मजार पर क्यों पहुंची पुलिस की टीम, मुजफ्फरपुर SSP और सिटी SP ने क्या किया?

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मजार पर क्यों पहुंची पुलिस की पूरी टीम, मुजफ्फरपुर एसएएसपी-सिटी एसपी ने क्या देखा और क्या किया?

बिहार के मुजफ्फरपुर में दाता कंबल शाह रहमतुल्लाह अलैह की मजार शरीफ है. यहां मुजफ्फरपुर जिले के एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अवधेश दीक्षित टाउन एएसपी भानु प्रताप सिंह, नगर थाना अध्यक्ष विजय कुमार सहित नगर थाना के दसियों पुलिसकर्मी पहुंच गए. आखिर मुजफ्फरपुर पुलिस की पूरी टीम इस मजार शरीफ पर क्यों पहुंची, यह आगे जानिये. (रिपोर्ट-प्रियांक सौरभ)

News18 BiharLast Updated :April 22, 2024, 20:01 ISTEditor pictureWritten by
  Vijay jha

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हर साल की तरह इस साल भी मुजफ्फरपुर में दाता कंबल शाह के 121वें उर्स के अवसर पर दाता कंबल शाह रहमतुल्लाह अलैह के मजार शरीफ पर सोमवार को नगर थाना द्वारा गाजे-बाजे के साथ चादरपोशी की गई. इसमें मुजफ्फरपुर के एसएसपी और सिटी एसपी समेत दसियों पुलिसकर्मी भी शामिल हुए. हालांकि, लोकसभा चुनाव आचार संहिता के कारण शांत माहौल में चादर निकाली गई.

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मुजफ्फरपुर जिले के एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अवधेश दीक्षित टाउन एएसपी भानु प्रताप सिंह, नगर थाना अध्यक्ष विजय कुमार सहित नगर थाना के पुलिसकर्मी चादरपोशी में शामिल हुए और इस जुलूस को रवाना किया. मोतीझील, कल्याणी, अमर सिनेमा चौक होते हुए जुलूस कन्हौली नाका पहुंचा. यहां से चतुर्भुज स्थान चौक होते हुए दाता के मजार पर पहुंचा.

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पुलिसकर्मियों ने दाता के दर पर माथा टेक अमन व शांति की दुआ मांगी. बता दें कि मुजफ्फरपुर के नगर थाना से हर साल मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा चादरपोशी की जाती है. अंग्रेजों के जमाने से ये परम्परा चली आ रही है, जिसमें ये नियम है कि जिला के एसपी द्वारा चादरपोशी की जाती है. इसमें नगर थाना की पुलिस शामिल होती है.

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दरअसल, मान्यता है कि एक बार दाता शाह नगर थाने के पास सड़क पर पेशाब कर रहे थे. उसी समय अंग्रेज लार्ड की सवारी आ गई। लार्ड ने दाता पर कोड़े चलाए, मगर उसका हाथ हवा में ही उठा रह गया. बाद में दाता ने सरकारी कुत्ते-विदेशी डॉग कहते हुए कहा कि अपने देश की हिफाजत कर नहीं सकते, हमारे देश पर हुकूमत करने आए हो.

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उनके यह कहने पर कि इंग्लैंड सचिवालय में लगी भीषण आग को मैं पेशाब से बुझा रहा हूं. लार्ड ने जब अपने वतन संपर्क साधा तो उसे बताया गया कि भीषण आग को पानी की मोटी धार घूम-घूम कर बुझा रही है. पानी कहां से आ रहा है, इसका पता नहीं चल रहा है. इतना ही नहीं बाद में दाता के आशीर्वाद से उसे संतान रत्न की भी प्राप्ति हुई.

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इसके बाद से ही हर वर्ष दाता कंबल शाह चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स धूमधाम से मनाया जाता है. जिला प्रशासन की ओर से चादरपोशी के बाद 23 अप्रैल की सुबह 5 बजे गोसुल स्नान और रात्रि में मदीने शरीफ की चादरपोशी होगी. 24 अप्रैल को आम चादरपोशी की जाएगी.

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