Last Updated:December 02, 2025, 19:07 IST
DGCA ने एयर इंडिया को उड़ान सुरक्षा में लापरवाही पर कड़ी फटकार लगाई है.एक्सपायर्ड एयरवर्दीनेस रिव्यू सर्टिफिकेट (ARC) के बावजूद एयरबस A320 विमान से आठ उड़ानें संचालित होने का मामला सामने आया. इंजीनियर ने गड़बड़ी पकड़ी तो विमान तुरंत ग्राउंड किया गया. DGCA ने कर्मचारियों को डि-रोस्टर कर जांच शुरू की. हालिया ड्रीमलाइनर हादसे के बाद यह लापरवाही एयर इंडिया की सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है.
डीजीसीए ने सख्त रुख अख्तियार किया. नई दिल्ली. देश के एविएशन सेक्टर में एक बड़ा खुलासा करते हुए DGCA ने एयर इंडिया को एक नॉन एयरवर्दी यानी उड़ान-योग्य न होने वाले विमान को संचालन में रखने पर जमकर फटकार लगाई. यह मामला सिर्फ एक तकनीकी भूल नहीं बल्कि सुरक्षा प्रोटोकॉल की ऐसी चूक मानी जा रही है जिसने एयरलाइन की प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. DGCA ने न सिर्फ विमान को तुरंत ग्राउंड कराया बल्कि जिम्मेदार कर्मचारियों को डि-रोस्टर करते हुए एयर इंडिया को सिस्टम की खामियों की गहन जांच की सख्त चेतावनी भी दे डाली.
कैसे सामने आया मामला?
DGCA की प्रारंभिक जांच में पता चला कि एयर इंडिया ने अपने एक 164-सीटर एयरबस A320 को तब भी उड़ान भरने की अनुमति दी जब उसका एयरवर्थिनेस रिव्यू सर्टिफिकेट (ARC) एक्सपायर हो चुका था. यह सर्टिफिकेट किसी भी विमान की उड़ान-योग्यता घोषित करने के लिए अनिवार्य प्रमाणपत्र होता है. हैरानी की बात यह है कि यह विमान 24 और 25 नवंबर के बीच आठ उड़ानें भर चुका था. यानी सैकड़ों यात्री बिना वैध सुरक्षा प्रमाणपत्र वाले विमान में यात्रा कर चुके थे. अंततः एयर इंडिया के ही एक इंजीनियर को दस्तावेजो में विसंगति दिखी. उसने तुरंत इसे रिपोर्ट किया और तभी जाकर विमान को सेवा से बाहर किया गया. DGCA का कहना है कि यदि यह चूक समय रहते पकड़ में न आती तो इसका जोखिम बेहद गंभीर हो सकता था.
ARC कैसे एक्सपायर हुआ? DGCA की जांच में क्या निकला?
दूसरे हिस्से की विस्तृत जानकारी के अनुसार, एयर इंडिया एक स्वीकृत CAMO (Continuing Airworthiness Management Organisation) है और ARC का नवीनीकरण साल में एक बार किया जाता है. 2024 में विस्तारा–एयर इंडिया विलय के बाद तय हुआ था कि विस्तारा के सभी 70 विमानों के पहले ARC नवीनीकरण की जिम्मेदारी DGCA उठाएगा. इस प्रक्रिया में 69 विमानों का ARC DGCA पहले ही जारी कर चुका था, जबकि 70वें विमान का ARC लंबित था. इसी दौरान विमान का इंजन बदलने के लिए उसे ग्राउंड किया गया था. इंजन परिवर्तन के दौरान उसका ARC एक्सपायर हो गया. नियमों के अनुसार, ARC अपडेट या नवीनीकरण होने तक विमान संचालन में नहीं लाया जा सकता. लेकिन एयर इंडिया ने नियमों को ताक पर रखते हुए एक्सपायर्ड ARC वाले विमान को वापस सेवा में उतार दिया, और उसने आठ राजस्व उड़ानें भर भी लीं. जब 26 नवंबर को DGCA को इसकी सूचना दी गई, तो रेगुलेटर ने तत्काल सख्ती दिखाई.
DGCA की कार्रवाई—एयर इंडिया पर गाज
DGCA ने एयर इंडिया को साफ-साफ शब्दों में जवाबदेही तय करने का आदेश दिया और तुरंत कार्रवाई की.
रेगुलेटर ने:
• विमान को तत्काल ग्राउंड करने का आदेश दिया,
• जिम्मेदार कर्मचारियों को डि-रोस्टर कर दिया,
• और मामले की औपचारिक जांच शुरू कर दी.
DGCA ने इसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन करार देते हुए कहा कि इस स्तर की चूक किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है.
ड्रीमलाइनर हादसे के बाद बढ़ा दबाव
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब एयर इंडिया 12 जून के ड्रीमलाइनर क्रैश को लेकर पहले से विवादों में है, जिसमें 260 यात्रियों की मौत हुई थी. उस हादसे के बाद एयरलाइन ने दावा किया था कि वह सुरक्षा को लेकर ज़ीरो-टॉलरेंस पॉलिसी पर काम कर रही है. लेकिन नए खुलासे ने एयरलाइन के आंतरिक नियंत्रण, निगरानी, ऑडिट मैकेनिज्म और ऑपरेशनल संस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
एयर इंडिया भी जांच में जुटा
DGCA के कड़े निर्देश के बाद एयर इंडिया ने भी अपने CAMO सिस्टम, दस्तावेज प्रबंधन और ग्राउंड-टू-कॉकपिट वर्कफ़्लो की आंतरिक जांच शुरू कर दी है. एयरलाइन ने कहा है कि वह “सुधारात्मक कदम” ले रही है ताकि ऐसी चूक दोबारा न हो.
एयर इंडिया की मुश्किलें बढ़ीं
इस पूरे मामले में DGCA ने बेहद आक्रामक रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि उड़ान सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा. एयर इंडिया की तरफ से ARC एक्सपायर होने जैसी बुनियादी चूक को घोर लापरवाही माना गया है और जांच रिपोर्ट आने तक एयरलाइन पर दबाव और बढ़ सकता है. विमान भले ग्राउंड हो गया हो, लेकिन एयर इंडिया के लिए यह मामला उसकी साख, प्रक्रियाओं और भविष्य की निगरानी पर बड़ा सवाल बनकर खड़ा है—और DGCA ने साफ कर दिया है कि इस बार “सबक सिखाए बिना” मामला नहीं छोड़ा जाएगा.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 02, 2025, 19:06 IST

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