कक्षा 7वीं से शुरू की तैयारी, NEET में हासिल की 7वीं रैंक, ऐसे पूरा किया सपना

1 week ago

NEET Story: वो लोग बहुत ही खुशनसीब होते हैं, जिनके बचपन में देखे गए सपने पूरे हो जाते हैं. लेकिन इस सपने को पूरा करने के लिए लोग जीतोड़ मेहनत करते हैं. ऐसे ही सपने डॉक्टर बनने का हैदराबाद की एक लड़की ने देखे थे, जिसे पूरा करने के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में 7वीं रैंक हासिल करके शानदार सफलता प्राप्त की है. हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं, उनका नाम माधुरी रेड्डी (G Madhuri Reddy) है.

लड़कियों की कैटेगरी में नंबर 1
माधुरी रेड्डी ने 99.999 प्रतिशत के साथ 720 में से 695 अंक प्राप्त किए, जिससे वे लड़कियों की कैटेगरी में प्रथम और ओवरऑल 7वीं रैंक हासिल की हैं. उनका बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था और उन्होंने 7वीं कक्षा में ही मेडिकल की तैयारी के लिए फाउंडेशन कोर्स में दाखिला ले लिया था. वह एक प्राइवेट कोचिंग संस्थान में पढ़ाई के दौरान उन्होंने मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मजबूत इरादा बना लिया था.

नीट में हासिल की 7वीं रैंक
नीट की परीक्षा में 7वीं रैंक लाने वाली माधुरी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया है. उनके पिता जी तिरुपति रेड्डी, एक सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल्स हैं, और उनकी मां गृहिणी हैं. उन्हें परिवार की निरंतर प्रेरणा और शिक्षकों की देखभाल से वे अपने लक्ष्य को हासिल कर पाईं. वह मल्टी-टैलेंटेड और मेहनती भी हैं. वह पढ़ाई के अलावा बैडमिंटन, टेलीविजन पर फिल्में और क्रिकेट मैच देखने जैसी गतिविधियों में भी रुचि रखती हैं.

हर दिन करती थी 10-12 घंटे पढ़ाई
माधुरी की मेहनत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे हर दिन 10-12 घंटे पढ़ाई करती थीं. एम्स और जेआईपीएमईआर में प्रवेश की उम्मीद माधुरी ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (जेआईपीएमईआर) में भी प्रवेश परीक्षाएं दी हैं. माधुरी रेड्डी का यह सफर न केवल उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि उनके परिवार और शिक्षकों की भूमिका का भी बेहतरीन उदाहरण है.

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Tags: NEET, Neet exam, NEET Topper, Success Story

FIRST PUBLISHED :

November 14, 2024, 17:59 IST

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