Last Updated:November 22, 2025, 12:20 IST
Delhi Arms Racket Busted: इन चार गिरफ्तार लोगों से बरामद हथियारों में सबसे खतरनाक है तुर्की-मेड PX-5.7, जो आमतौर पर स्पेशल फोर्सेज और हाई-रिस्क ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा चाइना-मेड PX-3 पिस्टल भी मिली है. ये दोनों हथियार बाजार में मिलना लगभग असंभव है और प्रोफेशनल, साइलेंट और तेजी से किए जाने वाले हमलों में उपयोग होते हैं.
दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य ऑपरेटिवों को गिरफ्तार किया है.लाल किले के पास कार बम धमाके से राजधानी दिल्ली अभी उबर भी नहीं पाई थी कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तान की एक और घातक साजिश को नाकाम कर दिया. पता चला है कि ISI दिल्ली धमाके के बाद टारगेटेड शूटआउट और हिंसक वारदातों से शहर को फिर से दहलाने की साजिश रच रहा था. इस खूनी गेम-प्लान में पाकिस्तान का साथ दे रहे थे भारत के ही चार गद्दार.
दरअसल डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय अवैध हथियार सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य ऑपरेटिवों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से 10 विदेशी सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और 92 जिंदा कारतूस बरामद किए. यह पूरी खेप पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में भेजी गई थी, जो बताती है कि दुश्मन कितनी आधुनिक तकनीक से आतंक फैलाने की तैयारी में था.
इन गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनदीप, दलविंदर, रोहन और अजय उर्फ मोनू के रूप में हुई है. ये सभी आरोपी पंजाब, यूपी और दिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
हथियार कौन से और क्यों खतरनाक?
बरामद हथियारों में सबसे खतरनाक है तुर्की-मेड PX-5.7, जो आमतौर पर स्पेशल फोर्सेज और हाई-रिस्क ऑपरेशन में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा चाइना-मेड PX-3 पिस्टल भी मिली है. ये दोनों हथियार बाजार में मिलना लगभग असंभव है और प्रोफेशनल, साइलेंट और तेजी से किए जाने वाले हमलों में उपयोग होते हैं. इसका सीधा संकेत है कि यह केवल गैंगवार या लूट के लिए नहीं, बल्कि टार्गेट किलिंग और बड़े आतंकी ऑपरेशन के लिए लाई गई खेप थी.
स्पेशल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि मॉड्यूल का नेटवर्क पाकिस्तान की ISI से जुड़ा है और उसका उद्देश्य भारत में सिलसिलेवार ढंग से बड़े हमले करने की थी. वहीं ज्वाइंट सीपी सुरेंद्र कुमार के अनुसार गिरफ़्तार आरोपियों से पूछताछ के आधार पर हथियार लेने वालों की लिस्ट, पैसों के लेनदेन और विदेशों में बैठे हैंडलर के बारे में अहम जानकारी मिलने की उम्मीद है.
लाल किला धमाके से कनेक्शन?
यह कार्रवाई ऐसे समय पर हुई है जब 10 नवंबर को लाल किले के पास Hyundai i20 कार में हुए आत्मघाती धमाके ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. 15 लोगों की मौत और कई गंभीर रूप से घायल होने के बाद देश स्तब्ध था. इस धमाके में हमलावर उमर नबी ने खुद को कार के अंदर ही उड़ा लिया था. इससे कुछ घंटे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद और अल-कायदा से जुड़े ‘व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का पर्दाफाश कर 2,900 किलो विस्फोटक जब्त किया था. वही विस्फोटक दिल्ली धमाके में इस्तेमाल हुआ.
अब हथियारों की बरामदगी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि धमाका और हथियार तस्करी एक ही बड़ी योजना का हिस्सा थे. पहले बमों से दहशत फैलाना और फिर शहर व देशभर में हिंसक टारगेटेड फायरिंग से आतंक बढ़ाना.
किसके लिए मंगाए गए थे ये हथियार?
सूत्रों के अनुसार मॉड्यूल के तार दिल्ली में सक्रिय अपराधी गिरोहों, कट्टरपंथी मॉड्यूल, और आतंकी संगठनों से जुड़ सकते हैं. गिरफ़्तार आरोपियों के मोबाइल फोन, बैंक लेनदेन, सोशल मीडिया और विदेशी संपर्कों के आधार पर आगे की जांच जारी है.
सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए और भी खेप भेजी गई हो सकती है. कुछ हथियार देश के अलग-अलग राज्यों में पहले ही पहुंच चुके हों और इस नेटवर्क के कई सदस्य अभी भी सक्रिय हों.
लाल किले के पास हुआ धमाका और अब विदेशी हथियारों की तस्करी दोनों मिलकर संकेत दे रहे हैं कि पाकिस्तान का एजेंडा बेहद स्पष्ट है. दिल्ली को फिर से लहुलूहान करना और देश में दंगे, डर और अराजकता फैलाना. लेकिन दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने पाक की यह साजिश फिलहाल धराशायी कर दी है. चार गद्दार पकड़े जा चुके हैं, हथियार बरामद हो चुके हैं… पर कहानी खत्म नहीं हुई.
अब सबसे बड़ा सवाल बाकी है इस खेल का मास्टरमाइंड कौन है और अगला हमला कहां होना था? देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हैं, क्योंकि इस लड़ाई में एक गलती, और कीमत होगी जनता की जान.
An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
November 22, 2025, 12:20 IST

59 minutes ago
