हमले को लेकर कैसा तालमेल है. कुछ अधिकारियों का यह मानना है कि दोनों आगे बढ़ने के तरीके पर पूरी तरह से सहमत नहीं हैं.

क्यों इजरायल पर मंडरा रहा है खतरा?
बता दें ईरान, उसके लेबनानी सहयोगी हिजबुल्लाह और फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने पिछले हफ्ते तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. ईरान ने हनिया की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है. हनिया की हत्या बेरूत के पास हिजबुल्लाह के सैन्य प्रमुख फुआद शुकर की हत्या के कुछ ही घंटों बाद हुई.

इजरायल ने शुकर की हत्या की जिम्मेदारी ली है, लेकिन आधिकारिक तौर पर हनिया को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. गौरतलब है कि ईरान और हिजबुल्लाह और हमास दोनों का समर्थन करता है.

OIC का बड़ा बयान
इस बीच एएफपी के मुताबिक शीर्ष मुस्लिम राजनयिकों ने बुधवार को कहा कि ईरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की 'जघन्य' हत्या के लिए इजरायल 'पूरी तरह से जिम्मेदार' है. उन्होंने चेतावनी दी कि इससे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो सकती है. यह घोषणा सऊदी अरब स्थित इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की एक असाधारण बैठक के अंत में की गई, जिसे आंशिक रूप से ईरान द्वारा बुलाया गया था.

पेजेशकियन की अपील
द टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक ईरान इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने देश के सर्वोच्च नेता से इजरायल पर सीधे हमले से बचने की अपील की है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हमला बढ़ता है तो इजरायल बुनियादी ढांचे और ऊर्जा लक्ष्यों को नष्ट कर सकता है और अर्थव्यवस्था को पंगु बना सकता है.

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