क्या सच में किसी को मल्टीविटामिन की जरूरत होती है? दावे पर न करें यकीन

1 week ago

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क्या सच में किसी को मल्टीविटामिन की जरूरत होती है? बाजार के दावे पर न करें यकीन, डॉक्टर ने बताई चौंकाने वाली बात

Multivitamin deficiency: विटामिन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है. यह शरीर में बाहरी हमले इंफेक्शन को रोकने में मदद करता है, घाव को भरता, हड्डियों को मजबूत बनाता है और हार्मोन सहित कई चीजों को बनाने में मदद करता है. विटामिन के बिना हेल्दी लाइफ की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. मुख्य रूप से 13 तरह के विटामिंस होते हैं. हम जो भोजन करते हैं उनमें से हमें अधिकांश विटामिन की प्राप्ति हो जाती है. लेकिन अक्सर आपने दवा दुकानों पर विज्ञापनों में लिखा देखा होगा कि भारत में 10 में से 8 लोगों को मल्टीविटामिन की कमी है. तो क्या मल्टीविटामिन यानी सभी तरह के विटामिंस की कमी एक साथ हो सकती है. ऐसे विज्ञापनों पर देश के जाने-माने चिकत्सक और पद्म श्री से सम्मानित डॉ. वी मोहन ने करारा प्रहार किया है.

मल्टीविटामिन से उल्टा नुकसान
डॉ. वी मोहन एक्स पर लिखा है कि मल्टीविटामिन की कमी जैसी कोई चीज ही नहीं होती. मेडिकल साइंस का इससे कोई लेना देना नहीं है. किसी भी व्यक्ति को विटामिन ए की कमी हो सकती है. विटामिन डी की कमी हो सकती है, विटामिन बी 12 की मी हो सकती है या इसी तरह से कुछ और की हो सकती है लेकिन मल्टीविटामिन की कमी नहीं हो सकती. इसलिए बाजार में मल्टीविटामिन की जो गोलियां आती हैं उससे कोई फायदा नहीं होता, उल्टा उससे नुकसान भी हो सकता है. आमतौर पर मल्टीविटामिन लेने से विटामिन की कमी की पूर्ति नहीं होती. डॉ. वी मोहन ने एक्स पर एक विज्ञापन को भी पोस्ट किया है जिसमें हर 10 में से 8 व्यक्ति को मल्टीविटामिन की कमी का दावा किया गया है. डॉ. वी मोहन ने डॉ. बाबू के. वी. को भी टैग किया. डॉ. बाबू के. वी. वही हैं जिन्होंने पतंजलि के दावे को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था और इसमें जीते भी थे. इसे लेकर बाबा रामदेव को माफी मांगनी पड़ी थी. यही नहीं डॉ. वी. मोहन ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के खिलाफ भी केस जीता है.

There is nothing called multivitamin deficiency. Unless there is deficiency of specific vitamins, Eg. Vit D or B12 , giving multivitamins may not be beneficial and may even do harm. And Multivitamins usually do not provide enough of the deficient vitamin. ⁦@drbabukvpic.twitter.com/rwdo9Oe1QI

— Dr.V.Mohan (@drmohanv) April 21, 2024

बिना सलाह मल्टीविटामिन नहीं लेनी चाहिए
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक विटामिन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं. एक फैट सॉल्यूबल यानी वसा में घुलनशील और दूसरा पानी में घुलनशील. विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई और विटामिन के वसा में घुलनशील है. यानी किसी भोजन में अगर ये चारों विटामिन है तो वह शरीर के अंदर वसा में ही पचेगा और शरीर को इसका लाभ मिलेगा. दूसरी और विटामिन बी कॉम्पलेक्स और विटामिन सी पानी में घुलनशील है. डॉक्टरों का कहना है कि पानी में घुलनशील विटामिन यदि शरीर में ज्यादा भी आ गया तो वह आसानी से शरीर से बाहर निकल जाता है लेकिन वसा में घुलनशील विटामिन आसानी से बाहर नहीं आता और इससे नुकसान हो सकता है. इसलिए बिना डॉक्टरों की सलाह से मल्टीविटामिन या कोई भी विटामिन नहीं खाना चाहिए. डॉक्टर पहले यह पता लगाते हैं कि किस विटामिन की कमी है फिर उसी विटामिन वाली गोली लेने की सलाह देते हैं.

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FIRST PUBLISHED :

April 23, 2024, 11:57 IST

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