इस किमती चीज को मिस कर रहीं शेख हसीना, खोजने के लिए पहुंचीं गाजियाबाद...

1 month ago

Sheikh Hasina: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपना इस्तीफा देकर देश को छोड़ दिया है. वो अपनी बहन के साथ भारत के गाजियाबाद में मौजूद हैं. देश छोड़ते समय शेख हसीना अपने साथ ज्यादा सामान नहीं ला सकी हैं, इसलिए उन्होंने गाजियाबाद के ही शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से अपने और अपनी बहन के लिए जरूरत का सामान खरीदा है. लेकिन यहां आकर उन्हें वो चीज नहीं मिली होगी जिसे वे खूब मिस कर रही हैं. यह किमती चीज है उनकी जामदानी साड़ी. आखिर यह इतनी खास क्यों हैं? आइए जानते हैं इस खबर में…

भारत आईं शेख हसीना के बांग्लादेशी आवास में प्रदर्शनकारियों ने कमरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की. उनमें से कुछ लोग प्रधानमंत्री की साड़ियां और उनके सूटकेस को लेकर भागते दिखाई दिए. देश से आनन-फानन में निकलने की वजह से हसीना अपने साथ कुछ ही सामान लेकर आ पाई हैं. बांग्लादेश से दूर रहने के कारण उन्हें अपनी खास साड़ी से भी दूर रहना पड़ेगा, क्योंकि ये साड़ी बांग्लादेश के ढाका में ही बनती है.

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क्यों खास है शेख हसीना की साड़ियां?
शेख हसीना अपने पहनावे को लेकर काफी चर्चा में रहती हैं. वे हमेशा से एक खास तरह की साड़ी में नजर आईं हैं, जिसे जामदानी साड़ी कहा जाता है. बांग्लादेश के ढाका में बनने वाली ये साड़ी पूरी तरह से हैंडमेड होती है. इसे बनने में करीब 20 दिन लगता है. ये साड़ियां कॉटन या सिल्क में मिलती हैं, जिनकी किमत लाखों में होती है. शेख हसीना दुनिया की अकेली ऐसी महिला प्रधानमंत्री हैं, जो सिर पर पल्ला लेते हुए गरिमामयी तरीके से साड़ी को पहनती हैं. वो चाहे देश हो या विदेश, हर जगह उनकी वेशभूषा साड़ी ही होती है.

गिफ्ट के तौर पर भी ले जाती थीं ये साड़ियां
शेख हसीना केवल इन्हें पहनती ही नहीं हैं बल्कि दुनियाभर में जब वो कहीं जाती हैं तो इन साड़ियों को बतौर पर गिफ्ट भी देती हैं. जब प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति थे, वो वह हमेशा उनकी पत्नी के लिए ये साड़ियां उपहार के तौर पर लाती थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के लिए वह खास जामदानी साड़ी बतौर उपहार लेकर आईं थीं.

बांग्लादेश की स्थिति क्यों हुई खराब?
बीते कई महीनों से देश की स्थिति खराब हो रही थी क्योंकि आरक्षण के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हो रहा था. मामला तब और बिगड़ा जब सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर सख्ती दिखाई. उनके इस्तीफे की मांग को लेकर हुए इस विरोध प्रदर्शन में 106 लोगों की मौत हुई. वहीं, विद्रोहियों ने उनके आवास में घुसकर तोड़-फोड़ भी की. जिसके कारण उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा.

Tags: Bangladesh PM Sheikh Hasina, Sheikh hasina

FIRST PUBLISHED :

August 8, 2024, 14:19 IST

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