Last Updated:April 04, 2025, 10:58 IST
Viral News: मैसूर की अदालत में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 'मृत' बताई गई महिला जब अचानक से कोर्ट रूम में पहुंची तो जज भी हैरान रह गई. पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है, जिसकी वजह से निर्दोष पति ने जेल...और पढ़ें

जब अपने ही मौत के केस में कोर्ट में पेश हुई महिला.
हाइलाइट्स
महिला को पुलिस ने रिकॉर्ड में मार दिया था.जब वही महिला अदालत में जिंदा पहुंची, तो पूरा मामला ही पलट गया.पुलिस ने सुरेश को हत्या का दोषी ठहराकर केस दर्ज कर लिया था.Court News: कर्नाटक के मैसूरु में एक अनोखा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर कोर्ट भी हैरान रह गया. एक व्यक्ति को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में डेढ़ साल तक जेल में रखा गया, लेकिन जब वही महिला अदालत में जिंदा पहुंची, तो पूरा मामला ही पलट गया. जिस महिला को पुलिस ने रिकॉर्ड में मार दिया था वो अचानक से कोर्टरूम में पेश हुई पहले तो कई लोगों को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ.
कैसे बना ‘मर्डर केस’ एक पुलिसिया भूल?
साल 2020 में कोडागु ज़िले से महिला मल्लीगे के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. करीब नौ महीने बाद बेट्टाडापुरा पुलिस ने एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया और जबरन आरोपी सुरेश को उसकी पत्नी का हत्यारा मानने पर मजबूर कर दिया. इसके बाद पुलिस ने सुरेश को हत्या का दोषी ठहराकर केस दर्ज कर लिया.
अदालत में सामने आई चौंकाने वाली हकीकत
पिछले ढाई साल से चल रहे मुकदमे के बीच एक चौंकाने वाला मोड़ तब आया, जब मल्लीगे खुद अदालत में पेश हो गई. अदालत में उसने साफ कहा कि बरामद शव से मिले कपड़े उसके नहीं हैं. इस पर जज भी चौंक गए और कहा कि यह देश में अपनी तरह का तीसरा या चौथा मामला होगा.
पुलिस की जांच पर अदालत का सख्त रुख
मैसूरु कोर्ट ने पुलिस की बड़ी लापरवाही को उजागर करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. जज ने पूछा कि जब कोई ठोस सबूत ही नहीं था, तो पुलिस ने सुरेश को हत्या का आरोपी कैसे बना दिया? कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक को 17 अप्रैल तक नई जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिए है.
पीड़ित परिवार की मांग – दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई और मुआवजा
सुरेश के पिता ने पुलिस की जबरदस्ती और यातनाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को झूठे केस में फंसाकर दो साल जेल में रखा गया, अब सरकार को उसे उचित मुआवजा देना चाहिए.
यह मामला क्यों है खास?
गलत पहचान – बिना किसी डीएनए टेस्ट के पुलिस ने अज्ञात शव को लापता महिला मान लिया.
दबाव में कबूलनामा – पुलिस ने सुरेश पर दबाव बनाकर हत्या का जुर्म कबूल करवाया.
गवाहों का उलटा बयान – केस की सुनवाई के दौरान सभी गवाहों ने कहा कि मल्लीगे ज़िंदा है.
डिजिटल सबूतों की कमी – अदालत ने कहा कि पुलिस ने कोई ठोस डिजिटल सबूत पेश नहीं किया.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 04, 2025, 10:58 IST