क्‍या है ‘कामसूत्र फेस्टिवल’? ज‍िस पर मचा हंगामा, अब गोवा पुलिस ने लगाया बैन

1 hour ago

Last Updated:November 23, 2025, 15:42 IST

गोवा में 'टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल' को क्रिसमस से जोड़ने पर ARZ, अरुण पांडे और स्थानीय संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने कार्यक्रम रद्द करवा दिया और आयोजकों को चेतावनी दी.

क्‍या है ‘कामसूत्र फेस्टिवल’? ज‍िस पर मचा हंगामा, अब गोवा पुलिस ने लगाया बैनगोवा में आयोज‍ित क‍िया जाना था ये फेस्‍ट‍िवल. (सांकेत‍िक तस्‍वीर)

गोवा में क्रिसमस के दौरान ‘टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल’ आयोज‍ित करने का ऐलान हुआ था, जिसे लेकर जमकर बवाल हुआ. यहां तक कहा गया क‍ि यह सेक्‍स टूर‍िज्‍म को बढ़ावा देने वाला है. बढ़ते विरोध को देखते हुए गोवा पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और आयोजकों को कार्यक्रम रद्द करने का निर्देश दे दिया.

क्‍या है ‘टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल’

इसका नाम ‘टेल्स ऑफ कामसूत्र फेस्टिवल’ रखा गया था. इसे 25 से 28 दिसंबर तक गोवा में आयोजित करने की योजना थी. इसे रजनीश फाउंडेशन के नाम से प्रमोट किया गया और संचालक के रूप में ओशो लुधियाना मेडिटेशन सोसाइटी से जुड़े स्वामी ध्यान सुमित का नाम था. कार्यक्रम का उद्देश्य कामसूत्र से जुड़े कथाओं, ध्यान सेशंस और वेलनेस एक्टिविटीज को एक साथ पेश करना बताया गया. लेकिन क्रिसमस के साथ इसे जोड़ने और इसके नाम को लेकर कई संगठनों ने आपत्ति जताई. आरोप था कि यह गोवा को सेक्स टूरिज्‍म डेस्टिनेशन की तरह पेश कर रहा है, जिसके बाद पुलिस ने इसे रद्द कर दिया.

पूरा मामला तब सामने आया जब गोवा स्थित NGO ARZ (Anyay Rahit Zindagi) के संस्थापक और निदेशक अरुण पांडे ने सोशल मीडिया और फिर पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. पांडे ने लिखा कि इस कार्यक्रम में कामसूत्र और क्रिसमस को जोड़कर गोवा को “सेक्स डेस्टिनेशन” की तरह प्रचारित किया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और भड़काऊ है. उन्होंने इसको लेकर गोवा क्राइम ब्रांच में लिखित शिकायत की मांग भी की.

We have promptly taken cognizance of this matter and have directed organisers to not go ahead with the event. Organisers have also been directed to remove the advertisements from social media.

Additionally, police stations have been directed to maintain vigil over upcoming… https://t.co/3XXj0pCJXL

उनकी इस शिकायत को गोवा पुलिस ने गंभीरता से लिया. पुलिस ने X (ट्विटर) पर पोस्ट साझा करके बताया कि उन्होंने विज्ञापन पर संज्ञान ले लिया है और आयोजकों को कार्यक्रम तुरंत रद्द करने का निर्देश दिया है. साथ ही सोशल मीडिया से सभी तरह के प्रोमोशनल विज्ञापन हटाने को कहा गया है.

पोस्टर में नहीं था कार्यक्रम स्थल, OSHO नाम का इस्तेमाल

सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्टर के अनुसार, यह कार्यक्रम “भगवान श्री रजनीश फाउंडेशन” के बैनर तले प्रमोट किया गया था. पोस्टर में इवेंट का स्थान नहीं लिखा गया था, लेकिन यह जरूर बताया गया था कि इसे स्वामी ध्यान सुमित आयोजित कर रहे हैं, जो ओशो लुधियाना मेडिटेशन सोसाइटी से जुड़े हुए बताए गए. इवेंट के नाम और कंटेंट को लेकर सबसे बड़ा विवाद यही था कि इसमें ‘कामसूत्र’ और ‘क्रिसमस सेलिब्रेशन’ को एक साथ प्रमोट किया गया था, जिसे धार्मिक रूप से संवेदनशील और सामाजिक रूप से भड़काऊ माना गया.

पुलिस की कड़ी चेतावनी

गोवा पुलिस ने लिखा कि आयोजकों को कार्यक्रम न करने का निर्देश दिया गया है और सोशल मीडिया पर जारी सभी विज्ञापन तुरंत हटाने को कहा गया है. इसके अलावा, राज्य के सभी थानों को सतर्क रहने और उनके क्षेत्र में प्रस्तावित ऐसे कार्यक्रमों पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी गई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यदि आयोजक फिर भी किसी रूप में कार्यक्रम करवाने की कोशिश करते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी जताई आपत्ति

सिर्फ NGO ही नहीं, बल्कि कई सामाजिक समूह और राजनीतिक संगठन भी इस कार्यक्रम के विरोध में आ गए. उत्तर गोवा के सांत क्रूज़ कांग्रेस यूनिट ने भी इसे क्रिसमस जैसी धार्मिक उत्सव की भावना के खिलाफ बताया. उनका कहना था कि इस तरह के कार्यक्रम गोवा की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, जहां पहले से ही पर्यटन को लेकर कई तरह की संवेदनशीलताएं जुड़ी हैं. कई स्थानीय संगठनों ने कहा कि क्रिसमस गोवा में एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है, और इसके नाम के साथ ‘कामसूत्र’ जैसे विषय को मिलाकर कार्यक्रम करना धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है.

आयोजकों की चुप्पी

पोस्टर सामने आते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. कई यूजर्स ने इसे अभद्र, निंदनीय और अशोभनीय प्रमोशन बताया. गोवा की सामाजिक और सांस्कृतिक छवि को दागदार करने की कोशिश भी कहा गया. विवाद बढ़ने और पुलिस निर्देश के बाद आयोजकों की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. कार्यक्रम पूरी तरह रद्द कर दिया गया है या भविष्य में किसी नए प्रारूप में लाने की कोशिश होगी, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है. लेकिन फिलहाल, पुलिस के हस्तक्षेप और जनविरोध के चलते यह कार्यक्रम गोवा में होने से पहले ही रद्द माना जा रहा है.

Gyanendra Mishra

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें

Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

First Published :

November 23, 2025, 15:42 IST

homenation

क्‍या है ‘कामसूत्र फेस्टिवल’? ज‍िस पर मचा हंगामा, अब गोवा पुलिस ने लगाया बैन

Read Full Article at Source