हूथी के लड़ाकों ने बनाया मदीना को निशाना? चौकाने वाले दावे से अरब वर्ल्ड में हड़कंप

3 hours ago

Saudi Arabia intercepts Houthi missile near Medina: इस्लाम के सबसे पवित्र स्थानों में से एक मदीना पर मिसाइल अटैक की खबर सामने आई है. सऊदी अरब से आ रही खबरों के मुताबिक इस मिसाइल को मदीना में स्थित मस्जिद के ऊपर इंटरसेप्ट किया गया. इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें आसमान में एक गोला जाता हुआ नजर आ रहा है जो आगे जाकर गायब हो जाता है. खबरों के मुताबिक सऊदी अरब के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने मिसाइल को टारगेट हिट करने से पहले ही ध्वस्त कर दिया. 

हूती आतंकियों का हाथ होने की आशंका

सऊदी अरब को आशंका है कि इस मिसाइल अटैक के पीछे हूती आतंकियों का हाथ है. इस शक की वजह हूती आतंकियों और सऊदी अरब के बीच पुरानी अदावत भी हो सकती है. यमन के गृहयुद्ध में सऊदी अरब ने हूती विरोधी पक्ष का समर्थन किया था और तभी से हूती आतंकी लगातार सऊदी अरब को निशाना बनाते आए हैं. अगस्त 2012 में हूती आतंकियों ने सऊदी अरब की एक बड़ी तेल रिफाइनरी पर हमला किया था. जिसके बाद सऊदी अरब ने हूती विरोधी गुट को सैन्य मदद बढ़ा दी थी. माना जा रहा है हालिया मिसाइल अटैक दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकता है.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले अक्टूबर 2016 में एक बार मक्का को निशाना बनाया गया था. तब सऊदी अरब ने पवित्र शहर मक्का के पास एक बैलिस्टिक मिसाइल को मार गिराने का दावा किया था, जिसे कथित तौर पर यमन के हूती विद्रोहियों ने सीमा पार 500 किलोमीटर से भी ज़्यादा दूरी से दागा था. तब सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन जो विद्रोहियों के साथ संघर्ष में यमन के सरकार समर्थक बलों का समर्थन कर रहा है ने कहा कि उसने शुक्रवार को इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक मक्का से लगभग 65 किलोमीटर दूर, मिसाइल को कोई नुकसान पहुंचाने से पहले ही रोककर नष्ट कर दिया था.

हूथी का वो बयान

उस समय हूती नेता मोहम्मद अल-बेखैती ने इस बात से पुरजोर इनकार किया कि मिसाइल मक्का को निशाना बनाकर दागी गई थी. उन्होंने कहा, हम नागरिकों को निशाना नहीं बनाते और हम पवित्र क्षेत्रों को भी निशाना नहीं बनाएंगे. तब अल-बेखैती ने कहा था कि गठबंधन के आरोपों के पीछे का असल मकसद मुसलमानों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहानुभूति हासिल करना था.

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