Last Updated:March 23, 2025, 23:12 IST
Virus from Dog and cat: कुत्तों में एक जानलेवा वायरस तेजी से फैल रहा है, जिससे खूनी दस्त, उल्टी और बुखार के लक्षण दिख रहे हैं. समय पर इलाज और टीकाकरण से इस बीमारी से बचा जा सकता है.

कुत्तों और बिल्लियों में मिलने वाले वायरस से कैसे बचें?
भावनगर: आपने कभी सोचा है कि जैसे इंसानों को बीमारियाँ होती हैं, वैसे ही जानवरों को भी कई तरह की बीमारियाँ होती हैं? कुछ बीमारियाँ मौसम के बदलाव से होती हैं, तो कुछ प्राकृतिक रूप से. लेकिन सबसे खतरनाक बीमारियाँ वे होती हैं, जो वायरस के कारण फैलती हैं. कई बार ये बीमारियाँ इतनी खतरनाक होती हैं कि कुत्तों समेत कई पालतू जानवरों की जान तक ले सकती हैं. इसलिए अगर आपके पास कोई पालतू जानवर है, तो आपको इसकी सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए और समय-समय पर टीकाकरण करवाना चाहिए.
कुत्तों में तेजी से फैल रहा है खतरनाक वायरस
गरियाधर तालुका के पशु चिकित्सा अधिकारी राहुलभाई ने बताया कि “पर्वो वायरस (CPV 2) एक जानलेवा वायरस है, जो खासतौर पर कुत्तों, भेड़ियों और बिल्लियों में पाया जाता है. यह बहुत तेजी से फैलता है और संक्रमित जानवर के खूनी दस्त या उल्टी के संपर्क में आने से दूसरे जानवरों तक पहुँच जाता है.” यह वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है, जिससे इसका खतरा और बढ़ जाता है. यह बीमारी सर्दियों और गर्मियों की शुरुआत में ज़्यादा फैलती है और अगर समय पर इलाज न मिले, तो कुत्तों की जान तक जा सकती है.
ऐसे पहचानें इस खतरनाक बीमारी के लक्षण
अगर आपका कुत्ता सुस्त रहने लगा है, खाना कम खा रहा है या बिल्कुल भी नहीं खा रहा, तो यह इस बीमारी की शुरुआती निशानी हो सकती है. इसके अलावा, अगर उसे तेज बुखार, उल्टी या खूनी दस्त हो रहे हैं, तो तुरंत सतर्क हो जाएँ. जैसे ही खूनी दस्त और उल्टी शुरू होती है, वैसे ही शरीर में पानी की कमी होने लगती है, जिससे कुत्ता बहुत कमजोर हो जाता है. अगर समय पर इलाज न मिले, तो यह स्थिति और गंभीर हो सकती है.
समय पर इलाज नहीं हुआ तो बढ़ सकता है खतरा
इस बीमारी के इलाज के लिए कई तरह की दवाएँ दी जाती हैं. सबसे पहले कुत्ते के शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए उसे तरल पदार्थ दिए जाते हैं. पेट में जलन और एसिडिटी से बचाने के लिए एंटासिड दी जाती हैं. इसके अलावा, एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएँ भी दी जाती हैं, ताकि शरीर को इस वायरस से लड़ने में मदद मिल सके. साथ ही, मल्टीविटामिन इंजेक्शन भी दिए जाते हैं, ताकि कुत्ते की इम्यूनिटी मजबूत हो सके. लेकिन यह सब तभी असरदार होगा जब इलाज सही समय पर शुरू किया जाए.
टीकाकरण ही है सबसे बड़ा बचाव
अगर आप अपने पालतू कुत्ते को इस जानलेवा बीमारी से बचाना चाहते हैं, तो सबसे अच्छा तरीका है उसका समय पर टीकाकरण करवाना. कई लोग इस ओर ध्यान नहीं देते, लेकिन यह लापरवाही उनके प्यारे पालतू की जान पर भारी पड़ सकती है. इसलिए अगर आपके पास कुत्ता है, तो जल्द से जल्द नजदीकी पशु चिकित्सालय में जाकर उसका टीकाकरण करवाएँ. इससे वह न केवल इस वायरस से सुरक्षित रहेगा, बल्कि लंबे समय तक स्वस्थ जीवन भी जी सकेगा.
First Published :
March 23, 2025, 23:12 IST