मैथ्स के बोर्ड एग्जाम में करना है हाई स्कोर तो सैंपल पेपर बनेगा मास्टर-टूल

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मैथ्स के बोर्ड एग्जाम में करना है हाई स्कोर तो सैंपल पेपर बनेगा मास्टर-टूल

By: Inextlive Desk | Updated Date: Wed, 03 Dec 2025 19:55:57 (IST)

अगर आप CBSE 10वीं के मैथ्स बोर्ड एग्जाम में 80/80 स्कोर करना चाहते हैं, तो यह डिस्क्रिप्शन आपके लिए है। यहां बताया गया है कि मैथ्स का पेपर किस तरह से आता है, उसमें कितने सेक्शन होते हैं, किस तरह के क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं और कैसे सैंपल पेपर आपकी तैयारी को मास्टर-लेवल पर पहुंचा सकता है। इस वीडियो/आर्टिकल में आपको मिलेगा सैंपल पेपर को एक रियल एग्जाम की तरह हल करने की स्ट्रैटेजी, 3 घंटे का टाइमर सेट करके प्रैक्टिस करने का तरीका, अपनी गलतियों का एनालिसिस कैसे करें, और weak areas को कैसे स्ट्रॉन्ग बनाएं। बार-बार प्रैक्टिस करके आप अपनी स्पीड, एक्यूरेसी और कॉन्फिडेंस तीनों को बढ़ा सकते हैं। इस स्मार्ट तैयारी से आप बिना किसी डर के बोर्ड एग्जाम में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाएंगे।

नई दिल्ली(विशाल यादव) । CBSE 10वीं बोर्ड एग्जाम का टाइमटेबल जारी हो चुका है और फरवरी से होने वाली एग्जाम्स को लेकर स्टूडेंट्स की तैयारी तेज हो गई है। खासकर मैथ्स जिसे कई बच्चे टफेस्ट सब्जेक्ट मानते हैं। लेकिन मैथ्स को सिर्फ एक चीज की जरूरत होती है कॉन्सेप्ट और प्रैक्टिस। अगर इस साल आप 10th मैथ्स में 80/80 स्कोर करने का प्लान बना रहे हैं, तो सीबीएसई का सैंपल पेपर आपकी हेल्प करेगा।

ऐसा आता है 10वीं का मैथ पेपर

10वीं का मैथ पेपर बाकी सब्जेक्ट्स से काफी अलग होता है। सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट पर अवेलेबल सैंपल पेपर्स को देखकर आप इसके रियल फॉर्मेट को आसानी से समझ सकते हैं। यह पेपर कुल 80 मार्क्स का होता है और इसे हल करने के लिए स्टूडेंट्स को 3 आवर्स मिलते हैं। हालांकि, मैथ्स एक थ्योरी-बेस्ड सब्जेक्ट नहीं है, इसलिए यहां कॉन्सेप्ट्स, फॉर्मूलाज और सही कैलकुलेशन सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। सीबीएसई के सैंपल पेपर के आधार पर 10वीं का मैथ्स पेपर टोटल 5 सेक्शंस और 38 क्वेश्चन्स में बंटा होता है। सेक्शन A में एमसीक्यूज और Assertion-Reason क्वेश्चन्स शामिल होते हैं, जो आपकी बेसिक समझ को परखते हैं। सेक्शन B, C और D में 2, 3 और 5 मार्क्स वाले सवाल होते हैं, जबकि सेक्शन E पूरी तरह केस-स्टडी बेस्ड होता है, जिसमें रियल-लाइफ सिचुएशन्स पर क्वेश्चन्स पूछे जाते हैं।

सैंपल पेपर को सॉल्व करने का स्मार्ट तरीका

सैंपल पेपर को सिर्फ हल करना ही काफी नहीं, उसे सही स्ट्रैटेजी के साथ अटेम्प्ट करना जरूरी है। सबसे पहले सैंपल पेपर को एक रियल एग्जाम की तरह पूरा पढ़ें ताकि आपको पूरे पेपर का फ्लो और डिफिकल्टी समझ में आए। इसके बाद 3 घंटे का टाइमर लगाकर पेपर को बिना रुके पूरा हल करें, जिससे आपकी रियल एग्जाम जैसी प्रैक्टिस हो सके। पेपर कम्प्लीट करने के बाद उसे ध्यान से चेक करें और अपनी गलतियों का एनालिसिस करें। जिस सेक्शन या क्वेश्चन टाइप में ज्यादा एरर्स हैं, उन पर फोकस रखें। जिस चैप्टर में बार-बार गलती होती है, उसे दोबारा पढ़ें और उस पर थोड़ा ज्यादा समय दें ताकि कॉन्सेप्ट पूरी तरह क्लियर हो सके। एक ही सैंपल पेपर को 3 से 4 बार हल करें, इससे आपकी राइटिंग स्पीड बढ़ेगी और आपका कॉन्फिडेंस भी मजबूत होगा। इस तरह की सिस्टमैटिक प्रैक्टिस से आप आसानी से 80 मार्क्स की तैयारी कर सकते हैं और एग्जाम हॉल में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाएंगे।

सैंपल पेपर सॉल्व करने से यह होगें फायदे

सैंपल पेपर से तैयारी करना इसलिए जरूरी है क्योंकि यह असली सीबीएसई बोर्ड एग्जाम 2026 का पूरा मॉडल है, जिससे आपको बोर्ड पेपर का सही अंदाजा लग सकेगा। इसे देखकर आप समझ सकेंगे कि अच्छा स्कोर लाने के लिए किन टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करना है। जब आप सैंपल पेपर हल करेंगे तो आपको एग्जाम पैटर्न, क्वेश्चन टाइप्स और मार्किंग स्टाइल पूरी तरह पता चल जाती है। इसके साथ ही आप यह भी समझ सकेंगे कि किस चैप्टर से कितने क्वेश्चन्स पूछे जा रहे हैं, जिससे आपकी प्रिपरेशन स्मार्ट तरीके से आगे बढ़ सकेगी। डेली प्रैक्टिस करने से आपकी मिस्टेक्स और वीक एरियाज साफ दिखाई देते हैं, जिन्हें आप ईजिली सुधार सकते हैं। इतना ही नहीं, सैंपल पेपर सॉल्व करने से आपका टाइम मैनेजमेंट भी काफी बेहतर हो जाएगा। 3 घंटे में पूरा पेपर हल करने की आदत से आपकी स्पीड बढ़ेगी और आपको यह समझ आएगा हर क्वेश्चन पर कितना समय देना है। और स्पीड बढ़ेगी।
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