S Jaishankar on Terrorism: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को रूस में चल रहे शंघाई कॉपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट में आतंकवाद के खिलाफ सख्त संदेश दिया. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को हर तरह के खतरे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का रुख अपनाना होगा.
जयशंकर ने कहा,'आतंकवाद को कोई सफाई नहीं दी जा सकती, इससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता. ना ही पर्दा डाला जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है और वह इसका इस्तेमाल करेगा.'
'आतंकवाद से नहीं करेंगे समझौता'
जयशंकर का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास जोरदार धमाके में 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. SCO समिट में जयशंकर ने साफ कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई समझौता नहीं करेगा. उन्होंने समिट में मौजूद नेताओं से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई एक साझी प्राथमिकता होनी चाहिए, जिसमें नरमी की कोई जगह ना हो.
जयशंकर ने कहा, 'यह जरूरी है कि दुनिया आतंकवाद के सभी रूपों को लेकर जीरो टॉलरेंस दिखाए. आतंकवाद को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, और न ही उसे छुपाया जा सकता है.'
जयशंकर करेंगे कई हाई लेवल बैठकें
विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार सुबह मॉस्को पहुंचे और तीन दिन की यात्रा में वह एससीओ राष्ट्राध्यक्ष परिषद की बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. खास बात है कि अगले महीने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत आएंगे. ऐसे में उनकी यात्रा से पहले वह कई हाई लेवल बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन जंग, मिडिल ईस्ट व अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर हमेशा अपने विचार साझा करेंगे.
दूसरी ओर, दिल्ली में कार ब्लास्ट मामले के आरोपी से जुड़े तीन लोगों को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया है. अधिकारियों के अनुसार, स्पेशल टीम ने सीक्रेट अभियान में इन लोगों को शहर के अलग-अलग जगहों से पकड़ा गया. पूछताछ के बाद इन्हें आगे की जांच के लिए दिल्ली भेजा जा रहा है.
3 और आरोपी गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोग सोशल मीडिया ऐप के जरिए ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी के साथ संपर्क में थे. पुलिस का कहना है कि ये लोग भी ठीक उसी तरह संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, जैसे इस मॉड्यूल के दो प्रमुख आरोपी डॉ. उमर मोहम्मद और डॉ. मुज़म्मिल. राज्य के कई जिलों में भी इसी तरह की जांच जारी है.
सोमवार को सूत्रों ने बताया कि जांच में एन्क्रिप्टेड बातचीत और हथियार सप्लाई के सबूत मिले हैं, जो एक बेहद संगठित आतंकी नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं. यह नेटवर्क उस मॉड्यूल से जुड़ा है जिसमें डॉ. उमर मोहम्मद की मौत 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट में हुई. इस धमाके में 15 लोगों की मौत हुई थी और दर्जनों घायल हुए थे.

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