कोलकाता डॉक्टर रेप केस में अब तक क्या-क्या हुआ? ऑटोप्सी में क्या निकला?

1 month ago

नई दिल्ली (Kolkata Doctor Rape Murder). पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी और उसकी हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सवाल एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर जाकर अटक गया है. हॉस्पिटल जैसा पब्लिक स्पेस, जहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद होते हैं, वहां इस तरह की घटना होना वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है. कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस का आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है.

इस मामले में कोलकाता पुलिस ने एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान संजय रॉय के रूप में हुई है. कोलकाता की एक अदालत ने 10 अगस्त को गिरफ्तार किए गए सिविक वॉलंटियर को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. बता दें कि यह मामला 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी का है. मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थी.

9 अगस्त को क्या हुआ?
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल कोलकाता शहर के लालबाजार जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में स्थित है. कोलकाता की लोकल रिपोर्ट्स के मुताबिक, जूनियर डॉक्टर गुरुवार को हॉस्पिटल में नाइट ड्यूटी कर रही थीं. रात में करीब 2 बजे उन्होंने अपनी टीम के कुछ डॉक्टर्स के साथ डिनर किया. फिर वह कुछ देर के लिए सेमिनार हॉल में आराम करने के लिए चली गईं. इसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला. सुबह 6 बजे वह अर्द्धनग्न और मृत अवस्था में मिलीं.

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शरीर पर दिखे चोट के निशान
पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आ गई थी. जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था. उस गद्दे पर खून के धब्बे थे. मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर खून था. गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान थे. होंठ, गर्दन, पेट, बाईं एड़ी और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान भी पाए गए. पीड़िता के पिता ने शुक्रवार को स्थानीय तला पुलिस स्टेशन में दुष्कर्म और हत्या की शिकायत दर्ज करवाई थी.

पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
मामले की जानकारी होते ही लालबाजार के बड़े अधिकारी हॉस्पिटल पहुंच गए थे. होमिसाइड शाखा के अलावा, महिला शिकायत प्रकोष्ठ के सदस्य भी वहां मौजूद थे. घटना की जांच के लिए कोलकाता पुलिस की विशेष जांच टीम गठित की गई थी. जिस सेमिनार हॉल में यह घटना हुई थी, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था. इसलिए पुलिस ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की थी. एसआईटी ने शुक्रवार रात को हॉस्पिटल में तैनात एक सिविक वालंटियर से भी सवाल-जवाब किए थे.

ब्लूटूथ से खुला मामला
क्राइम सीन पर एक ब्लूटूथ ईयरफोन मिला था. CCTV फुटेज में आरोपी संजय रॉय सुबह 4 बजे सेमिनार हॉल में अंदर जाते हुए दिखाई दिया. इस दौरान उसने कानों में ईयरफोन लगाया हुआ था. कुछ देर बाद जब वह हॉल से बाहर आया तो उसके पास ईयरफोन नहीं था. पुलिस ने क्राइम सीन पर मिले ईयरफोन को सभी संदिग्धों के फोन से कनेक्ट करने की कोशिश की और वह संजय रॉय के फोन से कनेक्ट हो गया. पूछताछ के दौरान संजय ने रेप और मर्डर की बात कबूली.

क्या धाराएं लगाई गईं?
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) के सेक्शन 103 (1) हत्या और सेक्शन 64 (बलात्कार) के तहत केस दर्ज किया है. ऑटोप्सी रिपोर्ट सामने आने के बाद रेप और हत्या का मामला कंफर्म हो गया. पुलिस ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) और हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने 3 मेंबर्स का जांच पैनल बनाया है. घटना के बाद मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ ही विभिन्न पॉलिटिकल पार्टी व दलों ने हॉस्पिटल के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. मामले की CBI जांच की मांग की जा रही है.

डॉक्टर क्या कह रहे हैं?
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने स्पष्ट कहा है कि अगर 48 घंटों में जांच पूरी नहीं हुई तो वह देशभर में हड़ताल और प्रदर्शन करेंगे. वहीं, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना है कि संजय रॉय को आरोपी बताकर किसी और को बचाने की कोशिश की जा रही है. उन्हें डर है कि 9 अगस्त को उस महिला डॉक्टर के साथ जो हुआ, कल उनके साथ भी हो सकता है.

Tags: Doctor murder, Doctors strike, Kolkata News

FIRST PUBLISHED :

August 11, 2024, 16:15 IST

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